अमरीका का स्थान हथियाने के लिए चीन की आक्रामक मुहिम – एटर्नी जनरल विल्यम बार ने किया आरोप

अमरीका का स्थान हथियाने के लिए चीन की आक्रामक मुहिम – एटर्नी जनरल विल्यम बार ने किया आरोप

वॉशिंग्टन – जागतिक स्तर की महाशक्ति होनेवाली अमरीका का स्थान हथियाने के लिए चीन ने आर्थिक स्तर पर आक्रामक और जोरदार मुहिम शुरू की है, ऐसा गंभीर आरोप अमरीकी एटर्नी जनरल विल्यम बार ने किया है। अमरीका में कई अहम और संवेदनशील उद्योग क्षेत्र, चीन की आयात पर काफ़ी बड़ी मात्रा में निर्भर हैं और यह निर्भरता देश के लिए खतरा होने की चेतावनी भी बार ने दी। इस समय अमरिकी एटर्नी जनरल ने, चीन की हुकूमत ने अपनाई लुटारू एवं शिकारी प्रवृत्ति की नीति का ज्ञान होने के बावजूद भी उससे हाथ मिला रहीं अमरिकी कंपनियों की भी कड़ी आलोचना की। अमरिकी जाँच यंत्रणा ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ यानी ‘एफबीआय’ के प्रमुख ने पिछले हफ़्ते में ही, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत की गतिविधियाँ अमरीका के लिए सबसे बड़ा खतरा होने की चेतावनी दी थी।

राष्ट्राध्यक्ष होते ही डोनाल्ड ट्रम्प ने लगातार चीन के विरोध में भूमिका अपनाई थी। पिछले तीन वर्षों में डोनाल्ड ट्रम्प ने अलग अलग मुद्दों पर चीन को लक्ष्य करनेवाले निर्णय किए हैं। इस वर्ष के शुरू से ही विश्‍वभर में लाखों लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई कोरोना की महामारी के पीछे भी, चीन ही प्रमुख सूत्रधार होने का आरोप करके अमरीका ने फिलहाल चीन के विरोध में आक्रामक राजनीतिक संघर्ष शुरू किया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इसके लिए पहल की है और अमरिकी जनता को भी चीन के षड़यंत्र से अवगत कराने के लिए प्रचार मुहिम तैयार की गई है। इसी के एक हिस्से के तौर पर ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, अमरीका के अलग अलग हिस्सों में जाकर चीन के खतरों की ओर लगातार ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। पिछले महीने से अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन एवं एफबीआय के प्रमुख ने चीन की हरकतों की जानकारी प्रदान की थी।

एटर्नी जनरल बार ने मिशिगन के ‘फोर्ड प्रेसिडेन्शियल म्युझियम’ में किया बयान, ट्रम्प प्रशासन की इसी मुहिम का हिस्सा बनता है। अर्थ एवं व्यापार क्षेत्र में जारी, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत की हरकतों का ज़िक्र करते समय बार ने, ‘मेड इन चायना २०२५’, ‘बेल्ट ॲण्ड रोड़ इनिशिएटिव्ह’ एवं ‘डिजिटल सिल्क रोड़’ इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। कम्युनिस्ट हुकूमत की ये परियोजनाएँ यानी जागतिक स्तर के उत्पादन, व्यापार और तकनीकी क्षेत्र पर एकतरफा वर्चस्व स्थापित करने की महत्वाकांक्षा का हिस्सा हैं, यह एहसास भी अमरिकी एटर्नी जनरल ने कराया। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की इन महत्त्वाकांक्षाओं पर अमरीका क्या कदम उठाती है, यह पूरे विश्‍व के लिए २१ वीं सदी का सबसे अहम मुद्दा साबित होगा, यह दावा भी एटर्नी जनरल बार ने किया।

जागतिक अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण हासिल करके अमरीका का स्थान हथियाने के लिए चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपनी हरकतों की तीव्रता बढ़ाई है। बौद्धिक संपदा की चोरी, जासूसी, आतंकी हरकत, सायबर हमले, विदेशी कंपनियों पर कब्जा करने के लिए चिनी कंपनियों को सहायता प्रदान करना और अपनी मुद्रा के मूल्य में बदलाव करना, इन जैसें कई मार्गों से यही हो रहा है। चीन को विश्‍व की अन्य प्रगत अर्थव्यवस्थाओं के साथ बराबरी नहीं करनी है, बल्कि उन्हें बाजू में हटाकर एकतरफा अपना ही वर्चस्व स्थापित करना है, इन शब्दों में अमरिकी एटर्नी जनरल ने कम्युनिस्ट हुकूमत की हरकतों को लेकर चेतावनी दी है। साथ ही उन्होंने, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत को ‘विश्‍व की तानाशाही के हथियारों का भंड़ार’ कहकर लक्ष्य किया है।

चिनी हुकूमत की गतिविधियों की आलोचना करने के साथ ही, इस हुकूमत से हाथ मिलाकर उसका साथ दे रहीं अमरिकी कंपनियों को भी विल्यम बार ने फटकार लगाई है। तकनीकी क्षेत्र की प्रमुख अमरिकी कंपनियाँ गुगल, मायक्रोसॉफ्ट, याहू, एपल और सिस्को ने आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए चीन की हुकूमत के इशारों पर नाचने की गलत भूमिका अपनाई, ऐसें तीखें आरोप भी अमरिकी एटर्नी जनरल बार ने लगाए। इस दौरान उन्होंने, अमरिकी चित्रपट जगत के तौर पर जाने जा रहे हॉलिवूड को भी आड़े हाथ लिया। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अमरिका की अगली पीढ़ी के भविष्य पर नियंत्रण पाने के लिए मुहिम चला रही है और अमरीका ने एक देश के तौर पर एक होकर इसका मुकाबला करना होगा, यह आवाहन भी एटर्नी जनरल बार ने आखिर में किया।

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