रशिया-यूक्रैन युद्ध से वैश्‍विक व्यापार को बड़ा नुकसान पहुँचेगा

- विश्‍व व्यापार संगठन का इशारा

रशिया-युक्रेन युद्धामुळे

जिनेवा – रशिया-यूक्रैन युद्ध की वजह से वैश्‍विक व्यापार की वृद्धि को बड़ा नुकसान पहुँचेगा, ऐसा इशारा विश्‍व व्यापार संगठन के प्रमुख ने दिया| इससे पहले तैयार की गई रपट में व्यापार में ४.८ प्रतिशत बढ़ोतरी होगी, यह अनुमान व्यक्त किया गया था| लेकिन, रशिया-यूक्रैन युद्ध के परिणामों की वजह से यह वृद्धि घटकर २.५ प्रतिशत तक गिर सकती है, यह इशारा विश्‍व व्यापार संगठन की प्रमुख एन्गोझी ओकोन्जो-इवेला ने दिया| रशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू हुए महीना बीत चुका है और इस दौरान विश्‍व के कई प्रमुख देशों में महंगाई बढी है| इस महंगाई के कारण वैश्‍विक अर्थव्यवस्था को मंदी की वजह से नुकसान पहुँचेगा, यह ड़र आर्थिक विशेषज्ञ एवं विश्‍लेषकों ने जताया है|

रशिया-युक्रेन युद्धामुळे

रशिया और यूक्रैन का ज़िक्र विश्‍व के ‘ब्रेडबास्केट’ के नाम से किया जाता है| गेहूँ, धान, मका, सूरजमुखी के उत्पादन में यह देश सबसे आगे हैं| विश्‍व स्तर पर कुल १४ प्रतिशत अनाज का निर्यात रशिया और यूक्रैन से होता है| रशिया-यूक्रैन युद्ध की वजह से दोनों देशों की खेती पर बड़ा असर पड़ा है| रशिया पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से इस देश से होनेवाले अनाज के निर्यात पर असर पड़ा है| इसी बीच यूक्रैन पर हमलों की वजह से इस देश के खेतों को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा है| इसी बीच पश्‍चिमी देशों ने रशियन निर्यात पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से वैश्‍विक सप्लाई चेन को नुकसान पहुँचा है और धातु एवं कच्चे सामान की किल्लत महसूस होने लगी है|

इस पृष्ठभूमि पर विश्‍व व्यापार संगठन की प्रमुख का इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है| ‘विश्‍व व्यापार के कुल निर्यात में से रशिया और यूक्रैन का कुल हिस्सा ढ़ाई प्रतिशत है| लेकिन, कुछ क्षेत्रों में यह दोनों देश शीर्ष उत्पादक एवं निर्यातक हैं| इसकी वजह से इस क्षेत्र में उभरे संकट का असर वैश्‍विक अर्थव्यवस्था पर भी होगा| यूक्रैन से अनाज की आपूर्ति बंद होने से कई अविकसित एवं गरीब देशों का बड़ा नुकसान हो सकता है| इन देशों में महंगाई बढ़ सकती है’, यह इशारा व्यापार संगठन की प्रमुख एन्गोझी ओकोन्जो-इवेला ने दिया| अनाज की किल्लत और इससे उभरने वाली भूखमरी का संकट तीव्र हो सकता है, इस ओर एन्गोझी ओकोन्जो-इवेला ने ध्यान आकर्षित किया|

रशिया-युक्रेन युद्धामुळे

अफ्रीकी देशों से यही संकेत प्राप्त होने लगे हैं| अफ्रीका के ३५ देश रशिया और यूक्रैन से अनाज आयात करते हैं| अफ्रीकन डेवलपमेंट बैंक ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार पिछले महीने से अफ्रीकी देशों में अनाज की किमतों में २० से ५० प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है| पिछले महीने में रशिया-यूक्रैन युद्ध की वजह से अनाज की कीमतें २० प्रतिशत बढ़ने की संभावना है और एशिया, अफ्रीका और खाड़ी देशों में अनाज की गंभीर समस्या उभर सकती है, यह इशारा संयुक्त राष्ट्र संगठन ने दिया था| तो, खाड़ी, अफ्रीकी एवं एशियाई देशों में अनाज के लिए दंगे छिड़ सकते है, यह ड़र भी विश्‍लेषकों ने व्यक्त किया है|

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