लंडन: रशिया के भूतपूर्व जासूस सर्जेई स्क्रिपल पर हुए विषप्रयोग को लेकर ब्रिटन और रशिया के बीच शुरू हुआ विवाद अधिकाधिक बढ़ रहा है| स्क्रिपल पर हुए विषप्रयोग के साथ रशिया का संबंध नहीं है, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पहली बार इस सन्दर्भ में अपनी भूमिका रखी है| लेकिन रशियन राष्ट्राध्यक्ष के यह दावे झूठे हैं ऐसी प्रतिक्रिया ब्रिटन से आ रही है| ऐसे तनावपूर्ण दौर में रशिया के परमाणु ब्रिटन के ३८ शहरों को और लष्करी अड्डों को साथ ही ब्रिटन में स्थित अमरिकी अड्डों को लक्ष बनाएंगे, ऐसी चिंता इस देश की मीडिया कर रही है|
स्क्रिपल पर हुए विषप्रयोग के साथ रशिया का संबंध नहीं है| रशिया ने अपने जैविक और रासायनिक हथियारों को कब का नष्ट कर दिया है| इस वजह से इसका सवाल ही पैदा नहीं होता है, ऐसा कहकर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने इस सन्दर्भ में पुतिन के दावों को ख़ारिज किया है| ब्रिटन से इस पर तीव्र प्रतिक्रिया आई है और पुतिन के इन दावों पर कोई भी भरोसा नहीं कर सकता, ऐसा दावा ब्रिटन की तरफ से किया गया है| इस वजह से ब्रिटन और रशिया के बीच विवाद अधिक बढने की संभावना है, आने वाले समय में यह विवाद और ज्यादा उग्ररूप धारण करेगा, ऐसा दावा जानकार कर रहे हैं|
ऐसी परिस्थिति में परमाणु का सर्वाधिक भंडार रखने वाला रशिया ब्रिटन पर घनघोर हमला करेगा, ऐसी चिंता एक दैनिक ने व्यक्त की है| छोटे और बड़े मिलाकर ३८ शहरों पर १५० मिसाइल हमले करके रशिया ब्रिटन को झटका देगा| भयंकर बात यह है कि इन मिसाइलों में कितने परमाणुओं का समावेश है, यह हमले से पहले किसी को भी नहीं समझने वाला| पनडुब्बी से रशिया इन मिसाइलों का और परमाणुओं का हमला करेगा, ऐसा इस दैनिक ने कहा है और इसके लिए पहले के ब्रिटन के गोपनीय दस्तावेजों का प्रमाण दिया है|
इसमें रशियन हमले की संभावना वाले ब्रिटन के शहरों के नाम भी इस दैनिक ने दिए हैं| इसीके साथ साथ ब्रिटन के हवाई दल के २३ अड्डे और अमरिका के ब्रिटन में स्थित १४ लष्करी अड्डे, १० रडार स्टेशन, ८ मिलिट्री कमांड सेंटर और ब्रिटन की नौसेना के १३ अड्डों का समावेश है|
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)