तुर्की को ‘रेड लाईन’ पार नहीं करनी चाहिए – फ्रान्स का इशारा

तुर्की को ‘रेड लाईन’ पार नहीं करनी चाहिए – फ्रान्स का इशारा

पैरिस – भूमध्य समुद्र में मौजूद इंधन वायु का खनन करने के लिए तुर्की ने शुरू की हुई आक्रामक गतिविधियों पर फ्रान्स के साथ यूरोपिय महासंघ ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने तुर्की को, “भूमध्य समुद्र में ‘रेड लाईन’ पार ना करें”, यह इशारा दिया है। तुर्की ने रेड लाईन का उल्लंघन किया तो लष्करी कार्रवाई की जाएगी, ऐसे स्पष्ट संकेत फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने दिए हैं। तभी, इस मामले में यूरोपिय महासंघ ने तुर्की पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का इशारा दिया है। इसी बीच, फ्रान्स के साथ यूरोपिय महासंघ ने भी कार्रवाई के इशारे दिए जा रहे हैं और तभी भूमध्य समुद्र में तुर्की एवं ग्रीस के लड़ाकू विमानों ने ‘डॉग फाईट’ करने की जानकारी सामने आयी है।

बीते कुछ महीनों से लीबिया का संघर्ष, नाटो में अपनाई भूमिका और भूमध्य समुद्र में मौजूद इंधन वायु के खनन के मुद्दे पर फ्रान्स और तुर्की के संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है। भूमध्य समुद्र में इंधन वायु का खनन करने के लिए तुर्की ने ग्रीस और सायप्रस इन नाटो सदस्य देशों के खिलाफ़ अपनाई आक्रामक भूमिका पर फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने शुक्रवार के दिन आलोचना की। तुर्की की कार्रवाई की वजह से भूमध्य समुद्र में तनाव और असुरक्षितता का माहौल निर्माण होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने किया। नाटो के सदस्य देश के तौर पर तुर्की को भूमध्य समुद्र की संप्रुभता की सुरक्षा करने के लिए दिए गए वचन का पालन करना चाहिए। लेकिन, बीते कुछ वर्षों से तुर्की नाटो सदस्य देशों की तरह बर्ताव नहीं कर रहा है, यह आरोप फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

तभी, भूमध्य समुद्र में आक्रामक भूमिका अपनाकर तुर्की ‘रेड लाईन’ का उल्लंघन ना करे वरना, फ्रान्स ने सीरिया में जिस तरह से कार्रवाई की उसी तरह की कार्रवाई तुर्की के खिलाफ़ भी की जाएगी, ऐसे स्पष्ट संकेत राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने दिए। सीरिया में मौजूद रासायनिक हथियारों के भंडार पर फ्रान्स के लड़ाकू विमानों ने किए हमले की याद भी राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने दिलाई। यह कार्रवाई करने से पहले फ्रान्स ने सीरिया की अस्साद हुकूमत को ‘रेड़ लाईन’ पार ना करें, यह इशारा दिया था। लेकिन, इसके बावजूद सीरियन सेना ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने पर फ्रान्स हमले करने के लिए मज़बूर हुआ था, इसका एहसास भी राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने तुर्की को दिलाया।

तभी भूमध्य समुद्र में इंधन का खनन और लीबिया में हथियारों की तस्करी करके यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहे तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की माँग भी मैक्रॉन ने की। इस मामले में तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू होने की जानकारी महासंघ के वरिष्ठ नेता जोसेफ बोरेल ने साझा की। भूमध्य समुद्र के विवाद में महासंघ ग्रीस और सायप्रस के पक्ष में होने का बयान बोरेल ने किया। तभी, जर्मनी की चान्सेलर एंजेला मर्केल ने भूमध्य समुद्र में जारी विवादों का हल बातचीत से निकालने के लिए आवाहन किया है।

भूमध्य समुद्र के साथ एजियन और ब्लैक सी के क्षेत्र में अपनी संप्रभुता के अधिकारों की सुरक्षा के लिए तुर्की किसी की परवाह नहीं करेगा, यह धमकी भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने दो दिन पहले की थी। साथ ही तुर्की ने भूमध्य समुद्र में ‘लाईव फायर’ युद्धाभ्यास का ऐलान किया। तुर्की का यह युद्धाभ्यास अपनी सुरक्षा के लिए खतरा होने की आलोचना करके ग्रीस ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ हवाई युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस हवाई युद्धाभ्यास के लिए ‘यूएई’ के ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमानों का बेड़ा दो दिन पहले ही ग्रीस के क्रेटे द्विप पर दाखिल हुआ था। यह हवाई युद्धाभ्यास शुरू होने के दौरान ग्रीस और तुर्की के ‘एफ-१६’ विमान एक दूसरे के सामने आने के और उनके बीच ‘डॉग फाईट’ होने की जानकारी तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने घोषित की है। लेकिन, इस ‘फाईट’ से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।

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