वॉशिंग्टन: तुर्की, रशिया और ईरान की सीरिया की समस्या पर त्रिपक्षीय चर्चा शुरू है, ऐसे में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के साथ फोन पर चर्चा की है। सीरिया और ईरान मे शुरु गतिविधियाँ और पॅलेस्टिनियों के प्रदर्शन की वजह से इस्रायल में निर्माण हुए संकट पर ट्रम्प और नेत्यान्याहू ने चर्चा की है, ऐसा कहा जा रहा है। साथ ही अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कतार के अमीर ‘थामिम बिन अहमद अल थानी’ के साथ भी ईरान के संभावित खतरे पर चर्चा करने की जानकारी ‘व्हाईट हाउस’ ने दी है।
खाड़ी और पर्शियन खाड़ी के घटनाक्रमों में प्रचंड गति आई है और इस क्षेत्र के देश अपने प्रतिस्पर्धियों की गतिविधियों की तरफ बारीकी से नजर रखे हें हैं। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन इन दिनों तुर्की में हैं और उनकी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी और तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के साथ त्रिपक्षीय चर्चा शुरू है। यह चर्चा सीरिया की समस्या पर है ऐसा घोषित किया गया है, लेकिन इस चर्चा के माध्यम से इन देशों ने मोर्चा खोलने की बात स्पष्ट हुई है। यह मोर्चा इस क्षेत्र के सभी समीकरणों को पलट सकता है, ऐसे संकेत मिल रहे हैं और उस दिशा में गतिविधियाँ शुरू हुईं हैं। इसकी गंभीर दखल अमरिका ने ली है।
ट्रम्प ने नेत्यान्याहू के साथ फोन पर चर्चा करके सीरिया, ईरान और इस्रायल की परिस्थिति पर चर्चा की है। इस बारे में अधिक तपशील नहीं दिया गया है, लेकिन इस चर्चा का ‘टाइमिंग’ बहुत ही महत्वपूर्ण है। पिछले कुछ दिनों से ईरान और तुर्की यह देश इस्रायल को खुलकर धमकियां रहे हैं। तुर्की से इस्लामधर्मी देशों के लष्करी मोर्चे ने इस्रायल पर एक ही समय पर हमला करना चाहिए, ऐसा आवाहन किया जा रहा है। उसी समय तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष अपनी जनता को तीसरे विश्वयुद्ध के लिए तैयार रहने का इशारा दे रहे हैं।
ऐसी परिस्थिति में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और प्रधानमंत्री एर्दोगन के बीच की चर्चा ध्यान आकर्षित करने वाली है। इस चर्चा की खबर प्रसिद्ध होते समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कतार के अमीर ‘थामिम बिन अहमद अल थानी’ के साथ भी चर्चा की है। ईरान की तरफ से बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर यह चर्चा पूरी होने की जानकारी व्हाईट हाउस ने दी है। वर्तमान में कतार के खिलाफ सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात, बाहरीन और इजिप्त यह देश खड़े हुए हैं और यह बात अरब देशों में तीव्र मतभेद हैं, यह दिखा रही है। सऊदी और मित्र देशों ने अपने ऊपर डाले दबाव को उत्तर देने के लिए कतार ने तुर्की और ईरान की सहायता ली थी। लेकिन ईरान का खतरा बढ़ते समय राष्ट्राधयक्ष ट्रम्प ने न कतार के अमीर के साथ की चर्चा बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
अरब देशों ने कतार के साथ के विवाद को सामंजस्य से सुलझाना चाहिए, ऐसा आवाहन इससे पहले अमरिका की तरफ से किया जा रहा था। वर्तमान की परिस्थिति में अरब देशों की एकजुट सबसे महत्वपूर्ण साबित होती है। इसके लिए मतभेद दुर रखकर कतार और अरब देशों ने एक होना चाहिए, ऐसा आवाहन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कतार के अमीर के साथ हुई चर्चा में किया है, ऐसा व्हाईट हाउस ने कहा है।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)