सीरिया, हिजबुल्लाह और पैलेस्टाइन के तीन मोर्चे पर संघर्ष की तैयारी; अमरिका एवं इस्राइल का ‘जुनीपर कोब्रा’ युद्धाभ्यास

सीरिया, हिजबुल्लाह और पैलेस्टाइन के तीन मोर्चे पर संघर्ष की तैयारी; अमरिका एवं इस्राइल का ‘जुनीपर कोब्रा’ युद्धाभ्यास

हैफा: इस्राइल की सुरक्षा के लिए यह युद्धाभ्यास शुरू होकर अगर वैसी परिस्थिति निर्माण हुई, तो अमरिका के सैनिक इस्राइल के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हुए नहीं डरेंगे, ऐसा अमरिका के यूरोपियन कमांड के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है| खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरिका और इस्राइल के लष्कर में ‘जुनीपर कोब्रा’ युद्धाभ्यास शुरू हुआ है और उस पृष्ठभूमि पर अमरिका के अधिकारी ने यह घोषणा की है| खाड़ी में बढ़ते हुए अमरिका एवं इस्राइल रक्षा दलों का यह संयुक्त युद्धाभ्यास मतलब सीरिया, हिज्बुल्ला और पैलेस्टाइन ऐसे तीनों मोर्चेपर संघर्ष की तैयारी होने के दावे किया जा रहे हैं|

‘जुनिपर कोब्रा’ युद्धाभ्यास में दोनों देशों के लगभग साढ़े चार हजार सैनिक, युद्धनौका और २५ लड़ाकू विमान शामिल हुए हैं| अमरिका के यूएस आयोवा, जीमा यह एम्फिबियस युद्धनौका इस्राइल के सागरी क्षेत्र में तथा यूएसएस माउंट व्हिटीनी युद्धनौका इस्राइल के हैफा बंदरगाह में तैनात है| तथा अमरिका के पेट्रियौट, एजिस, थाड और टीपीवाय-२ यह मिसाइल भेदी यंत्रणा इस्राइल के शहर के हत्झोर तल पर तैनात किए गए हैं| तथा इस्राइल के आयर्न डोम, एरो तथा डेविडस् स्लिंग मिसाइल भेदी यंत्रणा भी इस युद्धाभ्यास में कार्यरत होने वाली है| यह डेविडस् स्लिंग यंत्रणा युद्धाभ्यास में पहली बार उपयोग में आने वाली है|

इस्राइल के दक्षिण तथा उत्तर सीमा पर लघु और मध्यम अंतर के रॉकेट, मिसाइल के हमले हुए, तो उनका सामना कैसे किया जाए इसका अभ्यास किया जाने वाला है, ऐसी जानकारी उस युद्धाभ्यास के नेतृत्व करने वाले इस्राइल के अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल झिविका हैमोविच ने दिया है| इस अनुभव का फायदा इस्राइल लष्कर तथा हवाई दल को भविष्य के युद्ध के लिए होगा, ऐसा दावा ब्रिगेडियर जनरल हैमोविच ने किया है| अपने शत्रुओं का सामना करने के लिए इस्राइल के पास सामर्थ्य है, पर अमरिका के लष्कर से इस्राइल का सामर्थ्य अधिक बढ़ा है, ऐसा अधिकारी ने आगे कहा है| हैमोविच इनके पास के हवाई सुरक्षा विभाग के प्रमुख पद होकर वे युद्धाभ्यास का नेतृत्व करने वाले हैं|

इस युद्धाभ्यास में अमरिकी लष्कर के नेतृत्व करनेवाले लेफ्टिनेंट जनरल रिजल्ट क्लार्क ने अमरिका एवं इस्राइल में लष्करी सहयोग का महत्व रेखांकित किया है| दोनों देशों में हुए करार की वजह से अमरिका के लष्कर इस्राइल की सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे| इस युद्धाभ्यास के बाद इस्राइल में तैनात होनेवाले अमरिकी सैनिकों की यह जिम्मेदारी होगी| होने पर इस्राइल सुरक्षा के लिए अमेरिकन सैनिक इस्राइल के लिए अपने प्राणों की परवाह नहीं करेंगे, ऐसा लेफ्टिनेंट जनरल क्लार्क ने कहा है|

पिछले गुरुवार से शुरू हुआ यह है| युद्धाभ्यास १५ मार्च से शुरू रहेगा और उसके बाद अमरिका के सैनिक मार्च महीने के आखिर तक इस्राइल में तैनात होंगे, ऐसी जानकारी हैमोविच ने दी है| इस युद्ध अभ्यास में इस्राइल के सामने खतरों के विरोध में होने की बात कहकर है, सीरिया, हिज्बुल्ला और हमास सीधा उल्लेख टाला है| पर इस युद्धाभ्यास में ‘स्टेट एंड नॉन स्टेट एक्टर्स’ के विरोध में होने वाले सूचक विधान हैमोविच ने किए हैं| इसकी वजह से स्टेट एंड नॉन स्टेट एक्टर्स मतलब सीरिया, हिज्बुल्ला और हमास का दावा इस्राइली माध्यम से किया जा रहा है|

(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)

 

leave a reply