साऊथ चायना सी और व्यापारी करों के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया चीन के ख़िलाफ़ आक्रमक

साऊथ चायना सी और व्यापारी करों के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया चीन के ख़िलाफ़ आक्रमक

कॅनबेरा – ‘डब्ल्यूएचओ’ यानी ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ में चीनविरोधी प्रस्ताव रखनेवाली ऑस्ट्रेलिया का चीनविरोधी सूर अधिक ही आक्रमक हुआ है। चीन ने ऑस्ट्रेलिया के उत्पादनों पर कर थोंपने के कारण, ऑस्ट्रेलिया ने चीन को जागतिक व्यापार संगठन में खींचने का फ़ैसला किया है। उसी समय भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त ने साऊथ चायना सी के मुद्दे पर चीन पर निशाना साधा है। एक के बाद घटित हो रहीं ऐसी घटनाओं के कारण, पहले ही तनाव से भरे हुए ऑस्ट्रेलिया-चीन संबंध अधिक ही बिग़ड़े हैं।

कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया ने, चीन में शुरू हुई कोरोना महामारी की संपूर्ण जाँच की जायें, इसके लिए युरोपीय देशों की सहायता से ‘डब्ल्यूएचओ’ में प्रस्ताव दाख़िल किया था। इस मामले को लेकर चीन ने ऑस्ट्रेलिया को परिणामों की धमकी भी दी थी। उसके बाद चीन ने ऑस्ट्रेलिया के उत्पादनों पर ८० प्रतिशत से अधिक कर थोंपना ग़ौरतलब साबित होता है। चीन ने अपने फ़ैसले का समर्थन करते हुए, इस मामले में तहकिक़ात सन २०१८ से चालू थी, ऐसा खुलासा किया।

लेकिन चीन की धमकी के सामने वह झुकनेवाली नहीं है, यह ऑस्ट्रेलिया ने अपनी कृति में से दिखा दिया। चीन द्वारा करों की घोषणा की जाने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने चीन के ख़िलाफ़ ठेंठ जागतिक व्यापार संगठन में शिक़ायत करने का फ़ैसला किया है। ऑस्ट्रेलिया के कृषिमंत्री डेव्हिड लिटलप्राउड ने यह जानकारी दी।

चीन के ख़िलाफ़ नये व्यापारी संघर्ष के संकेत देनेवाली ऑस्ट्रेलिया ने ‘साऊथ चायना सी’ के मुद्दे पर भी चीन को फटकार लगायी है। ऑस्ट्रेलिया के भारत में उच्चायुक्त बॅरी ओफॅरल ने, ऑस्ट्रेलिया इसके बाद भी अपने युद्धपोत और लड़ाक़ू विमानों की गश्ती साऊथ चायना सी में जारी रखेगी, ऐसा ज़ोर देकर कहा। साथ ही, चीन के अलावा अन्य देशों द्वारा इस इलाक़े में जारी होनेवालीं गतिविधियों को भी ऑस्ट्रेलिया समर्थन देगी, ऐसा भी ओफॅरल ने कहा।

आंतर्राष्ट्रीय समुदाय कोरोना महामारी का मुक़ाबला करने की जानतोड़ कोशिश कर रहा है और यहाँ चीन द्वारा अपनीं सामरिक महत्त्वाकांक्षाएँ पूरी करने की कोशिशें चालू हैं। कुछ हफ़्तें पहले चीन ने व्हिएतनाम के पोत को डुबोया था। साऊथ चायना सी में स्थित कुछ इलाक़ों का अपने आप ही नामकरण करके, उनपर अपना अधिकार है, ऐसा चीन ने घोषित किया था। इस क्षेत्र में गश्ती कर रहे अमरिकी युद्धपोत को खदेड़ दिया होने का दावा भी चीन द्वारा किया गया था।

चीन की इन हरकतों पर अमरीका समेत सभी देशों ने तीव्र ऐतराज़ जताया होकर, चीन को रोकने के लिए गतिविधियाँ भी शुरू कीं हैं। इस पृष्ठभूमि पर, ऑस्ट्रेलिया जैसे अग्रसर देश द्वारा अपनाया गया आक्रमक पैंतरा यह स्पष्ट संकेत दे रहा है कि चीन आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अकेला पड़ रहा है।

English     मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info