यूक्रैन के ऑइल डेपो पर हमलें होने का दावा

मास्को/किव – यूक्रैन के सैनिकी हेलीकॉप्टर्स ने रशियन सीमा के ईंधन भंड़ारों पर हवाई हमलें करने का दावा किया गया है। यूक्रैन की सीमा से ४० किलोमीटर दूरी पर स्थित बेल्गोरोद शहर में ये हमलें होने की बात कही जा रही है। यूक्रैन ने इन हमलों की पुख्ता जानकारी देना टाल दिया है। रशिया के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने, इन हमलों के कारण दोनों देशों की जारी चर्चा में बाधां बन सकती हैं, यह चेतावनी दी है। इसी बीच, रशियन फौज पूर्व यूक्रैन एवं बेलारूस में मिल रहे हैं और अभियान की योजना फिर से बनाने की तैयारी शुरू हैं, यह दावा भी यूक्रैन के सूत्रों ने किया है।

ऑइल डेपो पर हमलें

रशिया-यूक्रैन सीमा से मात्र ४० किलोमीटर दूरी पर स्थित रशिया के बेल्गोरोद शहर पर शुक्रवार की सुबह हवाई हमला हुआ। इस हमले में शहर के ऑईल डेपो को भीषण आग लगी। आग बुझाने के लिए २०० से अधिक रशियन सैनिक घटना के स्थान पर पहुँचे और इस दौरान दो कर्मचारी घायल होने की बात कही जा रही है। यूक्रैन के दो सैनिकी हेलिकॉप्टर्स ने यह हमला किया, ऐसा दावा बेल्गोरोद के गवर्नर ग्लैडकोव ने किया है। इस हमले के लिए ‘एमआई-२४’ हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल होने की बात कही जा रही है।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने भी इसकी पुष्टि की। साथ ही, ऐसें हमलों की वजह से रशिया-यूक्रैन चर्चा के लिए पोषक स्थिति निर्माण नहीं हो सकती, इसका यूक्रैन एहसास रखें, ऐसी फटकार भी लगायी। लेकिन, यूकैन ने रशियन शहर पर हुए हमलें की जानकारी देना टाल दिया है। यूक्रैन के विदेशमंत्री दिमित्रो कुलेबा ने, इस हमलें को नकारा नहीं जा सकता, ना ही इसकी पुष्टी करना मुमकिन होगा, ऐसा संभ्रम निर्माण करनेवाला बयान भी किया। यूक्रैन के रक्षा विभाग ने भी इसपर प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया है।

ऑइल डेपो पर हमलें

इससे पहले यूक्रैन ने रशिया के एक मिसाइल अड्डे पर हमला करने के दावे सामने आए थे। इसके बाद रशियन समर्थकों के वर्चस्व वाले डोनेत्स्क और लुहान्स्क में भी यूक्रैन की सेना ने हमलें करने की जानकारी सामने आयी थी। लेकिन, रशियन सीमा में घुसकर हमला होने की यह पहली घटना समझी जा रही है।

इसी बीच, राजधानी किव एवं करीबी उपनगरों में रशियन सेना और यूक्रैन के बीच छिड़ा संघर्ष अभी भी जारी होने की बात कही जा रही है। कुछ दिन पहलें यूक्रैन की फौज़ ने रशियन दलों को पीछे धकेला है, ऐसें दावे भी सामने आए थे। लेकिन, रशियन फौज़ ने फिर से कुछ क्षेत्र पर कब्ज़ा किया है और यूक्रैन का बड़ा नुकसान हुआ है। रशिया ने दक्षिण यूक्रैन के मारिपोल शहर के नागरिकों को बाहर निकलने के लिए और एक अवसर उपलब्ध कराया होने का बयान अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन ‘रेडक्रॉस’ ने किया है।

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