वॉशिंग्टन: इस्रायल के साथ शंतिचर्चा में शामिल होने से इन्कार करने वाले पॅलेस्टाईन को मानवी सहायता की आपूर्ति करने के लिए अमरिका ने इन्कार किया था| इस वजह से पॅलेस्टाईन की गाझापट्टी में बहुत बड़ा संकट गिरा था| इस संकट की पृष्ठभूमि पर ‘व्हाईट हाउस’ में विशेष बैठक का आयोजन किया गया है| इस बैठक में अरब देशों के साथ साथ इस्रायल भी शामिल हुआ है| लेकिन पॅलेस्टाईन के राष्ट्राध्यक्ष ने इस बैठक पर बहिष्कार डाला है| अमरिका ने जेरुसलेम को इस्रायल की राजधानी घोषित करने के बाद, पॅलेस्टाईन ने अमरिका के साथ सभी स्तर पर संबंध तोड़े हैं|
ट्रम्प प्रशासन ने इस्रायल और पॅलेस्टाईन के बीच शांतिचर्चा के लिए नया प्रस्ताव बनाया है| अगले कुछ हफ़्तों में अमरिका यह प्रस्ताव जाहिर करने वाला है, ऐसा दावा किया जाता है| लेकिन यह प्रस्ताव जाहिर करने से पहले पॅलेस्टाईन के गाझापट्टी के संकट पर चर्चा करने की आवश्यकता है, ऐसा ट्रम्प प्रशासन का कहना है, यह जानकारी इस बैठक से संबंधित अमरिकन अधिकारी ने दी है| इस पृष्ठभूमि पर गाझापट्टी के संकट पर चर्चा करने के लिए ट्रम्प प्रशासन ने मंगलवार को बहुराष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया है|
अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के वरिष्ठ सलाहकार ‘जॅरेड कशनर’ साथ ही ‘इस्रायल-पॅलेस्टाईन’ के लिए नियुक्त किए गए ‘जेसन ग्रीनब्लॅट’ की उपस्थिति में यह बैठक पूरी हुई है| इस बैठक में इस्रायल के साथ सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात (युएई), इजिप्त, जॉर्डन, कतार, बाहरिन और ओमान इन अरब देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे| साथ ही ब्रिटन, फ्रांस, कनाडा, जापान, इटली, जर्मनी, स्वित्झर्लंड, नॉर्वे, नेदरलैंड, स्वीडन और सायप्रस यह पश्चिमी मित्रदेश भी इस बैठक में उपस्थित थे| पॅलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास की फताह पार्टी को भी इस बैठक का न्योता दिया गया था| लेकिन उन्होंने इस बैठक पर बहिष्कार डालने की वजह से पॅलेस्टिनी नेताओं के सहभाग के बिना ही यह बैठक पूरी हुई|
अमरिकन अधिकारी ने दी हुई जानकारी के अनुसार, करीब छह घंटों तक यह बैठक चल रही थी| इसमें से दो घंटे कशनर ने गाझी में मानवी सहायता के विषय में अपनी योजना रखी| इसमें बिजली और पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाएं इन चीजों का समावेश था| पॅलेस्टिनी नेताओं की अनुपस्थिति में भी इसमें की बहुत सी योजनाओं को मंजूरी मिली है| इन योजनाओं की वजह से गाझी में मानवी सहायता का सिलसिला फिर से शुरू होगा, ऐसा दावा किया जाता है|
इस छह घंटों की बैठक में इस्रायल-पॅलेस्टाईन शांति प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई, ऐसी जानकारी अमरिकी अधिकारी ने दी है| साथ ही इस बैठक के अवसर पर इस्रायल और अरब नेता पहली बार सामने आए हैं, फिर भी इस बार अन्य किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है, ऐसा अमरिकी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है|
पिछले वर्ष छह दिसम्बर को अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जेरुसलेम को इस्रायल की राजधानी घोषित की थी| इस घोषणा का निषेध करके पॅलेस्टाईन ने इसके आगे अमरिका की मध्यस्थ से होने वाली शांति चर्चा में शामिल नहीं होंगे, ऐसा स्पष्ट किया था| लेकिन ट्रम्प के प्रस्ताव के अनुसार पॅलेस्टाईन शांति चर्चा शुरू करे, इसके लिए अरब देशों की तरफ से पॅलेस्टाईन के राष्ट्राध्यक्ष अब्बास पर दबाव डालने का दावा किया जाता है|
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)