‘इंडो-पॅसिफिक’ के लिए अमरीका के तीन विमानवाहक युद्धपोत तैनात

‘इंडो-पॅसिफिक’ के लिए अमरीका के तीन विमानवाहक युद्धपोत तैनात

गुआम – चीन द्वारा ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र समेत हाँगकाँग और तैवान पर कब्ज़ा करने के लिए जारी हरक़तों की पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए निर्णायक गतिविधियाँ शुरू कीं हैं। एक ही समय पर अमरीका के तीन प्रचंड विमानवाहक युद्धपोत चीन के नज़दीकी सागरी क्षेत्र में दाख़िल हो रहे होकर, बॉम्बर्स तथा स्पाय ड्रोन्स भी तैनात किये गए हैं। अमरीका की ये गतिविधियाँ यानी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन के ख़िलाफ़ शुरू की आक्रमक नीति का अगला चरण माना जा रहा है।

'इंडो-पॅसिफिक', अमेरिका, विमानवाहू युद्धनौका, विमानवाहक युद्धपोत

दुनियाभर में फैल रही कोरोनावायरस महामारी का बड़ा झटका अमरीका के रक्षादल को भी लगा है। अमरीका के विभिन्न रक्षाअड्डों पर तैनात अधिकारी तथा जवान भी कोरोना से संक्रमित हुए होकर, नियमित मुहिमें और अभ्यास भी स्थगित कर दिये गए हैं। पॅसिफिक क्षेत्र में तैनात होनेवाले अमरीका के दो विमानवाहक युद्धपोतों को भी उनके अड्डों पर वापस लौटकर रुकने के आदेश दिये गए थे। अमरीका के रक्षादल की इस कमज़ोर स्थिति का फ़ायदा उठाकर चीन की हुक़ूमत तैवान पर आक्रमण करके उसपर कब्ज़ा कर लें, ऐसे मशवरे भी चीन में से दिये जा रहे थे। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका के तीन विमानवाहक युद्धपोत इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र में दाख़िल होना अहम बात साबित होती है।

अमरीका के पॅसिफिक क्षेत्र में होनेवाले गुआम इस अड्डे पर तैनात होनेवाला ‘युएसएस थिओडोर रुझवेल्ट’ यह युद्धपोत पिछले ही हफ़्ते में पॅसिफिक क्षेत्र के मुहिम के लिए रवाना हुआ होने की जानकारी दी गयी। फिलहाल यह विमानवाह युद्धपोत फिलिपाईन्स सी के नज़दीकी क्षेत्र में है, ऐसा कहा जाता है। अमरीका के सॅन डिएगो बंदरगाह में तैनात होनेवाला ‘युएसएस निमित्झ’ यह युद्धपोत ८ जून को पॅसिफिक मुहिम के लिए निकला है, ऐसा नौसेना द्वारा बताया गया। जापान में तैनात होनेवाला विमानवाहक युद्धपोत ‘युएसएस रोनाल्ड रीगन’ ने भी ८ जून को ही जापानी बंदरगाह छोड़ा होने की जानकारी सूत्रों ने दी।

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तीन विमानवाहक युद्धपोतों समेत, उनके ‘कॅरिअर ग्रुप’ का भाग होनेवाले ३० से अधिक युद्धपोत, १५० से अधिक लड़ाक़ू विमान और तक़रीबन २० हज़ार जवान ‘इंडो-पॅसिफिक’ क्षेत्र में दाख़िल हुए हैं। ये तीनों विमानवाहक युद्धपोत कितनी अवधि के लिए इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र में तैनात रहेंगे, इसके किसी भी प्रकार की जानकारी अमरिकी रक्षा विभाग द्वारा नहीं दी गयी है। एक ही समय पर तीन विमानवाहक युद्धपोत इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र में तैनात हैं, ऐसा पिछले तीन सालों में पहली ही बार हुआ है, ऐसी जानकारी रक्षा विभाग के सूत्रों ने दी।

तीन विमानवाह युद्धपोतों के साथ ही अमरीका के रक्षादल ने ‘बी-१बी लान्सर बॉम्बर्स’ और ‘ग्लोबल हॉक स्पाय ड्रोन्स’ भी इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र के लिए तैनात किये होने की जानकारी सामने आयी है। ‘बी-१बी लान्सर बॉम्बर्स’ गुआमस्थित अड्डे से नियमित रूप में साऊथ चायना सी तथा अन्य नज़दीकी क्षेत्र पर चक्कर लगा रहे हैं। वहीं, ‘ग्लोबल हॉक स्पाय ड्रोन्स’ जापान के ‘योकोटा’ हवाईअड्डे पर तैनात किये गए हैं। यह तैनाती अमरीका के हवाईदल द्वारा की गयी है।

पिछले कुछ महीनों में चीन द्वारा साऊथ चायना सी क्षेत्र में ज़ोरदार हरकतें शुरू हैं। पड़ोसी देशों की नौकाओं को डूबाना, सागरी सीमा में घुसपैंठ करना और लष्करी सामर्थ्य के बल पर धमकाना ऐसे क़ारनामें लगातार शुरू हैं। उसीमें हाँगकाँग पर कब्ज़ा करने के लिए पारित किया क़ानून और तैवान पर आक्रमण की धमकियाँ जारी हैं। साऊथ चायना सी क्षेत्र पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए चीन द्वारा ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ लागू करने की कोशिशें जारी हैं, ऐसी ख़बर प्रकाशित हुई है।

कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन द्वारा जारी इन आक्रमक हरकतों को रोकने के लिए अमरीका आगे बढ़ी होकर, विमानवाहक युद्धपोतों समेत बॉम्बर्स और ड्रोन्स की तैनाती यह निर्णायक गतिविधियों के संकेत देनेवाली साबित होती है।

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