‘थर्मोन्यूक्लिअर वेपन’ प्रदर्शित करके रशिया की पश्चिमी देशों को नई परमाणु चेतावनी

मॉस्को/वॉशिंग्टन – दूसरे विश्वयुद्ध में रशिया ने नाज़ीवादी जर्मनी पर हासिल की विजय की स्मृति में रशिया 9 मई को विक्ट्री डे मनाएगा। राजधानी मॉस्को में रशियन रक्षा बलों का भव्य परेड का अभ्यास जारी है। लेकिन इस अभ्यास के दौरान रशिया ने, भयंकर नरसंहार करवा सकनेवाले ‘थर्मोन्यूक्लिअर वेपन’ प्रदर्शित करके अपने प्रतिद्वंद्वियों को दहला दिया। यह भयंकर बात है, ऐसी आलोचना अमरीका ने शुरू की है। वहीं, नाटो के वर्तमान नेतृत्व को परमाणु युद्ध की गंभीरता का एहसास ही ना होने की आलोचना, अमरीका में नियुक्त रशिया के राजदूत ने की है। इसके बावजूद रशिया सहमति की भूमिका अपनाकर परमाणु युद्ध टालने के लिए आखिर तक प्रयास करता रहेगा, ऐसा संदेश रशिया के राजदूत ॲन्तोनी अनातोव्ह ने दिया।

‘थर्मोन्यूक्लिअर वेपन'

युक्रेन का युद्ध भड़का है, ऐसे में अमरीका तथा नाटो के अन्य सदस्य देश युक्रेन के साथ पूर्ण लष्करी सहयोग कर रहे हैं। अमरीका अब इस युद्ध में पूरी तरह सहभागी होने के आरोप रशिया कर रहा है। रशिया-युक्रेन युद्ध में युक्रेन का साथ देने के लिए, 30 अरब डॉलर्स का अतिरिक्त प्रावधान करने की तैयारी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने की है। लेकिन अगर युक्रेन के युद्ध के हालात और बिगड़े, तो उसका रूपांतरण परमाणु युद्ध में होगा, इसका एहसास रशियन नेता लगातार करा दे रहे हैं। कुछ दिन पहले रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह ने वैसी सुस्पष्ट चेतावनी दी थी।

लेकिन रशिया परमाणु ब्लैकमेल कर रहा है, यह बताकर अमरीका और नाटो के अन्य सदस्य देशों ने इसके लिए रशिया को आड़े हाथ लिया है। रशिया विरोधी प्रचार के मुद्दे के रूप में अमरीका और नाटो के सदस्य देश इस परमाणु युद्ध की चेतावनी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में रशिया ने अमरीका और नाटो को यह एहसास करा दिया है कि रशिया ने दी हुई धमकी खोखली नहीं है। 9 मई को होनेवाले विक्ट्री डे परेड के लिए जारी अभ्यास के दौरान रशिया ने थर्मोन्यूक्लिअर वेपन प्रदर्शित किया। इसकी दखल पश्चिमी माध्यमों को लेनी पड़ी है और इसकी बहुत बड़ी गूंजें युरोपीय देशों में सुनाई देंगी, ऐसा स्पष्ट रूप में दिखाई देने लगा है।

‘थर्मोन्यूक्लिअर वेपन'

इस पृष्ठभूमि पर, रशिया के अमरीका में नियुक्त राजदूत अनातोव्ह ने, नाटो के विद्यमान राजकीय नेतृत्व के पास परमाणु युद्ध की गंभीरता जान लेने की क्षमता ही ना होने का दोषारोपण किया। परमाणु युद्ध में कोई भी विजयी नहीं हो सकता, यह अमरीका को जताने की कोशिश हम कर रहे हैं। परमाणु युद्ध टालने के लिए इसके आगे भी रशिया के प्रयास जारी रहेंगे, ऐसा रशियन राजदूत ने आगे कहा।

थर्मोन्यूक्लिअर वेपन प्रदर्शित करके रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने, पश्चिमी देशों को दहला देनेवाली चेतावनी दी है, ऐसे दावे माध्यम करने लगे हैं। युरोपीय देशों पर रशिया की इस परमाणु चेतावनी का बहुत बड़ा परिणाम अपेक्षित है। अब तक राजकीय तथा आर्थिक स्तर पर रहनेवाली असहायता के चलते, अमरीका की युक्रेन विषयक नीति का समर्थन करनेवाले युरोपीय देश भी परमाणु युद्ध की चिंता से अपनी भूमिका बदल सकते हैं। इसी कारण रशिया द्वारा दी जानेवालीं इन परमाणु युद्ध की चेतावनियों को दुर्लक्षित करने की नीति अमरीका के बायडेन प्रशासन ने अपनाई थी। लेकिन इस संदर्भ में रशिया खुलेआम जो चेतावनियाँ दे रहा है, उन्हें अब बायडेन प्रशासन समेत अमरीका के निकटतम सहयोगी देश भी नज़रअंदाज नहीं कर सकते।

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