चीन के अग्रणी उद्योजक जॅक मा ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ के साथ भविष्य मे तंत्रज्ञान के लिए १५ अब्ज डॉलर्स निवेश करेंगे

चीन के अग्रणी उद्योजक जॅक मा ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ के साथ भविष्य मे तंत्रज्ञान के लिए १५ अब्ज डॉलर्स निवेश करेंगे

बीजिंग: दुनिया के अग्रणी चीनी उद्यमी जॅक मा इनके ‘अलीबाबा ग्रुप’ इस कंपनीने आने वाले कुछ वर्षों मे ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ अर्थात ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ के साथ भविष्य मे नए तंत्रज्ञान के क्षेत्र मे लगभग १५ अब्ज डॉलर्स का निवेश करने का निर्णय लिया है। चीन मे हुए एक परिषद मे अलीबाबा ग्रुप से यह घोषणा की गई है। पिछले महीने मे रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने ‘जो कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स क्षेत्र मे नेतृत्व करेगा, वह समूचे दुनिया पर राज करेगा ऐसा दावा किया था’। इस पृष्ठभूमि पर चीन की अग्रणी कंपनी से हुई यह घोषणा ध्यान केंद्रित कर रही है।

भविष्य मेइस कार्यक्रम को ‘एकेडमी फॉर डिस्कवरी, एडवेंचर, मोमेटम एंड आउटलुक – डॅमो अकॅडमी’ ऐसा नाम दिया गया है। इसके अंतर्गत चीन अमरिका, रशिया, सिंगापुर एवं इस्राइल मे संशोधन प्रयोगशाला निर्माण किए जाएंगे। इस प्रयोगशाला के शुरुआती समय मे लगभग १०० संशोधकों का समावेश होगा, ऐसा अलीबाबा ग्रुप से दिए जानेवाले निवेदन मे स्पष्ट किया है।

आनेवाले ३ वर्षों मे डाटा इंटेलिजन्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, फायनेंशियल टेक्नोलॉजीज, क्वांटम कंप्यूटिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स इन क्षेत्रों मे संशोधन एवं विकास परियोजनाओं पर प्रयोगशाला मे काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए अमरिका के कॅलिफोर्निया तथा बर्कले यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की जाएगी, ऐसी जानकारी निवेदन मे बताई गई है। अलीबाबा ग्रुप के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर ‘जेफ़ झेंग’ इन पर इस संपूर्ण कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस कार्यक्रम से आगे चलकर २० वर्षों मे १० करोड़ रोजगार निर्माण होंगे, ऐसा दावा भी किया जा रहा है।

भविष्य मेपिछले कई वर्षों मे चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स के साथ नए तंत्रज्ञान क्षेत्र मे अपना प्रभाव बढ़ाने का जोरदार प्रयत्न शुरू किया है। कुछ महीने पहले चीन, अमरिका एवं युरोप मे तंत्रज्ञान क्षेत्र की कंपनियां कब्जे मे लेने के लिए योजना बद्ध रुप से सक्रिय होने का दावा किया जा रहा था। अमरिकी यंत्रणा ने चीन आनेवाले १० से १५ वर्ष के तंत्रज्ञान क्षेत्र, पाश्चात्य देशों को पीछे करके वर्चस्व स्थापित करेगा ऐसा इशारा भी दिया था। इस पृष्ठभूमि पर जॅक मा ने अब्जो डॉलर्स का यह निवेश महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

कुछ महीने पहले जॅक मां ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स यह तंत्रज्ञान क्षेत्र मे तीसरी क्रांति होकर इसके वजह से तीसरा महायुद्ध होगा ऐसा इशारा भी दिया था।

 

(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)

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