डोन्बास में रशियन सेना ने किये हमले में युक्रेन के 200 जवानों की मृत्यु

- रशिया के वरिष्ठ अधिकारी ने की झॅपोरिझिआ न्युक्लिअर प्लांट की भेंट

मॉस्को/किव्ह – डोन्बास क्षेत्र में रशिया के कब्ज़े में गयी ज़मीन को फिर से हासिल करने के लिए युक्रेन ने किये प्रतिहमलें नाक़ाम साबित होने की बात सामने आ रही है। पिछले 48 घंटों में युक्रेन के दो बड़े हमलें नाक़ाम कर दिये गये होकर, उसमें 200 से अधिक युक्रेनी जवान मारे गये हैं। डोन्बास क्षेत्र में तैनात रशियन अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। रशिया ने पिछले कुछ दिनों में डोन्बास क्षेत्र पर ही अपना ध्यान केंद्रित किया होकर, उसे सफलता मिल रही होने की बात नयी जानकारी से दिखायी दे रही है। डोन्बास के साथ ही युक्रेन के दक्षिणी तथा उत्तरी भागों में भी रशिया ने तोपें तथा रॉकेट्स दागे, ऐसा युक्रेन द्वारा बताया गया।

डोन्बास

युक्रेन की लष्करी मुहिम की शुरुआत करने के बाद रशियन फौज़ों ने दक्षिणी युक्रेन स्थित खेर्सन तथा झॅपोरिझिआ समेत पूर्वी युक्रेन के लुहान्स्क प्रांत पर पूरा कब्ज़ा हासिल किया था। लुहान्स्क पर कब्ज़ा यह रशियन मुहिम का बहुत ही अहम पड़ाव माना जाता है। अक्तूबर महीने के बाद युक्रेनी लष्कर ने प्रतिहमलों की मुहिम तीव्र करते हुए लुहान्स्क स्थित रशियन मोरचों पर भी हमले करने की शुरुआत की थी। शुरू शुरू मॆं इस इलाक़े में मिली क़ामयाबी के बाद, युक्रेन बड़ी बढ़त हासिल करने में असफल साबित हुआ है। लेकिन फिर भी पिछले कुछ दिनों में युक्रेन ने लुहान्स्क के मोरचे पर नईं लष्करी टुकड़ियाँ और हथियार तैनात किये होने के दावे सामने आये थे।

डोन्बास

पिछले हफ़्ते से युक्रेन ने लुहान्स्क प्रांत के रशियन मोरचों पर हमलें करना शुरू किया था। इनमें नोव्होल्युबोपव्हका, नेव्हस्कोये, मेकेयेव्हका, स्वातोवो, क्रेमिनाया इनका समावेश है। इस इलाक़े के रशियन मोरचों पर लगातार रॉकेटस्‌, मॉर्टर्स और तोपों से हमलें जारी थे। लेकिन लुहान्स्क में तैनात स्थानिक सशस्त्र बल तथा रशियन सेनाओं ने इन हमलों का क़रारा जवाब दिया। लुहान्स्क में हुए इन हमलों में युक्रेन के 170 से भी अधिक जवान मारे गये होने की जानकारी स्थानिक अधिकारियों ने दी। लुहान्स्क के साथ ही डोनेत्स्क में भी युक्रेन के हमलें रोकने में सफलता मिली, ऐसा रशिया द्वारा बताया गया। डोनेत्स्क के पास हुई लड़ाई में युक्रेन के 15 से अधिक जवान मारे जाने की जानकारी डोनेत्स्क में तैनात लष्करी अधिकारियों ने दी है। इस हमले में युक्रेनी सेना के टैंक्स, तोपें और हथियारबंद वाहन नष्ट किये गये, ऐसी जानकारी अधिकारियों ने दी।

डोन्बास

डोन्बास के साथ ही रशिया ने उत्तरी तथा दक्षिणी युक्रेन में भी हमलों का सिलसिला जारी रखा है। उत्तरी युक्रेन के खार्किव्ह शहर पर रशिया ने रॉकेट्स दागे। वहीं, दक्षिणी युक्रेन के खेर्सन तथा ओलेश्की शहरों पर ज़ोरदार हमलें किये। खेर्सन शहर और आसपास के परिसर में 24 घंटे की अवधि में 50 हमलें होने की जानकारी युक्रेनी अधिकारितों ने दी। सिर्फ़ खेर्सन शहर में लगभग 23 हमलें हुए होकर, उनमें बुनियादी सुविधाओं को लक्ष्य किया गया। खेर्सन शहर पर लगातार होनेवाले इन हमलों की वजह से शहर के नागरिक बड़े पैमाने पर शहर छोड़कर जा रहे होने की बात सामने आयी है।

पिछले ही महीने में युक्रेन की सेनाओं ने खेर्सन पर कब्ज़ा करते समय, जल्द ही सबकुछ ठीक हो जायेगा, ऐसा आश्वासन दिया था। लेकिन उसके बाद रशिया ने इस शहर पर अधिक ही प्रखर हमलें किये होकर, नागरिकों को शहर छोड़ जाने बग़ैर और कोई चारा ही नहीं रहा है, ऐसा दावा एक स्थानिक अधिकारी ने किया।

इसी बीच, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन के निकटवर्तीय सर्जेई किरिलेन्को ने झॅपोरिझिआ स्थित न्युक्लिअर प्लांट की भेंट की। युक्रेन तथा आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा इस प्लांट की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल किये जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर, किरिलेन्को की यह भेंट ग़ौरतलब साबित हो रही है।

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