कैनबेरा/बीजिंग: चीन ने ऑस्ट्रेलिया से लगभग २००० किलोमीटर अंतर पर होने वाले वनौटू इस पेसिफिक महासागर के देश में लष्करी तल निर्माण करने के प्रयत्न शुरू किए हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रसार माध्यमों ने इस बारे में दावा किया है और ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा के हवाले से यह जानकारी मिलने की बात कही जा रही है।
ऑस्ट्रेलिया एवं अमरिका के अधिकारियों में इस मुद्दे पर चर्चा होने का दावा किया जाता है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने इस मामले पर वनौटू को इशारा देकर ऑस्ट्रेलिया अपने पड़ोस में ऐसे प्रकार सहन नहीं करेगा, ऐसा सूचित किया था। चीन तथा वनौटूने लष्करी तल के बारे में गतिविधियां शुरू करने के वृत्त से इनकार किया है।
ऑस्ट्रेलिया में सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड इस अग्रणी दैनिक ने चीन से वनौटू में शुरू हुए गतिविधियों के बारे में दावा करनेवाले वृत्त प्रसिद्ध किए हैं। उन्होंने यह देश दक्षिण पेसिफिक महासागर का भाग होकर आयलैंड नेशन के तौर पर पहचाना जाता है। ८२ छोटे द्वीपों का समूह होनेवाले इस देश की लोकसंख्या लगभग पौने तीन लाख है। पेसिफिक महासागर में ऑस्ट्रेलिया के नजदीक के क्षेत्र में ऐसे प्रकार के आठ आयलैंड नेशंस है। इन आयलैंड नेशंस की ऑस्ट्रेलिया तथा अमरिका के साथ नजदीकी संबंध होने की बात मानी जाती है।
पर पिछले कई वर्षों में चीन ने साउथ चाइना सी एवं ईस्ट चाइना सी के साथ पेसिफिक महासागर में अपना प्रभाव क्षेत्र तैयार करने के लिए जोरदार गतिविधियां शुरू की है। अमरिका एवं ऑस्ट्रेलिया इन दोनों प्रमुख देशों ने इसका दाखिला दिया है और चीन को रोकने के लिए कदम उठाने शुरू किए हैं। अमरिका ने पेसिफिक महासागर में अपने लष्कर की गतिविधियां बढ़ाई है और नौदल गश्ती पर जोर दिया है।
ऑस्ट्रेलिया ने अबतक की धारणा बदलकर इंडो पेसिफिक क्षेत्र यह अपने प्रभाव का प्रमुख केंद्र रहेगा, ऐसा स्पष्ट किया है। अपने विदेश धारणा के बारे में प्रसिद्ध किए श्वेतपत्रिका में अमरिका ने इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती लष्करी गतिविधियों पर ध्यान देने के संकेत दिए हैं। पैसिफिक महासागर में प्रभाव एवं स्थिरता कायम रखने के लिए अमरिका से सहयोग एवं अस्तित्व महत्वपूर्ण होंगे, ऐसा ऑस्ट्रेलिया ने सूचित किया था। इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया के पास चीन के लष्कर की गतिविधियों की जानकारी सामने आ रही है जो ध्यान केंद्रित करने वाली है।
जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया के एक वरिष्ठ मंत्री ने पेसिफिक महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बारे में इशारा दिया था। चीन ने पैसिफिक क्षेत्र में ८ आयलैंड नेशन को लगभग २ अरब डॉलर की वित्तीय सहायता दी थी। यह कर्ज चुकाने का समय आने पर यह देश यकीनन क्या करेंगे और उसके क्या परिणाम होंगे? इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। इंटरनेशनल डेवलपमेंट विभाग के मंत्री कॉनसेटा फिरैव्हैन्टी वेल्स ने पेसिफिक क्षेत्र में चीन के हस्तक्षेप को लक्ष्य किया था।
पिछले कई महीनो में ऑस्ट्रेलिया में टर्नबुल सरकार ने चीन के मुद्दे पर लगातार आक्रामक भूमिका लेने की बात सामने आई है। चीन से ऑस्ट्रेलिया के राजनीति, शिक्षा क्षेत्र तथा उद्योग क्षेत्र में होने वाले दखलअंदाजी पर प्रधानमंत्री टर्नबुल ने तीव्र नाराजगी व्यक्त की थी। इस मामले में सत्ताधारी पक्ष के प्रभावशाली नेताओं ने इस्तीफा देने पर विवश किया था। ऑस्ट्रेलिया में चार्ल्स स्टुअर्ट यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक क्लाईव हैमिल्टन ने इस मामले में ‘साइलेंट इन्वेंशन चाइना इन्फ्लुएंस इन ऑस्ट्रेलिया’ यह पुस्तक दोनों देशों में विवादास्पद हुई थी। इस पुस्तक के प्रकाशन पर बंदी लाने के लिए दबाव लाने के दावे किए थे।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)