आर्मेनिया और अज़रबैजान में युद्ध भड़कने के संकेत

आर्मेनिया और अज़रबैजान में युद्ध भड़कने के संकेत

बाकु/येरेवान – मध्य एशिया स्थित आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच रविवार से जोरदार संघर्ष हो रहा है और इससे युद्ध भड़कने की भी संभावना है। दोनों देशों ने देश में ‘मार्शल लॉ’ का ऐलान किया है और एक-दूसरे के खिलाफ़ संघर्ष शुरू करने का आरोप किया है। रविवार के संघर्ष में दोनों ओर बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान होने की बात कही जा रही है। तुर्की ने अज़रबैजान को लष्करी एवं अन्य सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है। साथ ही तुर्की ने इस अस्थिरता के लिए आर्मेनिया को ही ज़िम्मेदार होने का आरोप किया है। तुर्की ने अज़रबैजान में लड़ाकू विमान और सीरियन बागियों के दल भेजने के दावे भी सामने आ रहे हैं।

आर्मेनिया

दो महीने पहले आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच हुए संघर्ष में १६ सैनिक मारे गए। उस समय अज़रबैजान ने आर्मेनिया के परमाणु ऊर्जा केंद्र पर मिसाइल हमला करने की धमकी भी दी थी। तभी से इन दो देशों में काफ़ी तनाव निर्माण हुआ है और छोटी-बड़ी लड़ाईयां जारी रहने की बात कही जा रही है। लेकिन, रविवार के दिन इन दो देशों में बड़ा संघर्ष होने की बात सामने आयी है।

सोवियत रशिया से अलग होने के साथ ही अज़रबैजान और अर्मेनिया के बीच सीमा विवाद निर्माण हुआ। नागोर्नो-कैराबख नामक स्वायत्त प्रांत को लेकर यह विवाद जारी है और फिलहाल यह क्षेत्र अज़रबैजान का हिस्सा है। लेकिन, इसी प्रांत में आर्मेनियन वंश के नागरिकों की संख्या काफ़ी ज्यादा है और इस प्रांत के कुछ हिस्से पर आर्मेनिया ने कब्ज़ा किया है। मध्य एशिया के इन देशों की सीमा पर बीते तीन दशकों में गोलीबारी की कई घटनाएं हुई थीं। लेकिन, बीते चार वर्षों से इन दोनों पड़ोसी देशों की सीमा पर निर्माण हुए तनाव में काफी बढ़ोतरी हो रही है।

आर्मेनियाबीते तीन महीनों में दूसरी बार इन दो देशों ने सीमा पर सेना तैनाती बढ़ाई है और एक-दूसरे को धमका रहे हैं। रविवार के दिन यह तनाव संघर्ष में परिवर्तीत हुआ। इसके बाद अज़रबैजान और आर्मेनिया ने अपनी सीमा पर मिसाइल्स, टैंक, तोंप और ड्रोन्स तैनात किए हैं। आर्मेनिया ने अज़रबैजान पर संघर्ष भड़काने का आरोप करके उसके हेलिकॉप्टर्स और ड्रोन्स गिराने का दावा भी किया है। लेकिन, अज़रबैजान ने अपना नुकसान होने का समाचार ठुकराया है। साथ ही बीते तीन दशकों से जारी यह संघर्ष हमेशा के लिए ख़त्म करने का अवसर बना है, यह इशारा देकर यह संघर्ष अधिक भड़कने के संकेत दिए हैं।

आर्मेनियाआर्मेनिया और अज़रबैजान में भड़के इस संघर्ष में तुर्की ने भी प्रवेश किया है। आर्मेनिया पर संघर्ष भड़काने का आरोप करके तुर्की ने इस मामले में हम अज़रबैजान के साथ ड़टकर खड़े होने का ऐलान किया। तुर्की ने अपने लड़ाकू विमान और सीरियन बागियों के दल अज़रबैजान में लड़ने के लिए रवाना किए होने के दावे भी सामने आए हैं। रशिया ने पहले ही अपना समर्थन आर्मेनिया को होने की बात कही है। इसकी वजह से आर्मेनिया-अज़रबैजान के संघर्ष की पृष्ठभूमि पर रशिया और तुर्की आमने-सामने आने की संभावना निर्माण हुई है।

English    मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info