‘आयएस’ के आतंकियों की संख्या दुगुनी हुई – कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री मसरोर बरझानी का बयान

‘आयएस’ के आतंकियों की संख्या दुगुनी हुई – कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री मसरोर बरझानी का बयान

इरबिल  –  ‘आयएस’ का प्रमुख अबु बक्र अल बगदादी और उसके अहम सहयोगी मारे गए है, पर फिर भी यह आतंकी संगठन आज भी मौजूद है| फिलहाल इस संगठन के सदस्य आतंकियों की संख्या छह वर्ष पहले की तुलना में दुगुनी हुई है और उसके बने खतरें में भी उतनी ही मात्रा में बढोतरी हुई है| क्यों की यह संगठन फिर से उभरने की तैयारी कर रही है’, ऐसा इशारा इराक के कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री मसरोर बरझानी ने दिया है| इसी बीच आयएस के आतंकियों ने इराक के दियाला प्रांत में किए विस्फोट में एक इराकी सैनिक मारा गया है|

कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री, बयान, मसरोर बरझानी, आतंकी संगठन, निधि की सहायता, कुर्दिस्तान, संयुक्त राष्ट्रसंघअमरिकी पत्रिका को दी हुई मुलाकात के दौरान स्वायत्त कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री बरझानी ने फिर एक बार ‘आयएस’ के बढ रहे प्रभाव पर चिंता जताई| साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय इराक और सीरिया में मौजूद इस आतंकी संगठन के बढते प्रभाव को अनदेखा ना करें, यह निवेदन भी बरझानी ने किया है| ‘वर्ष २०१४ में ‘आयएस’ ने इराक और सीरिया के बडे क्षेत्र पर कब्जा करना शुरू किया, उस समय में इस आतंकी संगठन के पास नही थे, उससे भी दुगुनी संख्या में आतंकी वर्तमान समय में इस संगठन के सदस्य है’, ऐसी जानकारी बरझानी ने साझा की|

इराक और सीरिया में ‘आयएस’ के कम से कम २० हजार आतंकी होने का दावा बरझानी ने किया| ‘इस संगठन ने पिछले कुछ महीनों में इराक-सीरिया का काफी प्रदेश खोया होगा, साथ ही अपने नेता भी खोए है| पर, इस संगठन ने पहले से ही अधिक अनुभवी आतंकी प्राप्त किए है और यह एक अंतरराष्ट्रीय संकट बना है’, यह इशारा भी कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री ने दिया है| ‘आयएस’ नए से अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में है और इराक एवं सीरिया में यह संगठन बडी हरकतें करने की संभावना से इन्कार नही कर सकते, यह भी बरझानी ने कहा है|

कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री, बयान, मसरोर बरझानी, आतंकी संगठन, निधि की सहायता, कुर्दिस्तान, संयुक्त राष्ट्रसंघइससे पहले भी बरझानी ने इराक और सीरिया में ‘आयएस’ के बढते प्रभाव की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया था| सीरिया से अपनी सेना हटाने की तैयारी अमरिका कर रही है| ऐसे में इराक सरकार अमरिकी सेना को वापिस लौट जाने का निवेदन कर रही है| इराक और सीरिया से अमरिकी सेना पीछे हटती है तो इन देशों में ‘आयएस’ काफी तेजी में अपना प्रभाव बढाएगी, यह चिंता बरझानी ने पहले ही व्यक्त की थी| अमरिका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ एवं गुप्तचर संगठन ने भी इराक और सीरिया में स्थित ‘आयएस’ के आतंकियों की संख्या नजरअंदाज करना आसान ना होने की बात कही थी|

तभी, संयुक्त राष्ट्रसंघ के आतंकवादविरोधी गुट के सहसचिव ‘व्लादिमीर वोरोन्कोव्ह’ ने इस आतंकी संगठन ने प्राप्त किए आर्थिक प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया था| बगदादी या अन्य बडे आतंकी मारे जाने के बावजूद आज भी इस आतंकी संगठन के हाथ में ३० करोड डॉलर्स मौजूद है| इस निधि की सहायता से ‘आयएस’ दुनिया में कही भी बडा हमला करने की क्षमता रखकर है, यह इशारा भी वोरोन्कोव्ह ने दिया है|

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