जापान और ताइवान के बीच पैसिफिक क्षेत्र में चीन के विमान वाहक युद्धपोत का युद्धाभ्यास

बीजिंग – चीन के विमान वाहक युद्धपोत ‘लिओनिंग’ ने पैसिफिक महासागर क्षेत्र के हिस्सेवाले जापान एवं ताइवान के बीच के समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास करने की जानकारी सामने आयी है। जापान के रक्षा विभाग ने इसकी पुष्टी की है और चीन के विमान वाहक युद्धपोत के साथ चार विध्वंसक और एक सप्लाई शिप इस युद्धाभ्यास में शरीक थे। इसी दौरान चीन के लड़ाकू विमान भी इस युद्धाभ्यास में शामिल होने की बात कही गयी है। चीन के विमान वाहक युद्धपोत का यह युद्धाभ्यास चीन की बढ़ती युद्धक्षमता दर्शानेवाला होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही चीन के बॉम्बर्स ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में असली ‘हाय एक्सप्लोज़िव’ एरियल बम’ एवं ‘सी बॉटम माईन्स’ का इस्तमाल करने की जानकारी स्पष्ट हुई थी।

युद्धनौकेचा सराव, विमान वाहक युद्धपोत

चीन की बढ़ती विस्तारवादी हरकतों को रोकने के लिए अमरीका ने पिछले कुछ वर्षों से ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में रक्षा तैनाती बढ़ाने का निर्णय किया है। इस निर्णय के साथ ही इसमें अन्य मित्र एवं सहयोगी देशों को भी शामिल करने की कोशिश जारी है। अमरीका के इस ‘इंडो-पैसिफिक’ गुट में ऑस्ट्रेलिया, भारत, ब्रिटेन, फ्रान्स, कनाड़ा जैसे देश शामिल हैं। इन देशों ने अपने युद्धपोत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रवाना किए हैं और नौसेना के संयुक्त युद्धाभ्यास भी किए गए हैं। कुछ दिन पहले ही जर्मनी के युद्धपोत ने भी इंडो-पैसिफिक समेत चीन के करीबी ‘साऊथ चायना सी’ की यात्रा की थी।

अमरीका का यह गुट चीन की हुकूमत के लिए बड़ी बाधा साबित हुआ है। चीन की हुकूमत लगातार इस गुट के देशों पर अलग अलग मार्ग से दबाव डालने की एवं उन्हें धमकाने की कोशिश कर रही है। अमरीका और मित्रदेश ताइवान के करीबी क्षेत्र में अपनी आवाजाही बंद करें, इस दिशा में चीन की कोशिश जारी है और इसके लिए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हो रहे युद्धाभ्यास की संख्या बढ़ा रहा है।

युद्धनौकेचा सराव, विमान वाहक युद्धपोत

अप्रैल में भी चीन के विमान वाहक युद्धपोत ने जापान और ताइवान के बीच से समुद्री क्षेत्र में गश्‍त लगाई थी। इस दौरान जापान के सेन्काकू आयलैण्ड के करीब लड़ाकू विमान रवाना करके जापान को इशारा भी दिया गया था। इसके बाद अक्तुबर में रशिया और चीन की नौसेनाओं ने ‘सी ऑफ जापान’ के समुद्री क्षेत्र में संयुक्त गश्‍त लगाई थी। इसी बीच ‘सी ऑफ जापान’ के रास्ते रशिया और चीन के युद्धपोतों ने पैसिफिक महासागर में प्रवेश करने की जानकारी दोनों देशों ने साझा की थी। तत्पश्चात इसी महीने के शुरू में चीन के विध्वंसक ने पैसिफिक क्षेत्र में ‘एण्टी सबमरीन ड्रिल’ की जानकारी सामने आयी थी।

इस पृष्ठभूमि पर चीन द्वारा पैसिफिक महासागर में नया युद्धाभ्यास ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस युद्धाभ्यास के दौरान चीन के विमान वाहक युद्धपोत पर तैनात ‘जे-१५’ लड़ाकू विमानों के साथ ‘ज़ेड-९’ और ‘ज़ेड-१८’ हेलीकॉप्टर्स ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने की बात कही जा ही है। इस युद्धाभ्यास पर ध्यान रखने के लिए अपने दो युद्धपोत रवाना करने की बात जापान के रक्षा विभाग ने स्पष्ट की। इसी बीच, चीन के इस युद्धाभ्यास के दौरान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के करीबी इलाके में अमरीका और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास की जानकारी अमरिकी नौसेना ने साझा की है।

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