सऊदी अरेबिया द्वारा हत्या करवाये गये पत्रकार खगोशी का ब्रदरहुड एवं लादेन से संबंध था अमरिका के सत्ताधारी पक्ष के सदस्यों का दावा

सऊदी अरेबिया द्वारा हत्या करवाये गये पत्रकार खगोशी का ब्रदरहुड एवं लादेन से संबंध था अमरिका के सत्ताधारी पक्ष के सदस्यों का दावा

वॉशिंगटन – द वॉशिंगटन पोस्ट’ इस अग्रग्ण्य अमरीकन वर्तमानपत्र के स्तंभलेखक होने वाले जमाल खगोशी की हत्या करवाने का आरोप करके अमरिकन मीडिया सऊदी अरेबिया के राजघराने को लक्ष्य कर रही है। पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस हत्या के संबंध में सऊदी अरेबिया जैसे निकटतम सहयोगी देश के विरोध में कार्रवाई करने से इनकार किया है। उनके इस निर्णय के प्रति होने वाली पर आलोचना के दरमियान जमाल खगोशी से संबंधित विवादग्रस्त जानकारी सामने आ रही है। ‘अलकायदा’ का प्रमुख ओसामा बिन लादेन एवं खाड़ी क्षेत्र के कट्टरपंथियों की संगठना ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के साथ खगोशी के संबंध थे, ऐसी जानकारी अमरिकन मीडिया से प्रसिद्ध हो रही है।

खगोशी की हत्या अर्थात पत्रकारिता एवं अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की हत्या है, ऐसी भूमिका अमरिकन मीडिया दर्शा रही है। अमरिका के कुछ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले भी ट्रम्प प्रशासन पर इस मामले में निशाना साध रहे हैं। सऊदी अरेबिया के राजघराने, विशेष रूप से क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इनका विरोध करने की वजह से खगोशी की हत्या हुई है, ऐसा उनके समर्थकों का कहना है। तुर्की में सऊदी के दूतावास में होने वाली इस हत्या का अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी प्रतिक्रियाएं उमड़ी थी। तुर्की ने इस मामले में सऊदी के विरोध में ठोस भूमिका ली थी।

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पर सऊदी यह खाड़ी क्षेत्र में अमरिका का निकटतम सहयोगी देश है इसलिए खगोशी इनके दुखद हत्या पर सऊदी को दुखाने की जोखिम अपना प्रशासन नहीं ले सकता, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने घोषित किया है। इसी वजह से सऊदी के साथ व्यापार एवं राजनैतिक संबंध, मानव अधिकार एवं अभिव्यक्ति स्वतंत्रता से अधिक प्रभावी साबित हुए हैं, ऐसी आलोचना अमरिकन मीडिया के एक दल ने शुरू की थी। इस आलोचना के तीव्र होते समय खगोशी से संबंधित विवादग्रस्त जानकारी सामने आने लगी। कई नियतकालिकाओं में खगोशी ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ इन खाड़ी देशों में सक्रिय कट्टरपंथी संगठन के सदस्य थे, ऐसी जानकारी दी जा रही थी। इन्हीं कारणों की वजह से ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ की ओर से होने वाले खतरे को देख प्रिंस मोहम्मद ने खगोशी को खत्म कर दिया ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

इतना ही नहीं तो कोरे स्टुअर्ट ने खगोशी अच्छे व्यक्ति नहीं थे, ऐसा दावा ‘सीएनएन’ इस अमरीकी वृत्त प्रसारण सेवा के कार्यक्रम में किया। सत्ताधारी रिपब्लिकन पक्ष के सदस्य होनेवाले स्टुअर्ट ने खगोशी इनके मुस्लिम ब्रदरहुड तथा ओसामा बिन लादेन से संबंध होने का दाखिला दिया है। उनकी हत्या यह दु:खद बात है, फिर भी खाड़ी देशों में इसतरीके से मानव अधिकार का हनन कोई नई बात नहीं है, इस ओर भी स्टुअर्ट ने ध्यान केंद्रित किया है। इसलिए खगोशी इन के बारे में बहुत ज्यादा प्रतिक्रिया देकर सऊदी जैसे खाड़ी देश के निकटतम मित्र देश को अमरिका ना दुखाए, ऐसा निवेदन स्टुअर्ट ने किया है।

अमरिकन मीडिया के उदारमतवादी दल ने स्टुअर्ट इनके इस विधान पर तीव्र आलोचनाएं शुरु कर दी है। अपनी उम्र के २० वे वर्ष में ‘मैं ’‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ में शामिल हुआ था, इसका इकबालिया बयान खगोशी ने उजागर तौर पर दिया था। पर कुछ समय बाद उन्होंने अपना मार्ग बदल देने की बात भी घोषित की थी, इस ओर खगोशी के समर्थक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पर खगोशी इनकी पत्रकार के रूप में होने वाली प्रतिमा उनके बारे में सामने आ रहे नए विवादग्रस्त जानकारी के कारण बदल जाने की बात दिखाई दे रही है। जिसकी वजह से खगोशी मामले में ट्रम्प प्रशासन द्वारा स्वीकारी हुई भूमिका को होने वाला विरोध सौम्य होता दिखाई दे रहा है।

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