रशिया की ‘एस-३००’ सिस्टम सीरिया में दाखिल

रशिया की ‘एस-३००’ सिस्टम सीरिया में दाखिल

मॉस्को/दमास्कस – लडाकू विमान और प्रक्षेपास्त्रों को निशाना बनाने की क्षमता रखने वाली रशिया की ‘एस-३००’ हवाई सुरक्षा सिस्टम सीरिया में दाखिल हो चुकी है। फिलहाल रशियन सेना ही इस सिस्टम का इस्तमाल करेगी, ऐसी घोषणा रशिया ने की। दो सप्ताह पहले इस्रायल के कारण सीरिया के लताकिया इलाके में रशियन सेना का विमान गिरा, ऐसा आरोप रशिया ने किया था। ‘एस-३००’ सीरिया में रवाना करते हुए रशिया ने इसके आगे सीरिया पर इस्रायल के हमले झेले नहीं जाएंगे, ऐसा धमकाया है।

‘एस-३००’, दाखिल, हवाई सुरक्षा सिस्टम, लडाकू विमान और प्रक्षेपास्त्र, तैनात, World war 3, syria, रशिया, अस्साद हुकूमतसीरिया के लताकिया में १७ सितंबर को रशियन विमान पर हुए हमले के लिए इस्रायल जिम्मेदार होने का इल्जाम लगाते हुए रशिया ने सीरिया में ‘एस-३००’ तैनात करने की घोषणा की थी। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने शुरूवात में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के कारण रशिया के विमान गिरा ऐसा कहते हुए इस्रायल को इसलिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, ऐसा कहा था। लेकिन विमान पर हुए हमलो को रशिया जरूर जवाब देगा और रशिया का ये जवाब हर एक को देखने मिलेगा, ऐसा सूचक कथन पुतिन ने किया था। इस पृष्ठभूमी पर मंगलवार को रशिया की ‘एस-३००’ सीरिया में दाखिल हुई।

‘एस-३००’ सीरिया में डिलिवरी की जा चुकी है, इसकी जानकारी रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने जारी की। सीरिया में रशियन जवानों की सुरक्षा के लिए इस सिस्टम को सीरिया में तैनात किया जाएगा, ऐसा रक्षा मंत्री शोईगू ने कहा। ‘एस-३००’ सिस्टम के कुल ४९ खुले पार्ट सीरिया में दाखिल हो चुके है जिनमें ‘एस-३००’ के चार लॉंचर्स, रडार और अन्य सामग्री शामिल है।

लेकिन रशिया का दावा है कि, ये सिस्टम अपूरी है। रशिया सीरिया को दे रहा ‘संगठित हवाई सुरक्षा सिस्टम’ का एक हिस्सा है। अगले पंधरा दिनों में ये सिस्टम सीरिया में पूरी तरह से लैस होगी, ऐसी जानकारी रक्षा मंत्री शोईगू ने दी। साथही अगले तीन महिनों में रशिया सीरियन सेना को इस सिस्टम के इस्तमाल के लिए प्रशिक्षित करेगी। तब तक ‘एस-३००’ का इस्तमला करने के अधिकार सीरिया में तैनात रशियन जवानों के पास होंगे।

ईरान समाचारपत्र के अनुसार, ईरान ने सीरिया का ‘टी-४’ ये अपना हवाईअड्डा इस हवाई सुरक्षा सिस्टम की तैनाती के लिए दिया है। ईरान ने इस बेस से पिछे हट चुकी है और जल्दही रशियन सिस्टम तथा जवान इस बेस का कब्जा लेंगे, ऐसा इस ईरानी समाचारपत्र का कहना है। सीरिया की राजधानी दमास्कस से कुछ दूरी पर बसे ‘टी-४’ हवाईअड्डे पर ईरान ने प्रक्षेपास्त्र और अन्य हथियारों का जकीरा छुपाया है, ऐसा आरोप करते हुए इस्रायल ने इस वर्ष में तीन बार हमले किए थे। इस पृष्ठभूमी पर संबंधित सैनिकी बेस पर रशिया का ‘एस-३००’ तैनात करना इस्रायल के लिए चेतावनी है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

यूरोप और इस्रायल के कुछ विशेषज्ञों ने दावा किया है कि, सीरिया की हवाई सुरक्षा मजबूत करने के लिए ये सिस्टम दी गई है जिसके लिए रशिया ने अस्साद हुकूमत से कोई किमत नहीं ली। सीरिया में इस्रायल के हवाई हमलों को जवाब देने के लिए रशिया ने इस सिस्टम को सीधा दमास्कस के पास तैनात किया ऐसा इन विशेषज्ञों का कहना है। सीरिया ने इससे पहले रशिया के ‘एस-३००’ का समर्थन करते हुए इस्रायल को चेतावनी दी थी। इससे आगे सीरिया पर हमले करने से पहले इस्रायल को दोबारा सोचना होगा, ऐसा सीरिया के विदेश मंत्रालय ने धमकाया था।

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