अमरिका एवं चीन में राजनैतिक युद्ध भड़केगा; ‘तैवान ट्रैवल ऐक्ट’ पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष के हस्ताक्षर

अमरिका एवं चीन में राजनैतिक युद्ध भड़केगा; ‘तैवान ट्रैवल ऐक्ट’ पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष के हस्ताक्षर

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वॉशिंगटन: चीन की धमकियों की परवाह न करते हुए अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘तैवान ट्रैवल ऐक्ट’पर हस्ताक्षर किए हैं| इसकी वजह से यह विधेयक का कानून में परिवर्तीत हुआ है और तैवान ने इसका जोरदार स्वागत किया है| तैवान ट्रैवल ऐक्ट की वजह से आगे चलकर अमरिका एवं ऐक्ट के अधिकारी एक दूसरों के देश के दौरा कर सकते हैं| वैसा करना मतलब तैवान को स्वतंत्र देश के तौर पर मंजूरी देने जैसा है और यह बात ‘वन चाइना’ धारणा को धक्का देने वाली है, ऐसा कहते हुए चीन ने आक्षेप जताया है| इस परिस्थिती में अमरिका ने लिया यह निर्णय दोनों देशों में राजनीतिक स्तर पर युद्ध भड़काने वाला साबित होने के स्पष्ट आसार दिखाई दे रहे है|

१९७९ में अमरिका ने चीन को मंजूरी देकर तैवान यह चीन का भूभाग होने की बात मंजूर की थी| इसकी कारण तैनान से अमरिका ने अधिकृत स्तर पर अलग संबंध प्रस्थापित नहीं किए थे, ऐसा होते हुए भी तैवान को चीन से सुरक्षित रखने के लिए अमरिका ने आवश्यक सहयोग किए थे| तथा चीन ने तैवान यह अपना ही भूभाग होकर इस बारे में समझौता संभव न होने की भूमिका पहले से अपनाई है| पर तैवान की जनता ने चीन का अधिकार कभी भी मंजूर नहीं किया था| सन २०१६ मे तैवान की संपूर्ण स्वतंत्रता का पुरस्कार करने वाले त्साई इंग वेन इनकी सरकार सत्ता पर आई है और इस सरकार ने तैवान की स्वतंत्रता के लिए अधिक गतिमान कदम उठाए हैं| इसका निषेध करते हुए चीन ने तैवान के साथ राजनीतिक संबंध तोड़ने का निर्णय लिया था|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरिका के सत्ता पर आने के बाद तैवान को सहायता करनेवाली आक्रामक धारणा स्वीकारी हुई है| इसके अनुसार अमरिकन संसद के ‘हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स’ और सीनेट में तैवान ट्रेवल ऐक्ट का विधेयक प्रस्तुत किया गया और उसे मंजूरी भी मिली है| इसपर चीन ने तीव्र प्रतिक्रिया देकर अमरिका को इसके विरोध में कड़ा इशारा दिया था और तैवान को सीधे युद्ध की धमकी दी थी| इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस विधेयक पर हस्ताक्षर करके उसे कानून में रुपांतरित किया है| इसकी वजह से अमरिका के अधिकारी एवं नेता अपने समकक्ष तैवानी अधिकारी एवं नेताओं से भेंट कर सकेंगे|

यह बात तैवान को स्वतंत्र देश के तौर पर अमरिका ने मंजूरी देने जैसी है और इसकी वजह से अमरिका एवं चीन में राजनैतिक युद्ध भड़कता दिखाई दे रहा है| चीन के अमरिका के दूतावास ने यह निर्णय मतलब अपने देश के सार्वभौमत्व पर आघात होने की बात कहकर उस पर कड़ी टीका की है| इस निर्णय से अमरिका एवं चीन के संबंधों की नीव हिली है, ऐसा कहकर चीन के दूतावास ने इस पर चीन से उतनी ही कड़ी प्रतिक्रिया आएगी, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए हैं|

दौरान तैवान का नागरिक अमरिका के इस निर्णय का जोरदार स्वागत कर रहा है और इसकी वजह से तैवान को राजनीतिक स्तर पर मंजूरी मिलने का दावा कर रहा है| आने वाले समय में हम अधिकृत स्तर पर अमरिका को भेंट दे सकते हैं, ऐसा कहकर तैवानी नागरिक इस पर आनंद व्यक्त कर रहे हैं| अमरिका ने तैवान ट्रैवल ऐक्ट मंजूर करने से उसके गंभीर परिणाम होंगे, ऐसा इशारा देकर इस मामले पर तैवान पर हमला करने की धमकी चीन के विदेश मंत्रालय ने कई दिनों पहले ही दी थी| पर चीन की धमकियों की परवाह ना करते हुए आज नहीं तो कल तैवान को यह कदम उठाना ही होगा, ऐसा दावा तैवानी नागरिक कर रहे हैं|

 

(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)

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