यूक्रेन के नाटो में शामिल होने से विश्वयुद्ध छिड़ जाएगा

- ज़ेलेन्स्की की गतिविधियों पर विश्लेषकों की चेतावनी

किव – लुहनान्स्क, डोनेत्स्क, खेर्सन और ज़ौपोरिज़िया प्रांतों को यूक्रेन से तोड़कर रशियन संघराज्य को जोड़ने के बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को चर्चा का आवाहन किया था। लेकिन, व्लादिमीर पुतिन रशिया के राष्ट्राध्यक्ष के पद पर होने तक इस देश से चर्चा मुमकिन नहीं है, ऐसा ऐलान यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने किया है। इसके अलावा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने इन चार प्रांतों को लेकिर किए ऐलान के कुछ ही घंटों बाद यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने नाटो में शामिल होने के लिए ‘अप्लाई’ करने की खबरें प्रसिद्ध हुईं। यूक्रेन सरकार ने इन खबरों की पुष्टि की है। लेकिन, यूक्रेन का नाटो में समावेश होना यानी विश्वयुद्ध का ऐलान होगा, ऐसा इशारा विश्लेषक दे रहे हैं।

विश्वयुद्ध, यूक्रेन

पिछले कुछ हफ्तों से युद्ध का पलड़ा भारी हो गया है और यूक्रेन की सेना के सामने रशियन सेना पीछे हटने के लिए मज़बूर हो गई थी। इस वजह से यूक्रेन की सेना के साथ-साथ यूक्रेनी राष्ट्राध्यक्ष का आत्मविश्वास भी बढ़ा था। लेकिन, लुहान्स्क, डोनेत्स्क, खेर्सन और ज़ौपोरिज़िया में जनमत का ऐलान करके रशिया ने सैन्य मोर्चे पर यूक्रेन को प्राप्त हो रही सफलता की हवा निकाली। इस जनमत के नतीजों के अनुसार वहां की जनता को रशिया में शामिल होना है, यह ऐलान करके रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यह प्रांत यूक्रेन से तोड़कर उनका समावेश रशियन संघराज्य में किया। इससे आगबबूला हुए यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने नाटो में शामिल होने की प्रक्रिया शुरू करके रशिया को प्रत्युत्तर देने की कोशिश की है।

यूक्रेन का नाटो में शामिल होने की वजह ही रशिया ने यूक्रेन पर हमला करने का प्रमुख कारण था। युद्ध के बीच में यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने नाटो में शामिल होने की शुरू की हुई तैयारी काफी बड़ी बात है। यूक्रेन का नाटो में समावेश विश्वयुद्ध का ऐलान ही साबित होगा, ऐसा इशारा कुछ विश्लेषकों ने दिया है। जैसे ही यूक्रेन नाटो में शामिल होता है तो स्वीडन, फिलनैण्ड समेत रशिया के प्रभाव क्षेत्र के अन्य देश भी नाटो में शामिल हो सकते हैं। इससे नाटो को इन देशों में अपने मिसाइल्स एवं सेना तैनात करने में आसानी होगी। चाहे जो हो जाए रशिया अपनी सुरक्षा को खतरे में नहीं डालेगी। इस पर जोरदार प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह ऐलान रशिया ने पहले ही किया था। इसके खिलाफ परमाणु अस्र इस्तेमाल करने पड़ें तब भी रशिया हिचकिचाएगी नहीं, यह बयान राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने फिर से किया था। तथा हमारी यह धमकी खोखली नहीं है, यह चेतावनी भी उन्होंने दी थी।

ऐसी स्थिति में यूक्रेन ने नाटो में शामिल होने के लिए शुरू की हुई कोशिश विश्वयुद्ध का ऐलान साबित होगी, विश्लेषक का यह दावा ध्यान आकर्षित करता है। इस पर रशिया की काफी तीखी प्रतिक्रिया आने की उम्मीद है। लुहान्स्क, डोनेत्स्क और ज़ौपोरिज़िया का रशियन संघराज्य में समावेश के बाद इन प्रांतों पर हमला यूक्रेनी सेना ने किया तब भी इसे रशियन क्षेत्र पर हमला माना जाएगा, यह इशारा रशियन नेताओं ने पहले ही दिया था। इसके बाद रशिया का प्रत्युत्तर काफी अलग होगा, इसका अहसास भी रशियन नेता एवं सेना अधिकारियों ने कराया था। इस वजह से पिछले कुछ हफ्तों से रशियन सेना के खिलाफ काफी बड़ी सफलता पानेवाले यूक्रेन के सामने अब गंभीर चुनौती है। रशिया की इस चेतावनी के बावजूद यूक्रेनी सेना ने आगे बढ़ना जारी रखकर रशिया के अधिकार वाले क्षेत्रों पर हमला किया तो इसकी बड़ी कीमत यूक्रेन को चुकानी पङेगी। इससे यूक्रेन की सेना की गतिविधियों पर इसके आगे बड़ी मर्यादा आ सकती है। वरना यूक्रेन युद्ध अगले कुछ दिनों में भयंकर स्वरूप लेगा, ऐसे आसार नज़र आने लगे हैं।

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