इस्रायल की सीमा पर पॅलेस्टिनीयों के ‘फ्राइडे ऑफ फायर’ प्रदर्शन शुरू

इस्रायल की सीमा पर पॅलेस्टिनीयों के ‘फ्राइडे ऑफ फायर’ प्रदर्शन शुरू

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जेरुसलेम/गाझा: हमास आतंकवादी संगठन और अन्य पॅलेस्टिनी समूहों ने शुरू किये ‘मार्च ऑफ़ रिटर्न’ इस इस्रायल विरोधी आन्दोलन का दूसरा पड़ाव शुरू हुआ है और हजारो पॅलेस्टिनीयों ने फिरसे सीमा से टकराने की कोशिश की है। शुक्रवार को नए प्रदर्शनों की शुरुआत होने से पहले इस्रायल ने गुरुवार को गाझा सीमा पर की गोलीबारी में एक पॅलेस्टिनी नागरिक की जान गई है और आन्दोलन के दौरान मारे गए लोगों की संख्या २२ पर पहुंची है। शुक्रवार के आन्दोलन की शुरुआत होने से पहले इस्रायल के रक्षामंत्री ‘एव्हिग्दोर लिबरमन’ ने नियमों का पालन न करने वाले प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की जाएगी ऐसा सीधा इशारा दिया था।

इस्रायल ने सन १९७६ के युद्ध में लिए भूभाग के मुद्दे को लेकर हमास ने पॅलेस्टिनी जनता को प्रदर्शन के लिए पुकारा है। पिछले हफ्ते में शुरू हुए प्रदर्शनों में करीब एक लाख पॅलेस्टिनी नागरिक शामिल होने का दावा हमास ने किया था। इस आन्दोलन के खिलाफ इस्रायल ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और यह हमास का हमले करने का षडयंत्र है, ऐसा आरोप इस्रायली नेता और अधिकारियों ने किया है। यह षडयंत्र नाकाम करने के लिए इस्रायल ने सीमा पर ‘स्पेशल फोर्सेस’ के १०० स्नायपर्स तैनात किए हैं।

 

इस्रायल ने इस आन्दोलन के खिलाफ अपनाई भूमिका और शुरू कार्रवाई पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर से तीव्र प्रतिक्रिया आई है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस्रायल को अधिक ख्याल रखने का इशारा दिया है। साथ ही पिछले हफ्ते की कार्रवाई की स्वतंत्र जाँच करने का आवाहन भी किया है। लेकिन अमरीका ने इस मामले में इस्रायल का पक्ष लेकर पॅलेस्टिनी नेतृत्व पर टीका की है।

 

अमरिका के खाड़ी के दूत जेसन ग्रीनब्लॅट छोटे बच्चे और अन्य प्रदर्शनकारियों को सीधे इस्रायल की सीमा पर भेजने वाले पॅलेस्टिनी नेताओं पर जोरदार टीका की है। उसी समय प्रदर्शनकारी ५०० मीटर्स का ‘बफर जोन’ छोड़कर प्रदर्शन करें और सीमा पर लगे गए बाड़ तक जाने की कोशिश न करें, ऐसी सलाह भी अमरिकी दूत ने दी है।

दौरान, इस्रायल ने सीमा के पास आए पॅलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों को लक्ष्य बनाने के लिए लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करने की जानकारी सामने आई है। इन पॅलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों के हाथों में हथियार होने की वजह से यह कार्रवाई की गई है, ऐसा दावा इस्रायल की ओर से किया गया है।

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