नई दिल्ली: पाकिस्तानी विघातक एवं अपराधी कार्यवाहियां और तस्करी में उलझे हुए होकर, खाड़ी देशों की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। इसकी वजह से दुबई की जनता ने एवं खाड़ी के देशों ने पाकिस्तानी नागरिकों को नौकरियां न दे जाए ऐसा आवाहन दुबई के पुलिस प्रमुख ने दिए हैं। साथ ही दुबई के पुलिस प्रमुख ने भारतीयों की प्रशंसा की है।
संयुक्त अरब अमीरात के सबसे बड़े शहर और दुनिया के प्रमुख व्यापारी केंद्रों में से एक होने वाले दुबई के पुलिस प्रमुख ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिकों के विरोध में क्रोध व्यक्त किया है। दुबई में नशीले पदार्थ के तस्करी के मामले में कई पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। उनके फोटो सोशल मीडिया पर डालते हुए लेफ्टिनेंट जनरल धाही खलफान ने एक के पीछे एक ट्वीट किए हैं। जिनमें उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकों की प्रवृत्ति अपराधी स्वरूप की होने की बात कही है।
केवल दुबई एवं यूएई ही नहीं, तो सभी खाड़ी देश पाकिस्तानी नागरिकों को नौकरी देने का विचार नहीं करें। मै अपने नागरिकों को पाकिस्तानी नागरिकों को नौकरी न देने के लिए आवाहन करता हूं। पाकिस्तानी नागरिकों को नौकरियां न देना, यह अपना राष्ट्रीय कर्तव्य है, ऐसा मैं समझता हूं, ऐसा लेफ्टिनेंट जनरल खलफान ने कहा है।
पाकिस्तानी नागरिक अपराधी कार्यवाहियां, तस्करी और देश विघातक बातों में उलझे हैं और संपूर्ण खाड़ी क्षेत्र एवं समुदाय के लिए वह खतरनाक हो सकते हैं, ऐसा खलफान ने आगे कहा है। पर उसी समय उन्होंने भारतीय नागरिकों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है और दोनों समाज में बहुत बड़ा अंतर होने की बात अपने विधानों द्वारा दिखाई है।
भारतीय नागरिक अनुशासन से रहने वाले एवं मेहनती है। इस वजह से पाकिस्तानी नागरिकों को नौकरियां न देते हुए भारतीयों को नौकरियां दे, ऐसी सिफारिश भी लेफ्टिनेंट जनरल खलफान ने अपने ट्वीट द्वारा की है।
खाड़ी देशों में बड़ी तादाद में पाकिस्तानी नागरिक नौकरियां कर रहे हैं। उनसे पाकिस्तान में भेजे जाने वाले पैसों पर पाकिस्तान की वित्त व्यवस्था अधिक समय तक खड़ी है। पर पाकिस्तानी नागरिकों के बर्ताव अत्यंत बदतमीज होकर खुद पाकिस्तान से उनपर अनेक बार आलोचना हुई है। ऐसी परिस्थिति में दुबई की पुलिस प्रमुख के विधान खाड़ी देशों के में पाकिस्तानी नागरिकों के लिए संकट बढ़ाने वाले है।
इस आवाहन की वजह से पाकिस्तान में खलबली फैली है। पाकिस्तान से अधिकृत प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिर भी पाकिस्तानी नागरिक सोशल मीडिया से खलफान के विधान पर टिका कर रहे हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को युएई को निर्माण करने के लिए योगदान खलफान भूल गए हैं, ऐसा पाकिस्तानियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट द्वारा कहा है।
फिलहाल पाकिस्तान की वित्त व्यवस्था के सामने बड़े संकट खड़े हैं और कई दिनों तक का खर्च चलाने इतनी क्षमता पाकिस्तान की वित्त व्यवस्था के पास बाकी है। पाकिस्तान में रोजगार निर्माण नही हो रहा तभी कई देश पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर खदेड रहे है। सऊदी अरेबिया एवं अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तानी कर्मचारियों को वापस भेजने से उनके द्वारा मिलने वाला विदेशी चलन कम होता जा रहा है।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)