बुर्किना फासो में आतंकवादी हमले में १३२ लोगों की हत्या

बुर्किना फासो में आतंकवादी हमले में १३२ लोगों की हत्या

बुर्किना फासो

ओआगाडौगौ – अफ्रीका के बुर्किना फासो इस देश में हुए भीषण नरसंहार में १३२ लोग मारे गए। हमलावरों ने स्थानिकों के घर, मार्केट आग में जला दिए। इस हमले की जिम्मेदारी का स्वीकार किसी भी संगठन ने नहीं किया है। लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के साहेल भाग में सक्रिय होने वाले अलकायदा और आयएस से जुड़े आतंकवादी संगठन इसके पीछे होने का आरोप हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में इन आतंकवादी संगठनों के बुर्किना फासो तथा नाइजर, नाइजीरिया, माली इन देशों में हमले बढ़े हैं।

बुर्किना फासो

बुर्किना फासो के याघा इस पूर्वी प्रांत के सोल्हान गाँव में शुक्रवार रात को आतंकवादियों ने हमला किया। इस समय आतंकवादियों ने स्थानिक नागरिकों को घर से बाहर खींच निकाला और बेतहाशा गोलीबारी की। इनमें हुए मृतकों में बच्चों का भी समावेश है। इस हमले में ४० स्थानीय गंभीर रूप से घायल हुए होकर, आतंकवादियों ने गाँव में भारी आगजनी की। यह एक घृणास्पद हत्याकांड होकर, बुर्किना की जनता आतंकवादियों के विरोध में एकसंघ हों, ऐसा आवाहन राष्ट्राध्यक्ष रोश मार्क कोब्रे ने किया।

बुर्किना फासो

इसके अलावा सोल्हान गाँव से डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी पर होनेवाले ताडारियात गाँव में भी आतंकवादियों ने किए हमले में १४ लोग मारे गए होने की खबर है। पिछले महीने में बुर्किना फासो के पूर्वीय भाग में ही आतंकवादियों के हमले में ३० लोगों की जान गई थी। वहीं, उससे पहले भी बुर्किना फासो के उत्तरी भाग में आतंकवादियों ने हमले किए थे। लेकिन शुक्रवार का हमला, पिछले कुछ सालों में हुए हमलों में सबसे भीषण हमला होने का दावा किया जाता है।

बुर्किना फासो में हुए इस हमले पर संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव अँटोनियो गुतेरस ने चिंता जाहिर की। सन २०१५ से बुर्किना फासो में अलकायदा और आयएस से जुड़े आतंकवादी संगठनों के हमले बढ़े हैं। शुरुआती दौर में पड़ोस के माली तक सीमित होनेवाले आतंकवादी हमलों की आँच बुर्किना फासो को भी लगने लगी। इन हमलों के कारण पिछले दो सालों में बुर्किना फासो में लगभग १२ लाख नागरिक विस्थापित हुए।

लगभग दो करोड़ इतनी आबादी और सकल राष्ट्रीय उत्पादकता १९ अरब डॉलर्स होनेवाले बुर्किना फासो का लष्कर बहुत ही सामान्य दर्जे का माना जाता है। आतंकवादियों पर कार्यवाही करने के लिए बुर्किना फासो की सरकार नागरी रक्षा बलों का भी इस्तेमाल करती है। लेकिन आतंकवादी संगठन अब इन नागरी रक्षा बलों के स्वयंसेवकों को भी लक्ष्य करने लगे हैं।

साहेल प्रांत में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए फ्रान्स ने अपना लष्करी पथक यहाँ तैनात किया है। जनवरी महीने में फ्रेंच लष्कर ने बुर्किना फासो में की कार्रवाई में २० आतंकियों को मार गिराया था। लेकिन पिछले कुछ महीनों से साहेल भाग में आतंकवादी हमलों की तीव्रता बढ़ी होकर, नाइजर, माली और नाइजीरिया इन देशों की सीमा पर के गाँवों को आतंकवादी लगातार लक्ष्य कर रहे हैं।

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