मास्को – अमरीका समेत नाटो के ३० सदस्य देशों के साथ युक्रैन के नौसैनिक अभ्यास की पृष्ठभूमि पर रशिया के लड़ाकू विमानों ने ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में ‘बॉम्बिंग एक्सरसाईज’ करने की बात सामने आयी है। रशिया की इस मुहिम में नाटो और युक्रैन के युद्धाभ्यास में किसी भी तरह की बाधा नहीं आई है, ऐसा अमरीका ने कहा है। लेकिन, रशिया ने ब्रिटीश युद्धपोत के विरोध में बीते महीने अपनाई आक्रामक भूमिका की पृष्ठभूमि पर रशिया का ‘बॉम्बिंग एक्सरसाईज’ ध्यान आकर्षित कर रहा है, यह दावा विश्लेषकों ने किया।
जून के अन्त में युक्रैन और नाटो के ३० सदस्य देशों ने ‘सी ब्रीज़ २०२१’ नामक नौसैनिक अभ्यास शुरू किया है। दो हफ्ते चलनेवाले इस युद्धाभ्यास में ३० युद्धपोत, ४० लड़ाकू विमान और पांच हज़ार से अधिक सैनिक शामिल हुए हैं। बीते दो दशकों से ‘सी ब्रीज़’ का आयोजन हो रहा है और इस बार का युद्धाभ्यास सबसे बड़ा और व्यापक होने का बयान नाटो ने किया है। युक्रैन समेत अन्य मुद्दों पर रशिया और पश्चिमी देशों के बीच बीते कुछ महीनों से तनाव की पृष्ठभूमि पर यह बात अहम साबित होती है।
‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में ब्रिटन के युद्धपोत ने बीते महीने चलाई मुहिम के बाद रशिया नाटो और युक्रैन के युद्धाभ्यास को काफी गंभीरता से देख रही है। रशियन नेता और अफसरों ने इतने बड़े पायमाने पर हो रहा युद्धाभ्यास उकसानेवाली घटना होने का आरोप लगाया है। पश्चिमी देशों की इस उकसानेवाली हरकत पर प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया ने भी आक्रामक कदम उठाए हैं। कुछ दिन पहले रशिया ने क्रिमिया में ‘एस-४००’ समेत अन्य मिसाइल प्रणाली तैनात करके ‘एरियल डिनायल टेस्टस्’ वर्ग के परीक्षण किए थे।
इसके बाद नाटो-युक्रैन के युद्धाभ्यास के करीबी क्षेत्र में विमानों का ‘बॉम्बिंग एक्सरसाईज’ ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ है। रशिया के इस युद्धाभ्यास में ‘ब्लैक सी फ्लीट’ का हिस्सा होनेवाली ‘एसयू-२४ एम बॉम्बर्स’, ‘एसयू-३४ फाइटर बॉम्बर्स’, ‘एसयू-३० एसएम मल्टिपर्पस फाइटर्स’ और ‘एसयू-२७’ लड़ाकू विमान शामिल हुए थे। इन विमानों ने शत्रु के युद्धपोतों पर मिसाइल हमले एवं ‘बॉम्बिंग’ करने का अभ्यास किया, यह जानकारी रशियन वृत्तसंस्था ने साझा की है।
इस युद्धाभ्यास से कुछ दिन पहले ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने क्रिमिया के समुद्री सीमा से करीबी क्षेत्र में यात्रा कर रही ब्रिटीश युद्धपोत को रशिया ने डुबोया होता तब भी इससे तीसरा विश्वयुद्ध भड़कने की संभावना नहीं थी, ऐसी फटकार लगाई थी। इसके बाद अब रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जई रिब्कोव ने भी ब्लैक सी में युद्धाभ्यास कर रहे युद्धपोतों को इशारा दिया है। इसके आगे यदि कोई ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में उकसाने की कोशिश करेगा तो उनके नाक पर जोरदार घूसा पड़ेगा, यह इशारा रिब्कोव ने दिया। इस दौरान उन्होंने बीते महीने ब्रिटीश युद्धपोत ने क्रिमिया के करीबी समुद्री क्षेत्र से की हुई यात्रा अमरीका और ब्रिटेन की युक्रैन को उकसाने के लिए दिया गया प्रोत्साहन था, यह आरोप भी लगाया। ब्रिटेन की युद्धपोत ‘एचएमएस डिफेन्डर’ क्रिमिया के करीबी समुद्री क्षेत्र से गुज़र कर रही थी तभी रशियन गश्तपोतों ने ब्रिटीश युद्धपोत का पीछा करके ‘वॉर्निंग शॉटस्’ दागे थे। रशिया के लड़ाकू विमानों ने ब्रिटीश युद्धपोत को रोकने के लिए समुद्र में बम भी गिराए थे, यह दावा रशियन रक्षाबल ने किया था। लेकिन, ब्रिटेन ने इससे संबंधित रशिया के दावे ठुकराए थे।
मराठीइस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |