लंदन – ‘ईरान के साथ बातचीत करके अमरिका को पूरे विवाद का हल निकालना है। लेकिन, ईरान यह सबसे बडा आतंकी देश है और अमरिका ने ईरान के साथ युद्ध की संभावना से इन्कार करना मुमकिन नही’, यह कहकर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सच्चाई का अहसास कराया है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष, विदेशमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ईरान को कडे इशारे दे रहे है। इसी बीच इन सभीयों ने अमरिका ईरान के विरोध में युद्ध शुरू नही करेगी, यह संकेत भी दिए है।
पिछले सप्ताह में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ बातचीत करने के लिए अमरिका तैयार होने की बात कही थी। ईरान को बातचीत करनी है तो अमरिका बातचीत के लिए भी तैयार है, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद व्यक्त की थी। लेकिन, ईरान के नेताओं ने अमरिका ने रखा बातचीत का प्रस्ताव ठुकराया था। साथ ही कुछ भी हो लेकिन, ईरान के मिसाइल कार्यक्रम में बदलाव नही होंगे, यह ऐलान भी किया था। साथ ही अपने मिसाइलों का खुफिया भंडार व्हिडीओ के जरिए उजागर करके ईरान ने अमरिका को उकसाया था।
इस बारे में ब्रिटेन की समाचार चैनल ने पुछने पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दुबारा ईरान के साथ बातचीत के लिए अमरिका तैयार होने की बात स्पष्ट की। लेकिन, ईरान यह प्रमुख आतंकी देश है यह बात अमरिका भूली नही है, यह फटकार भी अमरिका ने लगाई। इस वजह से ईरान के साथ युद्ध होने की संभावना से इन्कार करना मुमकिन नही, यह याद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दिलाई। ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकना यही अमरिका का उद्देश्य है और इसके लिए अमरिका सभी विकल्पों का इस्तेमाल करेगी, यह बात भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने डटकर रखी।
ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी इन्होंने मंगलवार के दिन फिर एक बार अमरिका का दबाव ठुकराकर परमाणु कार्यक्रम शुरू रखने का ऐलान किया। इस वजह से अमरिका और ईरान में बना तनाव इसके आगे और भी तीव्र होने के आसार दिख रहे है।
अमरिका और ईरान के बीच बढ रहे तनाव के मुद्दे पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इन्होंने चिंता व्यक्त की है। दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार रहता है तो आनेवाले समय में इसके भीषण परिणाम सामने आएंगे, यह डर चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त किया। इस वजह से दोनों देश संयम के साथ भूमिका का स्वीकार करें, यह निवेदन राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इन्होंने किया है।
इस दौरान अगले कुछ दिनों में अमरिका, रशिया और इस्रायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विशेष बैठक में शामिल हो रहे है। इस बैठक में अमरिका रशिया के सामने ईरान का मुद्दा उपस्थित करेगी, यह बात अमरिकी अधिकारी ने स्पष्ट की है।
ईरान को परमाणु अस्त्र प्राप्त करने से रोकने के मुद्दे पर अमरिका-ब्रिटेन सहमत
आतंकवाद का समर्थक ईरान को परमाणु अस्त्र प्राप्त करने से रोकने के मुद्दे पर अमरिका और ब्रिटेन के राष्ट्रप्रमुख सहमत हुए है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे इन्होंने संयुक्त वार्ता परिषद को संबोधित करके इस सहमति से दुनिया को ज्ञात किया।
ब्रिटेन की यात्रा के दौरान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने मंगलवार के दिन प्रधानमंत्री मे से भेंट की। इस भेंट के दौरान कई मुद्दों पर बातचीत हुई है ईरान संबंधि दोनों नेताओं में सहमति होना अहमियत रखती है। वर्ष २०१५ में पश्चिमी देशों ने ईरान के साथ किए परमाणु समझौते पर ब्रिटेन अभी भी कायम होने की बात प्रधानमंत्री मे इन्होंने इस दौरान कही। लेकिन, समझौते में तय मुद्दों के नुसार सभी शर्थों का पालन किए बिना यदि ईरान परमाणु अस्त्र प्राप्त करने की दिशा में कदम बढाता है तो, ब्रिटेन ऐसा होने नही देगा, ऐसा ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा।
साथ ही आतंकवाद के समर्थक ईरान को रोकने के लिए ब्रिटेन अमरिका के साथ रहेगा, यह वादा भी प्रधानमंत्री मे ने किया है।
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