पॅरिस – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मॅक्रॉन ने अमरिका के अलावा ‘यूरोपिअन आर्मी’ के बारे में आगे रखी संकल्पना मानहानिकारक है, ऐसी कडी नाराजगी अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने जतायी है। फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने कुछ दिन पहले एक मुलाकात में रशिया, चीन और अमरिका से यूरोप को सुरक्षित रखने के लिए असली और सामर्थ्यशाली यूरोपियन सेना की जरुरत है, ऐसा बयान दिया था।
यूरोपीय संघ मे पिछले कई सालों से अलग यूरोपिअन आर्मी के लिए गतिविधियां शुरु है। जर्मन और फ्रान्स इन देशों ने इसके लिए अगुआई की है। दो देशों द्वारा आगे किए गए इस मोर्चे को ब्रिटन ने कडा विरोध दर्शाया है। अब तक ईस मामले में यूरोपीय संघ में आए प्रस्ताव ब्रिटन ने नकारे है। पर ‘ब्रेक्झिट’ के बाद ब्रिटन संघ से बाहर निकल रहा है और अब फिर से अलग यूरोपीय आर्मी के मसले ने गती पकड ली है।
फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने कुछ दिन पहले ‘युरोप १’ इस रेडिओ चैनल को दिए मुलाकात में फिर एक बार यूरोपीयन आर्मी के प्रस्ताव का जिक्र किया था। ‘चीन, रशिया के साथ ही अमरिका से यूरोप की रक्षा करना जरुरी है और उसके लिए बलशाली यूरोपीयन आर्मी जरुरी है।’ ऐसे शब्दों में मॅक्रॉन ने यूरोपीय आर्मी के बारे में भूमिका स्पष्ट की थी। इस बयान में चीन और रसिया के साथ अमरिका का हुआ जिक्र खलबली मचानेवाला साबित हुआ था।
मॅक्रान ने अपने मुलाकात में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प दवरा रशिया के साथ हुए ‘आयएनएफ ट्रिटी’ इस परमाणू हथियार विषयक समझौते से पिछे हटने की घटना का जिक्र किया था। इस वापसी से यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है और उसके लिए अमरिका जिम्मेदार है, ऐसा उन्होंने कहा था।
फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के इस बयान पर ट्रम्प द्वारा कडी नाराजगी जतायी गयी है। ‘फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने हाल ही में एक मुलाकात में यूरोप को स्वतंत्र आर्मी की जरुरत है ऐसे कहा था। अमरिका, चीन और रशिया के खिलाफ यूरोप की रक्षा करने के लिए यह जरुरी है, ऐसा उनका दावा है। यह बयान अमरिका के लिए मानहानिकारक है। यूरोप पहले नाटो में अपना हिस्सा उठाए। यह काम इस वक्त अमरिका द्वारा किया जा रहा है, यह उनको याद रखना चाहिए।’ ऐसे शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने मॅक्रॉन के बयान पर आलोचना की।
President Macron of France has just suggested that Europe build its own military in order to protect itself from the U.S., China and Russia. Very insulting, but perhaps Europe should first pay its fair share of NATO, which the U.S. subsidizes greatly!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 9, 2018
अमरिका और फ्रान्स में पिछले कई महिनों से तनाव पैदा हुआ है। ईरान पर डाले प्रतिबंध और यूरोप पर लादे गये कर, यह उसकी प्रमुख वजह मानी जाती है। साथ ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा यूरोप के बार में ली जार ही भूमिका और राष्ट्रवादी गुटों को दिया जा रहा समर्थन भी विवाद के मुद्दे बने है। इस पृष्ठभूमी पर यूरोपीय सेना का मसला दो देशों का तनाव और भी बढा सकता है, ऐसे संकेत दिए जा रहे है।
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