मॉस्को: ‘इराक और सीरिया के बीच संघर्ष में ‘आईएस’ और ‘अल कायदा’ पराजित हुए हैं, लेकिन खतरा अभी नहीं टला है। यह दोनों संगठन एक होकर रासायनिक हथियारों का निर्माण करेंगे’, ऐसा इशारा रशिया के ‘फेडरल सिक्यूरिटी सर्विस’ (एफएसबी) इस गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख ‘अलेक्झांडर बोर्तनिकोव्ह’ ने दिया है। ‘मॉस्को इंटरनेशनल सिक्यूरिटी कांफ्रेंस’ इस अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक में बोर्तनिकोव्ह बोल रहे थे।
‘आईएस’ और ‘अल कायदा’ का प्रभाव कम होने की वजह से यह दोनों संगठन एक हो सकते हैं। ऐसा हुआ तो आतंकवादी संगठनों का खतरा बढेगा, ऐसा दावा बोर्तनिकोव्ह ने किया है। इन दोनों संगठनों के स्लीपर सेल दुनिया भर में हैं। इस वजह से रासायनिक हथियारों के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री प्राप्त करना और हथियारों का निर्माण करना इन आतंकवादी संगठनों को आसान होगा, ऐसा दावा बोर्तनिकोव्ह ने किया है।
सीरिया और इराक के ‘आईएस’ के ठिकानों को उध्वस्त किया गया है, लेकिन इस संगठन के सेंकडों आतंकवादी अभी भी खाड़ी और यूरोपीय देशों में छिपकर बैठे हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है। उसीके साथ ही दुनिया भर में होने वाले आतंकवादी हमलों में से आधे से अधिक हमलों के पीछे ‘आईएस’ का हाथ होने की बात सामने आई है। इस वजह से ‘आईएस’ यह संगठन अभी भी कार्यरत होने का दावा ‘एफएसबी’ के प्रमुख कर रहे हैं।
दौरान, वैश्विक महासत्ताओं के बीच के तनाव का फायदा यह आतंकवादी संगठन उठा रहे हैं, ऐसा महत्वपूर्ण दावा बोर्तनिकोव्ह ने किया है।
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