२४ फ़रवरी से रशिया ‘बिग वॉर’ शुरू करेगी

- रशियन विश्लेषकों का दावा

मास्को/किव – अपने कब्ज़े वाले पूर्व यूक्रेन में स्थित अस्पताल पर यूक्रेनी सेना ने हमला किया और १४ लोगों को मार गिराया, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया है। रशिया के खिलाफ युद्ध में यूक्रेनी सेना ने शनिवार से अमरीका से प्राप्त हुई ‘एचआईएमएआरएस’ (हिमर्स) रॉकेट यंत्रणा का इस्तेमाल शुरू किया है। इससे रशिया का भारी नुकसान होने के दावे यूक्रेनी सेना ने किए। लेकिन, रशिया के इन आरोपों पर यूक्रेनी सेना ने अब तक जवाब नहीं दिया है। यूक्रेन युद्ध विभिन्न स्तर का हो रहा है और इस युद्ध से अधिक बड़ा भयंकर युद्ध रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन २४ फ़रवरी से शुरू करेंगे, ऐसा इशारा एक रशियन विश्लेषक ने दिया है। इस युद्ध के ज़रिये नाटो को लक्ष्य करके पूर्व यूरोपिय देश अपने पैरों तले रौंदने की योजना राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने बनाई है, ऐसी जानकारी विश्लेषक ग्रिगोरी युदीन ने दी है।

२४ फ़रवरी

यूक्रेन युद्ध शुरू हुए ११ महीने बीत चुके हैं। इस युद्ध में रशिया ने यूक्रेन की भूमि पर कब्ज़ा किया है और यूक्रेन इस क्षेत्र पर कब्ज़ा करने की कोशिश अब भी कर रहा है। अमरीका और पश्चिमी देशों से अब तक प्राप्त हुए और आने वाले समय में प्राप्त होने वाले प्रगत हथियार और रक्षा सामान का इस्तेमाल करके यूक्रेनी सेना इस युद्ध का पलढ़ा अपनी तरफ झुकाएगी, ऐसा विश्वास यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष व्यक्त कर रहे हैं। शनिवार से रशियन सेना के खिलाफ अमरीका से प्राप्त हुए हिमर्स रॉकेट यंत्रणा का इस्तेमाल करके यूक्रेनी सेना ने रशिया को बड़ा नुकसान पहुँचाने का दावा किया है। आनेवाले समय में भी रशिया को इस युद्ध में ऐसा ही नुकसान उठाना पडेगा, ऐसे दावे यूक्रेनी सेना कर रही है।

लेकिन, यूक्रेन युद्ध शुरू करने वाली रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का ध्येय बिल्कूल अलग होने का दावा रशियन ग्रिगोरी युदीन ने किया। ‘मास्को स्कूल ऑफ सोशल ऐण्ड इकॉमिक सायन्स’ के प्रोफेसर ग्रिगोरी युदीन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष को यूक्रेन की मौजूदगी स्वीकार नहीं है, इस मुद्दे पर ग्रिगोरी युदीन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष को यूक्रेन का अस्तित्व ही मंजूर ना होने के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया। जिसका अस्तित्व ही न हो उससे लड़कर क्या होगा, यह सवाल करके ग्रिगोरी ने यूक्रेन में शुरू युद्ध के पीछे रशिया की अलग रणनीति होने की बात स्पष्ट की। यूक्रेन युद्ध में रशिया यूक्रेन से नहीं, बल्कि नाटो से लड़ रही है और नाटो को लक्ष्य करके पूर्व यूरोप को अपने नियंत्रण में लाने का श्रेय राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने हमारे सामने रखा। ऐसा दावा ग्रिगोरी ने किया।

२४ फ़रवरी

इसके अलावा सोवियत रशिया के दौर की तरह रशिया के वर्चस्व का विस्तार पूर्व यूरोपिय देशों में करके यहां पर फिर से ‘आयर्न कर्टन’ का निर्माण करने की तैयारी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने की है, ऐसा ग्रिगोरी ने कहा है। इस आयर्न कर्टन का मतलब अमरीका और नाटो को इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने का ज़रा भी मौका न मिल पाए, यह होता है। पोलैण्ड और लिथुआनिया में घुसपैठ करके रहने वाले नाटो को यहां से भगाने के इरादे रशिया के हैं। रशियन सेना फिलहाल यूक्रेन के आगे जाकर माल्दो में सैन्य कार्रवाई करने का सोच रही है। ऐसी चौंकाने वाली जानकारी ग्रिगोरी युदनी ने साझा की। रशियन सेना ने का मज़बूत मोर्चा यही बात रेखांकित करता है, ऐसा दावा ग्रिगोरी ने किया।

ऐसी स्थिति में पश्चिमी देश पोलैण्ड और लिथुआनिया को बचाने के लिए रशिया से नहीं लड़ेंगे, ऐसा कहकर ग्रिगोरी ने पश्चिमी देशों की आलोचना की है।

English     मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info