मॉस्को: ‘अमरिका ने परमाणु अनुबंध का उल्लंघन किया तो उसके आगे निर्माण होने वाली भीषण परिस्थिति के लिए अमरिका स्वयं जिम्मेदार होगा। अमरिका का परमाणु अनुबंध से पीछे हटना अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित होगा’, ऐसा इशारा ईरान के रक्षामंत्री ‘ब्रिगेडियर जनरल अमीर हतामी’ ने दिया है। उसीके साथ ही अमरिका और मित्र देशों की तरफ से अपनी सुरक्षा को संभवित खतरे को ध्यान में रखकर, ईरान लष्करी सामर्थ्य बढाने वाला है इसके संकेत रक्षामंत्री हतामी ने दिए हैं।
‘प्रादेशिक और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए वैश्विक समुदाय ने ईरान के साथ किया हुआ परमाणु अनुबंध सफल साबित हुआ है और यह अनुबंध अंतर्राष्ट्रीय नियमों की चौखट में है। लेकिन अमरिका और कुछ मित्र देशों ने इस अनुबंध का उल्लंघन करके ईरान के साथ बेईमानी की तो उससे होने वाले नुकसान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भुगतना पडेगा’, ऐसी धमकी हतामी ने दी है। रशिया में चल रहे ‘मॉस्को कांफ्रेंस ऑन इंटरनेशनल सिक्यूरिटी’ की बैठक में ईरान के रक्षामंत्री हतामी ने अमरिका के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को धमकाया है।
इसके पहले ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी, विदेश मंत्री जावेद झरीफ और ईरान के लष्करी अधिकारियों ने परमाणु अनुबंध से बाहर निकलने के मुद्दे को लेकर अमरिका को इशारा दिया था। लेकिन रक्षामंत्री हतामी ने अमरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की व्यवस्था और सुरक्षा खतरे में आएगी, ऐसा कहकर ईरान की भूमिका स्पष्ट की है। अमरिका कितना भी दबाव डाले, ईरान परमाणु अनुबंध से पीछे नहीं हटने वाला है, ऐसा ईरान ने स्पष्ट किया है।
अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सन २०१५ में हुए इस परमाणु अनुबंध से बाहर निकलने की भूमिका ली है। ईरान ने अपनी माँगों को मान्य नहीं किया तो इस अनुबंध को तोड़ने का इशारा ट्रम्प ने दिया था। इसके लिए ट्रम्प ने इस अनुबंध के पक्ष में खड़े रहने वाले ब्रिटन, फ़्रांस और जर्मनी के द्वारा ईरान को इस अनुबंध के बारे में अंतिम इशारा दिया था। मई महीने के दूसरे हफ्ते तक ईरान ने परमाणु अनुबंध तोड़कर तीन वर्ष पुराने परमाणु अनुबंध में परिवर्तन नहीं किया तो, इससे बाहर निकलने का इशारा ट्रम्प ने यूरोपीय देशों की तरफ से दिया था।
दौरान, ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर निश्चित है और अमरिका इस अनुबंध से पीछे हटा तो ईरान अगले दो दिनों में ही २० प्रतिशत युरेनियम का संवर्धन करेगा, ऐसी धमकी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दी थी। यह धमकी मतलब परमाणु बम का निर्माण ईरान आसानी से कर सकता है यह संकेत था, ऐसा दावा अंतर्राष्ट्रीय विश्लेषकों ने किया था। लेकिन ईरान के रक्षामंत्री ने परमाणु अनुबंध तोडा तो अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और सुरक्षा खतरे में आएगी, ऐसा इशारा अमरिका और दुनिया को दिया है।
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