अमरिका का विमान वाहक जंगी जहाज सीरिया की दिशा में

अमरिका का विमान वाहक जंगी जहाज सीरिया की दिशा में

वॉशिंग्टन: अमरिकी नौसेना का विमान वाहक जंगी जहाज ‘यूएसएस हॅरि ट्रुमन’ उत्तर यूरोप से भूमध्य समंदर की दिशा में रवाना हुआ है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सीरिया पर हमले का इशारा देने के बाद इस विमान वाहक जंगी जहाज की सीरिया की दिशा में शुरु हुई यात्रा अमरिका के आक्रामक दांवपेचों का संकेत दे रही है। ‘यूएसएस हॅरि ट्रुमन’ के साथ अमरिकी नौसेना की सात विनाशिका हैं और जर्मन नौसेना की एक विनाशिका भी इस बेड़े में शामिल हुई है।

साल भर पहले जब सीरिया में रासायनिक हमला हुआ था, तब अमरिका ने सीरिया के शैरयात लष्करी अड्डे पर ६० से अधिक टॉमाहॉक मिसाइल दागे थे। यह मिसाइल अमरिकी नौसेना की एक विनाशिका के द्वारा छोड़े गए थे। ऐसे ही टॉमाहॉक मिसाइलों से सज्जित विनाशिकाएं ‘यूएसएस हॅरि ट्रुमन’ के साथ हैं। इस वजह से अमरिका सीरिया पर फिर एक बार मिसाइलों का जबरदस्त हमला कर सकता है, ऐसी संभावना जताई जा रही है।

सीरिया के लताकिया में स्थित लष्करी अड्डे पर रशिया ने अपनी ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात की है। यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा सीरियन लष्करी अड्डे को सुरक्षा प्रदान कर रही है और इस कवच को भेदने में ‘यूएसएस हॅरि ट्रुमन’ अद्ययावत यंत्रणा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसी लिए यह जंगी जहाज इस जगह के लिए रवाना होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन अमरिकी नौसेना के प्रतिनिधि लेफ्टिनेंट शोल मॉर्गन ने ‘यूएसएस हॅरि ट्रुमन’ की यह तैनाती मतलब सामान्य बात है, ऐसा दावा किया है। लेकिन यह जंगी जहाज भूमध्य समुद्र में निश्चित रूपसे कब दाखिल होगी और कितने समय तक तैनात रहेगी, इस बारे में मॉर्गन ने जानकारी नहीं दी है।

 

सीरिया के हवाई क्षेत्र में अमरिकी ड्रोन्स को रोकने के लिए रशिया के जैमर्स

वॉशिंग्टन: अमरिका ने सीरिया पर हमले करने की जोरदार तैयारी शुरू की है, लेकिन अमरिका के हमलों की संभावना को ध्यान में रखकर रशिया ने बहुत पहले ही अपनी सज्जता बढाई है। सीरिया के हवाई क्षेत्र में अमरिका ड्रोन के माध्यम से निगरानी और हमले कर सकता है, इसको ध्यान में रखकर रशिया ने इस क्षेत्र में अपने ‘ड्रोन जैमर्स’ कार्यान्वित किए हैं, ऐसा दावा अमरिकी लष्करी अधिकारियों ने किया है।

इन ‘ड्रोन जैमर्स’ की वजह से ड्रोन्स की तरफ से अपने मुख्यालय को दिए जाने वाले सन्देश ठीक से पहुँच नहीं सकते हैं। इसका परिणाम लष्करी मुहीम पर हो सकता है, ऐसा इशारा चार अमरिकी लष्करी अधिकारीयों ने दिया है। किसी भी परिस्थिति में रशिया को अमरिका के लष्करी हितसंबंधों को ठेंच पहुंचानी है। इसीलिए रशियन्स यहाँ पर ड्रोन जैमर्स कार्यान्वित कर रहे हैं, ऐसा आरोप लष्करी अधिकारियों ने किया है।

इसके पहले सीरिया में अमरिका के कुछ ड्रोन्स गिर गए थे। लेकिन इसके पीछे रशिया के जैमर्स थे या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हुआ है, ऐसा भी इन अधिकारियों ने कहा है। इस वजह से अब सीरियन क्षेत्र में खुलकर अमरिका और रशिया के बीच शुरू होने जा रहा संघर्ष छिपे रूप में बहुत पहले ही शुरू हो गया था, ऐसे संकेत मिल रहे हैं।