चीन ने रखी हैं ‘साउथ चायना सी’ में ‘एडीआयझेड’ थोपने की तैयारी

चीन ने रखी हैं ‘साउथ चायना सी’ में ‘एडीआयझेड’ थोपने की तैयारी

बीजिंग – कोरोना की महामारी के दौर में भी ‘साउथ चायना सी’ में अपनी आक्रामकता बरकरार रखनेवालें चीन ने, अब इस क्षेत्र पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए तेज़ गतिविधियाँ शुरू की हैं। पिछले कुछ वर्षों में साउथ चायना सी में आक्रामक लष्करी तैनाती करनेवाले चीन ने, इस समुद्री क्षेत्र पर अपना हक स्थापित करने के लिए ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ (एडीआयझेड) जारी करने की तैयारी की है। चीन एवं तैवान के लष्करी अधिकारियों के हवाले से यह ख़बर देने का दावा हाँगकाँग के अख़बार ने किया है। इससे पहले सन २०१३ में चीन ने जापान के नज़दिकी क्षेत्र के ‘ईस्ट चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र में ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशनझोन’ का ऐलान किया था।

साऊथ चायना सी, चीन

हाँगकाँग के लिए पारित किया हुआ नया सुरक्षा कानून, तैवान पर हमला करने से संबंधित चीन के लष्करी अधिकारी एवं अभ्यासगुटों से हो रहीं बयानबाजी एवं पड़ोसी एशियाई देश और अमरिकी युद्धपोतों के विरोध में साउथ चायना सी क्षेत्र में मग़रूरीभरी गतिविधियाँ, चीन के आक्रामक ईरादों का एहसास करा रहें हैं। इस पृष्ठभूमि पर, चीन ने साउथ चायना सी में अपना हक स्थापित करने के लिए ‘एडीआयझेड’ घोषित करने को लेकर की हुई तैयारी अहम साबित होती है।

तैवान के रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने में किए एक निवेदन में, चीन ऐसी तैयारी में जुटा होने की कल्पना हमें है, यह बयान किया था। इससे संबंधित और खुलासा करते समय, तैवान के भूतपूर्व नौसेना अधिकारी लु ली-शिह ने ऐसा दावा किया कि चीन ने ‘एडीआयझेड’ की योजना पर पिछले १० वर्षों से काम शुरू रखा है और कृत्रिम द्विपों का निर्माण एवं वहाँ पर लष्करी अड्डे स्थापित करना यह इसी योजना का हिस्सा है। ली-शिह ने इस समय, चीन की सेना ने कृत्रिम द्विपों पर स्थापित किए लष्करी अड्डों पर हाल ही में निगरानी एवं गश्‍त करनेवाले प्रगत विमान तैनात किए हैं, इसपर ग़ौर फ़रमाया।

साऊथ चायना सी, चीन

हाँगकाँग स्थित ‘साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ इस अख़बार ने इससे संबंधित जारी की हुई ख़बर में, चीन की सेना से संबंधित सूत्रों ने भी ‘एडीआयझेड’ की तैयारी एवं इसके ऐलान से संबंधित जानकारी प्रदान की है। इसके अनुसार, साउथ चायना क्षेत्र में प्रस्तावित झोन में अन्य देशों ने जताए हक के क्षेत्र का भी समावेश रहेगा। इसमें तैवान ने दावा किए हुए ‘प्रतास आयलैंड’ के साथ ‘स्प्रेटले’ एवं ‘पैरासेल’ आयलैंड इन द्विपों का भी समावेश है। इन द्विपों पर फिलिपाईन्स, मलेशिया और वियतनाम ने दावा किया है। चीन के पूर्व लष्करी अधिकारी ली जिए ने भी ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ घोषित करने से संबंधित गतिविधियाँ शुरू होने की जानकारी की पुष्टि की है।

चीन ने यह तैयारी शुरू की हुई है और तभी अमरीका ने भी साउथ चायना सी क्षेत्र में जारी अपनी गतिविधियाँ अधिक तेज़ कीं हुई दिख रही हैं। पिछले छः महीनों में अमरीका की तीन विध्वंसकों ने साउथ चायना सी क्षेत्र के अलग अलग हिस्सों में गश्‍त की थी। अमरिकी लष्करी एवं गश्‍ती विमानों ने भी, साउथ चायना सी क्षेत्र में एक महीने के दौरान लगभग ९ बार उड़ान भरने की जानकारी एक वेबसाईट ने जारी की है। अमरीका की ये गतिविधियाँ और चीन ने शुरू की हुई तैयारी की पृष्ठभूमि पर, साउथ चायना सी क्षेत्र के वर्चस्व के मुद्दे पर दो देशों के बीच बना तनाव और भी बढ़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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