वॉशिंग्टन: ‘आपका स्वागत है, आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा’, इन औपचारिक शब्दों में अमरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर नियुक्ति की घोषणा किए गए जॉन बोल्टन का स्वागत किया। लेकिन रक्षा मंत्री जॉन बोल्टन ने बोले अगले शब्दों के बाद इस भेंट को ‘कवर’ करने आए मीडिया के प्रतिनिधियों को आश्चर्य का जबरदस्त झटका लगा। ‘आप सैतान के अवतार है, ऐसा मुझे सुनने को मिला था और मुझे आपसे मिलने की तीव्र इच्छा हुई थी’, ऐसा रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने जॉन बोल्टन को खुलकर कह डाला। बोल्टन ने भी हंसकर प्रतिसाद दिया।
अमरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और आने वाले कुछ दिनों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर विराजमान होने वाले जॉन बोल्टन के बीच का यह संवाद अमरिकी मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है। जहालमतवादी और उग्र प्रवृत्ति के जॉन बोल्टन की राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सुरक्षा सलाहकार के पद पर नियुक्ति की घोषणा करने के बाद इसके परिणाम सिर्फ अमरिका से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में दिखाई दिए थे। रशिया, उत्तर कोरिया, ईरान इन देशों ने इस पद पर बोल्टन की नियुक्ति मतलब अमरिका ने युद्ध की घोषणा की है, ऐसा दावा किया था। पाकिस्तान जैसे देश के विश्लेषकों ने तो इसके आगे अपने देश का क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता, ऐसा कहकर इस पर चिंता जताई थी। अमरिकी मीडिया और विश्लेषक उग्र प्रवृत्ति के बोल्टन की रक्षा मंत्री मैटिस और अन्य लोगों के साथ जमेगी क्या, ऐसा सवाल कर रहे हैं।
लेकिन रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने जॉन बोल्टन के बारे में व्यक्त की जा रही इस आशंका को ठुकराया है। वैश्विक स्तरपर किसी की भी मतविभिन्नता हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सहकार्य करके काम नहीं किया जा सकता, ऐसा मैटिस ने कहा था। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर बोल्टन प्रभावी काम करेंगे, ऐसा भरोसा भी मैटिस ने व्यक्त किया है। जेम्स मैटिस का अमरिका के रक्षा मंत्री के तौर पर राष्ट्राधयक्ष ट्रम्प ने किया हुआ चुनाव इसी तरह से विवादास्पद साबित हुआ था । अमरिकी लष्कर के आक्रामक अधिकारी के तौर पर जेम्स मैटिस की पहचान थी। अमरिकन मरिन के जनरल के तौर पर काम करने वाले मैटिस पर इराक और अफगानिस्तान के युद्ध की जिम्मेदारी थी।
युद्धखोर लष्करी अधिकारी और जनरल्स के भी जनरल के तौर पर प्रसिद्ध जेम्स मैटिस प्रक्ष्यत थे। मुख्य रूपसे उनकी आक्रामक नीतियाँ और दांवपेचों की वजह से उनको मॅड डॉग मैटिस यह उपाधि मिली थी। आक्रामक और उग्र शब्दों में अपनी राय रखने वाले मैटिस को अमरिकी संसद सदस्यों ने भाषापर नियंत्रण रखने की सलाह दी थी। लेकिन मैटिस ने हमेशा ही अमरिका की जीत को प्राधान्य दिया और इराक-अफगानिस्तान में भी अमरिकी मुहिमों में फतेह हासिल की थी।
अमरिका की तरफ से अरबों रुपयों की सहायता लेने वाला पाकिस्तान अफगानिस्तान के आतंकवादियों की मदद करता है, यह बात मैटिस ने अफगानिस्तान में अमरिका के लष्करी अधिकारी थे तब सबके सामने लाई थी। साथ ही अमरिका के रक्षा मंत्री के पद पर आने के बाद भी मैटिस ने पाकिस्तान पर टीका की है। उसी दौरान ईरान की तरफ से खाड़ी की स्थिरता और सुरक्षा खतरा निर्माण हुआ है, ऐसा मैटिस स्पष्ट इशारा दे रहे हैं। ऐसे धुरंधर सेनानी मैटिस को अब उनकी के ही जैसे आक्रामक प्रवृत्ति के जॉन बोल्टन की तरफ से सहकार्य मिलने वाला है और इसका बहुत बड़ा प्रभाव अमरिका की नीतियों और दांवपेंचों पर पड़ने वाला है।
रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने पिछले कुछ दिनों में वर्तमान के ‘सीआईए’ प्रमुख और जल्द ही अमरिका के विदेश मंत्री पद पर विराजमान होने वाले माईक पॉम्पिओ के भेंट ली थी। साथ ही रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने अटोर्नी जनरल जेफ सेशन्स और रिपब्लिकन पार्टी के प्रभावी सिनेटर लिंडसे ग्राहम के साथ भी चर्चा करने की खबर है। यह चर्चा सर्वसामान्य नहीं थी, ऐसे संकेत अमरिकी मीडिया दी रहा है। लेकिन मैटिस ने की इस चर्चा में अलग ऐसा कुछ भी नहीं था, ऐसा दावा पेंटागन की प्रवक्ता डाना व्हाईट ने किया है। लेकिन उनके दावे पर भरोसा नहीं है, इस मुलाकात में बहुत कुछ अलग होने के संकेत मिल रहे हैं।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)