अमरीकी सेना जल्द ही ‘गायडेड बुलेट्स’ ‘एक्सोस्केलेटॉन’ से लैस होगी

अमरीकी सेना जल्द ही ‘गायडेड बुलेट्स’ ‘एक्सोस्केलेटॉन’ से लैस होगी

लंडन – हॉलिवूड के फिल्मों में दिखाई जानेवाली अत्युक्ति लगनेवाले हथियार जल्दही अमरीकी सेना के हाथ आनेवाले है। बॅलेस्टिक प्रक्षेपास्त्रों जैसे स्नायपर गन के लिए ‘गायडेड बुलेट्स’, युद्धक्षेत्र में जवान की शारीरिक क्षमता बढ़ाते हुए उन्हें सुपर सोल्जर बनानेवाला कवच, विषाणू से भरी किडे, पनडुब्बीयों को निशाना बनानेवाले ड्रोन्स, अंतरीक्ष युद्ध के लिए ‘फँटम प्लेन’ और एटमी अथवा रेडिओधर्मी हमलों की जानकारी देनेवाली सिस्टम अमरीका ने विकसित की है। ये उन्नत हथियार और सामुग्री जल्दही अमरीका के रक्षा दल में दाखिल होंगे, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

अमरीकी सेना, परीक्षण, guided bullets, exoskeleton, प्रक्षेपास्त्र, हथियारों का प्रदर्शन, ww3, लंडन, चीनअमरीकी सेना की गोपनीय और विवादास्पद प्रयोगशाला ‘डिफेन्स ऍडव्हान्सड् रिसर्च प्रोजेकट्स एजन्सी’ अर्थात ‘डार्पा’ ने ये हथियार तैयार कर उनका परीक्षण लिया है। आर्टिफिशल इंटेलिजन्स का इस्तमाल करते हुए ‘डार्पा’ ने गायडेड बुलेट्स और जानलेवा किडे तैयार किए है। इनमें से गायडेड बुलेटस् अपने निशाने को अचूकता से नष्ट करते है। स्नायपर गन के लेझर से निश्‍चित हुआ टार्गेट गायडेड बुलेटस् सफलता पूर्वक भेद देते है, ऐसा दावा डार्पा ने किया है।

वहीं अमरीका के प्रयोगशाला ने पेडों पर बसे टिड्डी जैसे किडा विकसित किया है। इस बारे में ‘डार्पा’ ने और जानकारी नहीं दी। लेकिन ये किडे भी सेना के लिए सहायक साबित हो सकते है और जवानों जैसे हमले भी कर सकते है, ये प्रमाणित हुआ है ऐसा संबंधित अधिकारीयों ने कहा है। इसके अलावा अमरीकी सेना के प्रयोगशाला ने एक साधे जवान को ‘सूपर सोल्जर’ बनाने के टेक्नोलॉजी विकसित की है।

‘सूपर हिरो’ फिल्मों में दिखाई देनेवाले पतले शरीरयष्टी के जवान की जैविक क्षमता बढ़ानेवाला कवच तकनिक तैयार हुई है। इस कवच को पहनने से जवान की गतिविधियों का वेग साथही उसकी कार्यक्षमता भी बढ़ती है। इससे युद्धक्षेत्र में जवान काफी घंटों तक लड सकता है। इस कवच में सेन्सर्स, मायक्रो कम्प्युटर जुडा है।

इसके अलावा अमरीका के युद्धपोतों को चुनौती देनेवाले दुश्मनों की पनडुब्बीया तथा समुद्री सुरंग को ढूंढ निकालते हुए उनका काम तमाम करनेवाले ड्रोन्स भी तैयार है। पिछले देढ वर्षों से इन ड्रोन्स का परीक्षण शुरू है। वहीं अंतरीक्ष में अमरीकी सॅटेलाईट की देखरेख और भविष्य में अंतरीक्ष में मुहीम छेडने के लिए ‘फँटम प्लेन’ तैयार हो चुका है जो अगले दो वर्षों में उडान भर सकता है।

पिछले कई महीनों में चीन और रशिया ने अपने उन्नत हथियारों का प्रदर्शन करते हुए अमरीका और दोस्त राष्ट्रों को धमकाया था। इस पृष्ठभूमी पर अमरीकी सेना ने रशिया और चीन से मिल रहे चुनौतीओं का सामना करने के लिए उसके आगे की तैयार की दिखाई दे रही है।

English  मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info