रशिया पर नए प्रतिबंध लगाना अमरीका की बड़ी गलती साबित होगी

- राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की सख्त चेतावनी

मास्को/वॉशिंग्टन – यूक्रैन के मुद्दे पर अमरीका ने रशिया पर नए प्रतिबंध लगाना अमरीका की बड़ी गलती होगी और इसकी वजह से दोनों देशों के संबंध हमेशा के लिए बिगड़ेंगे, ऐसी सख्त चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दी है। तो, रशिया ने यूक्रैन पर हमला किया तो अमरीका और सहयोगी देश रशिया को निर्णायक प्रत्युत्तर देंगे, यह इशारा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने दिया है। अमरीका और रशिया के नेता चर्चा कर रहे हैं और इसी बीच अमरिकी वायुसेना ने रशिया के करीबी क्षेत्र में ‘स्पाय प्लेन’ रवाना करने की जानकारी सामने आयी है।

नए प्रतिबंध

गुरुवार को रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की फोन पर ५० मिनिटों तक बातचीत होने की जानकारी दोनों देशों ने प्रदान की है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बायडेन के साथ सीधे बातचीत करने की माँग की थी, यह ऐलान वाईट हाऊस ने किया था। इस महीने के शुरू में रशिया और अमरीका के राष्ट्राध्यक्षों के बीच वीडियो लिंक के माध्यम से चर्चा हुई थी। इस चर्चा में यूक्रैन के तनाव के अलावा कई मुद्दों का समावेश था।

इस चर्चा के बाद रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अमरीका के साथ पश्‍चिमी देशों के सामने ‘सिक्युरिटी पैक्ट’ का प्रस्ताव रखकर इस पर जल्द से जल्द जवाब देने की माँग की थी। इस पर अमरीका ने चर्चा की तैयारी दिखाई थी। यूक्रैन के मुद्दे पर १० जनवरी के दिन दोनों देशों की चर्चा होगी, यह वृत्त भी प्रसिद्ध हुआ था। इससे पहले दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की फोन पर हुई चर्चा अंतरराष्ट्रीय समूदाय का ध्यान आकर्षित कर रही है। फोन पर हुई चर्चा के दौरान दोनों नेताओं ने आक्रामक भूमिका अपनाने का दावा इन दोनों देशों के माध्यमों ने एवं अफ़सरों ने भी किया है।

नए प्रतिबंध

अमरीका ने यूक्रैन के मुद्दे पर रशिया के खिलाफ बड़े प्रतिबंध लगाने का इशारा दिया है। इस पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की। अमरीका ने फिर से रशिया पर प्रतिबंध लगाया तो वह अमरीका की बड़ी गलती होगी और इसके परिणाम में अमरीका और रशिया के संबंध हमेशा के लिए बिगड़ सकते हैं, यह इशारा पुतिन ने दिया। रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने भी अमरीका और नाटो को गंभीर परिणामों का इशारा दिया। रशिया की माँगों पर अमरीका और नाटो ने रिस्पान्स नहीं दिया तो हमारे खिलाफ खड़ा खतरा खत्म करने के लिए रशिया को तीव्र कदम उठाने पड़ेंगे, यह बयान विदेशमंत्री लैवरोव ने किया है।

यूक्रैन और जॉर्जिया इन रशिया के प्रभावक्षेत्र के देशों को नाटो में शामिल ना करें, यह रशिया की प्रमुख माँग है। नाटो की सदस्यता पाने से यूक्रैन और जॉर्जिया में अमरीका के मिसाइल्स की सरेआम तैनाती की जाएगी। इसका रशिया की सुरक्षा पर सीधा परिणाम पड़ेगा और किसी भी स्थिति में रशिया अपनी सुरक्षा पर समझौता नहीं करेगी, यह भूमिका रशियन नेताओं ने अपनाई है। यह माँग स्वीकार नहीं की गई तो अमरीका के साथ नाटो के अन्य सदस्य देशों को इसकी भयंकर कीमत चुकाने के लिए मज़बूर करेंगे, यह ऐलान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष रने किया है। लेकिन, अमरीका और नाटो रशिया की यह माँग स्वीकारने के लिए तैयार नहीं हैं। नाटो के सदस्य यूरोपियन देशों ने ऐसी मांगें विजेता देश ही कर सकता है, यह कहकर रशिया की माँगे स्वीकारने योग्य ना होने की प्रतिक्रिया दर्ज़ की है।

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