जेरूसलेम – जेरूसलेम को इस्रायल की राजधानी घोषित करके यहॉं पे अमरिकी दूतावास शुरू होने के बाद, पैलेस्टिनीओं द्वारा इस्रायली सरहद पर चालू प्रदर्शन भडक गये है| इन प्रदर्शनकारियों पर इस्रायली सुरक्षादलों द्वारा हुई कारवाई में ६० लोगों की मौत हो चुकी है और घायलों की संख्या २७०० से भी आगे जा चुकी है| अगर यह प्रदर्शन ऐसे ही चालू रहें और गाझापट्टी से इस्रायल पर रॉकेट हमले हुए तो हमारे लडाकू विमान और टैंक तैय्यार है, ऐसी चेतावनी इस्रायली सेना ने दी है|
पिछले छह हफ्तों से गाझापट्टी के पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारी इस्रायली सरहद पर प्रदर्शन कर रहे है| सोमवार को अमरिका के जेरुसलेम स्थित दूतावास का उद्घाटन हुआ और उसके बाद यह प्रदर्शन और ही तेज हो गये| प्रदर्शनकारियों ने सरहद पर हमले चढाकर ‘काईट बॉम्ब’ तथा ‘पाईप बॉम्ब’ और जले हुए टायर्स से हमला करने का इल्जाम लगाकर, इस्रायल द्वारा इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरु की| इस कार्रवाई में ६० लोगों की मौत हो चुकी है| घायल लोगों की संख्या २७०० से ज्यादा हो चुकी है| पर कुछ भी हुआ तो हम पिछे नही हटेंगे, ऐसी घोषणा प्रदर्शन का आयोजन करनेवाले हमास ने की है|
‘हमारी जमीं पर घुसनेवाले इस्रायल को यहॉं से निकाले बिना प्रदर्शन नही रुकेंगे| हम जेरूसलेम पर नियंत्रण पाये बिना स्वस्थ नही बैठैंगे’, ऐसा बयान हमास की नेताओं ने दिया है| इसके लिए अपने जान की बाजी लगाने के लिए हजारो पैलेस्टिनी तैय्यार है, ऐसे हमास के नेता ने पिछले हफ्ते ही आगाह किया था| वहीं इस्रायल ने इल्जाम लगाया की, इन प्रदर्शनों के आड से हमास के आतंकवादी इस्रायल पर हमला कर रहे है| सोमवार को इस्रायली सेना ने की कार्रवाई में हमास के २४ आतंकवादी मारे गये, ऐसी जानकारी इस्रायल द्वारा खुली की गयी है|
साथ ही सोमवार के दिन इस्रायल ने गाझापट्टी में हमास के पॉंच जगहों पर हमले करते हुए यह स्थान नष्ट कर दिये| इस हमले की जानकारी प्रकाशित नही हुई है| लेकिन यह हमास की हिंसा को इस्रायलने दिया हुआ जवाब है, ऐसा इस्रायली सेना ने कहा| गाझापट्टी में से इस्रायल पर रॉकेट्स या अन्य किसी भी प्रकार के हमले हुए तो उसे जवाब देने के लिए इस्रायल के लडाकू विमान और टैंक तैय्यार है, ऐसी चेतावनी इस्रायली सेना नी दी| हमास पिछे हटने के लिए तैयार नही, इसलिए ऐसे हमले होते ही रहेंगे| उसके जवाब में इस्रायल द्वारा दी गई कठोर कारवाई की धमकी, इस क्षेत्र की स्थिती को और भी विस्फोटक बना रही है|
साल २०१४ में हुए इस्रायल-गाझा जंग के बाद पहली बार इस जगह पर इतनी बडी मात्रा में रक्तपात हुआ है| इसके परिणाम इस क्षेत्र के साथ ही पुरी दुनिया में दिखाई देने की संभावना है| तुर्की, लेबनॉन जैसे देशों में इस्रायल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए है| जॉर्डन, इजिप्त जैसे देशों ने इस्रायल द्वारा पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों पर हुए कारवाई पर निषेध जताया है|
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