टोकियो – दुनियाभर में कोरोनावायरस का फ़ैलाव जारी है और ऐसे में, इस महामारी की आड़ में चीन ‘साऊथ चायना सी‘ तथा ‘ईस्ट चायना सी‘ क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने का विचार कर रहा है, ऐसी चेतावनी जपानस्थित अमरिकी लष्कर के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल केविन श्नायडर ने दी। कुछ ही दिन पहले, चीन द्वारा ‘साऊथ चायना सी‘ में ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन‘ लागू करने की गतिविधियाँ शुरू कीं गयीं होने की ख़बर हाँगकाँग के अख़बार ने दी थी। उससे पहले चीन ने, इस क्षेत्र के द्वीपों को चिनी नाम देने का और मच्छिमारी पर पाबंदी लगाने का इकतरफ़ा निर्णय घोषित किया था। इस पृष्ठभूमि पर, अमरिकी अधिकारे ने दी चेतावनी ग़ौरतलब साबित होती है।
‘चीन की नौसेना ने पिछले कुछ महीनों में ‘साऊथ चायना सी‘ में अपनीं गतिविधियाँ भारी मात्रा में बढ़ायीं हैं। चीन के युद्धपोतों के साथ ही, तटरक्षक दल के जहाज़ और चीन के सशस्त्र मच्छिमार बोट के पथक (नॅव्हल मिलिशिया) इनकी आवाजाही बढ़ गयी है। चीन के युद्धपोत तथा बोट इस सागरी क्षेत्र में प्रवास करनेवाले अन्य देशों के जहाज़ों को लगातार परेशान कर रहे हैं। कोरोना संकट के दौर में ये गतिविधियाँ बड़े पैमाने पर बढ़ीं दिख रहीं हैं। ‘साऊथ चायना सी‘ क्षेत्र के साथ ही, ‘ईस्ट चायना सी‘ में भी हरकतों की व्याप्ति बढ़ी है‘, ऐसी चेतावनी जापानस्थित ‘युएस फॉर्सेस‘ के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल केविन श्नायडर ने दी।
चीन द्वारा इस क्षेत्र में हरकतों की व्याप्ति और गति बढ़ती ही जायेगी, ऐसा भी अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी ने जताया। चीन के गतिविधियाँ छोटे भागों तक सीमित न होकर, किसी बड़े प्रदेश पर कब्ज़ा करने की तैयारी उसके पीछे दिख रही है, ऐसा दावा भी लेफ्टनंट जनरल श्नायडर ने किया। चीन द्वारा गत कुछ हफ़्तों में जारी गतिविधियों को देखें, तो अमरिकी अफ़सर की चेतावनी की पुष्टि होती दिख रही है।
कुछ दिन पहले हाँगकाँग स्थित ‘साऊथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ इस अख़बार ने यह ख़बर दी थी कि चीन ने साऊथ चायना सी सागरी क्षेत्र पर अधिकार स्थापित करने के लिए करण्यासाठी ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ (एडीआयझेड) लागू करने की तैयारी की है। साथ ही, तैवान के पूर्व नौसेना अधिकारी ‘लु ली–शिह’ ने, चीन द्वारा ‘एडीआयझेड’ की योजना पर गत १० वर्षों से काम शुरू होकर, कृत्रिम द्वीपों का निर्माण तथा उनपर लष्करी अड्डें बनाना, यह इसी योजना का भाग है, ऐसा दावा किया था।
अप्रैल महीने की शुरुआत में चीन की सरकार ने ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र के लगभग ८० भौगोलिक स्थनों को नाम देकर, ये स्थान चीन की मालिक़ियत के होने का दिखावा किया था। इनमें छोटेबड़े ऐसे २५ द्वीपों का, साथ ही समुद्री सतह से नीचे रहनेवाले ५५ स्थानों का समावेश था। उसके बाद ‘साऊथ चायना सी’ के क्षेत्र में चीन की गश्तीनौकाएँ व्हिएतनाम के मच्छिमार पोत पर जा टकरायी थीं। चीन की इस हरक़त पर, वियतनाम और फिलीपीन्स इन पड़ोसी देशों के साथ ही, अमरीका और ऑस्ट्रेलिया इन देशों ने ग़ुस्सा ज़ाहिर किया था।
जग कोरोना से लड़ने में व्यस्त होने का फ़ायदा उठाकर चीन ‘साऊथ चायना सी’ तथा अन्य सागरी क्षेत्र पर अपनी पकड़ मज़बूत करने की कोशिश कर रहा है। इस कारण, इस क्षेत्र के देशों की सागरी सुरक्षा को होनेवाला ख़तरा, कोरोनावायरस संकट के दौर में भी कम न हुआ होकर, उल्टी उसमें वृद्धि हुई है, ऐसा अमेरिकन अधिकारी के बयान से दिख रहा है।
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