मॉस्को: स्मार्ट मिसाइल का रुख आतंकवादियों पर होना चाहिए, सीरिया की सल्तनत पिछले कई वर्षों से आतंकवादियों का मुकाबला कर रही है, ऐसा कहकर रशिया ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को प्रत्युत्तर दिया है। साथ ही सीरिया में रासायनिक हमला की जांच शुरू होते हुए क्या सबूत नष्ट करने के लिए स्मार्ट मिसाइल दागे जाएंगे? ऐसा प्रश्न करके रशिया के विदेश मंत्रालय ने अमरिका के हेतु पर संदेह व्यक्त किया है।
रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिआ झाकरोव्हा ने सीरिया पर हमले के बारे में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किए विधान का समाचार लिया है। रविवार को सीरिया में हुए रासायनिक हमले में सीरियन सल्तनत तथा इस सल्तनत का समर्थन करनेवाला रशिया जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका ने किया था। अमरिका के संयुक्त राष्ट्रसंघ में राजदूत निकी हैलेने रशिया ने सीरिया के साथ सल्तनत के बारे में स्वीकार हुई भूमिका की धज्जियां उड़ाई थी। तथा उसे उत्तर देते हुए रशियन राजदूत वैसिली नेम्बेझियाने सीरियन सल्तनत ने यह रासायनिक हमला नहीं किया ऐसा बयान दिया था।
अमरिका और अमरिका के मित्र देश सीरिया में रासायनिक हमले कर रहा है, ऐसा आरोप रशिया और इरान जैसे देश कर रहे हैं। सीरिया में आतंकवाद विरोधी युद्ध में अस्साद सल्तनत का विजय हो रहा है और रासायनिक शस्त्र का उपयोग करने का क्या कोई कारण है? ऐसा प्रश्न यह देश पुंछ रहे हैं। बुधवार को राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किए विधान का उत्तर देते हुए, रशियन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अलग शब्दों में यह आरोप किया है।
सीरिया में हुए रासायनिक हमले की जांच ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वेपंस’ से (ओपीसीडब्ल्यू) से किया जाने वाला है। इससे पहले क्या इस हमले के सबूत नष्ट करने के प्रयत्न अमरिका के स्मार्ट मिसाइल करने वाले हैं? ऐसा हुआ तो अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को यह रासायनिक हमला किसने किया इसके सबूत नहीं मिलेंगे, ऐसा कहकर झाकरोव्हाने अमरिका पर आरोप किए हैं।
सीरिया ने भी अपने रासायनिक हमले के आरोप ठुकराए हैं और अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा दी धमकी हमारे लिए आश्चर्यकारक नहीं है, ऐसी प्रतिक्रिया दी है। अमरिका ही सीरिया में आतंकवाद फैला रहा है, ऐसा आरोप भी सीरिया के विदेश मंत्रालय ने किया है।