बेलारूस में होगी रशिया के परमाणु हथियारों की तैनाती

परमाणु हथियारों की तैनाती

मास्को/मिन्स्क – यूक्रैन के मुद्दे पर रशिया और पशिमी देशों के बीच तनाव चरम स्तर पर जा पहुँचा है और ऐसे में बेलारूस ने रशिया के परमाणु हथियारों की तैनाती करने के स्पष्ट संकेत दिए हैं। इसके लिए बेलारुस के संविधान में सुधार किया गया है और जल्द ही इसे मंजूरी दी जाएगी, यह दावा सूत्रों ने किया है। रशिया ने कुछ दिन पहले ही बेलारूस में अपने ‘न्युक्लियर बॉम्बर्स’ रवाना करने की बात सामने आयी थी। इसके बाद रविवार को रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि, नाटो के साथ तनाव कम करने के लिए रशिया ने पेश किया हुआ प्रस्ताव ठुकराया गया तो इस पर अन्य विकल्पों के माध्यम से जवाब दिया जाएगा।

बेलारुस में पिछले अगस्त से राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों पर की हुई कार्रवाई के मद्देनजर पश्‍चिमी देशों ने लुकाशेन्को पर प्रतिबंध लगाए हैं। इससे बचने के लिए बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया से सहायता प्राप्त की है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने बेलारूस के साथ रक्षा एवं व्यापारी समझौते किए हैं। इसके बदले में बेलारूस में रशियन तैनाती बढ़ाई गई है और रशियन रक्षा यंत्रणाओं की भी तैनाती के संकेत दिए गए हैं। रशिया की इस तैनाती को अधिकृत मंजूरी देने के लिए एवं अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को ने देश के संविधान में सुधार करने के लिए विधेयक पेश किया है।

परमाणु हथियारों की तैनाती

इसमें बेलारुस को ‘न्यूक्लियर फ्री ज़ोन’ रखने का प्रावधान हटाया गया है। बेलारुस भू-राजनीतिक गणितों से दूर रहनेवाला तटस्थ राष्ट्र रहेगा, यह विधान भी संविधान से हटाया गया है। इस ओर रशियन माध्यम एवं विश्‍लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया है और परमाणु हथियारों की तैनाती के लिए यह एक अहम कदम होने का दावा किया है। बीते महीने राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को और कुछ दिन पहले बेलारूस के विदेशमंत्री ने भी इस विषय पर बयान किया था।

परमाणु हथियारों की तैनाती

‘बेलारुस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्ज़ैंडर लुकाशेन्को ने कहा था उसके अनुसार हम हमारी सीमा में रशिया के परमाणु हथियारों की तैनाती करने की सोच रहे हैं। यह नाटो द्वारा पोलैण्ड में हो रही मिसाइल तैनाती का जवाब होगा’, यह बयान बेलारुस के विदेशमंत्री व्लादिमीर मेकेई ने किया था। बेलारुस ने रशिया की प्रगत ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात करने के लिए भी तैयार है।

यूक्रैन की सीमा पर रशिया ने एक लाख से अधिक सैनिक तैनात किए हैं। नए वर्ष में रशिया यूक्रैन पर हमला करेगी, ऐसे इशारे अमरीका और यूरोपिय देश दे रहे हैं। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यह तनाव कम करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था। यूक्रैन एवं रशिया के प्रभावक्षेत्र के देशों को नाटो में शामिल करने का विचार छोड़ दें और इन देशों में अमरीका-नाटो के सैन्य अड्डे स्थापित करने की कोशिश रोक दें, यह माँग इस प्रस्ताव में दर्ज़ है। रशिया द्वारा पेश किया गया प्रस्ताव हमें मंजूर ना होने के संकेत अमरीका और नाटो ने दिए हैं।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने अलग विकल्पों का ज़िक्र करके प्रस्ताव ठुकराने पर भयंकर स्थिति निर्माण हो सकती है, इस बात का अहसास दिलाया था। इसके बाद बेलारुस में परमाणु हथियारों की संभावित तैनाती का समाचार ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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