शरणार्थीयों खिलाफ दक्षिणपंथीयों के निदर्शन से जर्मनी के केम्निट्झ शहर में आपातकालीन घोषित

शरणार्थीयों खिलाफ दक्षिणपंथीयों के निदर्शन से जर्मनी के केम्निट्झ शहर में आपातकालीन घोषित

केम्निट्झ – इराक और सीरिया से आए शरणार्थीयों ने जर्मन नागरीक की हत्या करने के बाद केम्निट्झ शहर में काफी तनाव छाया है। जर्मनी के दक्षिणपंथी गुटों समेत शरणार्थीयों को विरोध करनेवाले गुट एवं पार्टीयों ने एकजूट होकर प्रदर्शन शुरू किया है। शनिवार को हुए इन प्रदर्शन के खिलाफ शरणार्थीयों के समर्थन करनेवाले उदारतावादी भी रस्ते पर उतरे है। इससे केम्निट्झ में आपातकालीन घोषित की गई है।

केम्निट्झ, आपातकालीन, दक्षिणपंथी, शरणार्थी, प्रदर्शन, WW3, जर्मनी, पेगिडा, सीरियाडॅनिअल हिलिग नाम के ३५ वर्षीय व्यक्ती पर जर्मनी के केम्निट्झ में ‘स्ट्रिट फेस्टिव्हल’ के दौरान इराक एवं सीरिया से आए शरणार्थीयों ने हमला किया। इस हमले में और दो स्थानिक भी जखमी हुए है। हिलिग इस हमले में मारे गए। उसके बाद केम्निट्झ में शरणार्थीयों के खिलाफ असंतोष भडक उठा है। दक्षिणपंथी गुटों ने रस्ते पर उतरते हुए चॅन्सेलर मर्केल द्वारा शरणार्तीयों के बारे में स्वीकारे गए नीतियों का निषेध किया। इसके लिए हजारो नौजवान रस्ते पर उतरे थे। साथही दक्षिणपंथी गुटों के समर्थकों ने कुछ शरणार्थीयों पर हमले करने की खबर है।

खबर ये भी है कि, कुछ जगहों पर दक्षिणपंथी समर्थक और शरणार्थीयों की भीड में दंगल हुई थी। इसका बडा तनाव केम्निट्झ के सुरक्षा एजन्सीयों पर हो रहा था। शनिवार को भी दक्षिणपंती गुटों के समर्थकों ने हिलिग की हत्या के निषेध में प्रदर्शन आयोजित किया था। उस समय करीब आठ हजार से अधिक प्रदशर्नकारी मर्केल सरकार के खिलाफ साथही शरणार्थीयों के खिलाफ आक्रामक घोषणा दे रहे थे। इनमें ‘अल्टरनेटिव्ह फॉर जर्मनी’ (एएफडी) इन दक्षिणपंथी जैसे राजनीतिक पार्टी के साथ शरणार्थीयों का कडा विरोध करनेवाले ‘पेगिडा’ जैसे गुट भी शामिल था।

दक्षिणपंथी गुट के समर्थक शरणार्थीयों का विरोध कर रहे है ये देख कर उदारतावादीयों ने इसे चुनौती देने के लिए प्रदर्शन शुरू किए थे। इन दोनों भीड में संघर्ष ना भडके इसलिए करीब १२०० से अधिक जर्मन पुलीस तैनात किए थे। इन जगह हिंसाचार होने की खबर ना हो लेकिन आने वाले समय में दोनों गुटों में संघर्ष भडकेगा, ऐसा डर एजन्सीयों को लग रहा है। इसलिए केम्निट्झ के मेअर बार्बरा लुडविंग इस शहर में आपातकालीन स्थिती घोषित की है।

इन प्रदर्शन का प्रहार मर्केल सरकार को बैठ रहे है। जर्मनी के विदेश मंत्री मास ने इस पर कडी चिंता जताते हुए जर्मन जनता दक्षिणपंथी गुट के खिलाफ खुलेआम नीति अपनाए, ऐसा आवाहन किया है। वर्तमान पीढी को कुछ भी ना करते हुए स्वतंत्रता मिली है। इसलिए जातिवाद विचारों के खिलाफ खडे रहते हुए या फिर इसके खिलाफ नीति अपनाने पर जनता आलस दिखा रही है, ऐसी आलोचना विदेश मंत्री मास ने की है।

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