लंडन – अमरिका ने ईरान पर हमला किया तो इसके भयंकर परीणाम होंगे, यह इशारा रशिया और चीन ने दिया है| इन दोनों देशों की यह भूमिका ईरान को बल देनेवाली साबित होती है| वर्ष २०१५ में हुए परमाणु समझौते पर अभी भी कायम होनेवाले यूरोपिय देशों ने भी अमरिका और ईरान में बना तनाव कम करने के लिए जोरदार राजनयिक गतिविधियां शुरू की है| इसके नुसार ब्रिटेन के विदेशमंत्री रविवार के दिन ईरान पहुंच रहे है| वही, दुसरी ओर सौदी अरब ने ईरान पर कडी कार्रवाई हो और इस देश को सबक मिलें, इस दिशा में कोशिश शुरू की है| फिलहाल ब्रिटेन की यात्रा कर रहे सौदी के विदेशमंत्री अदेल अल जुबेर इसी दिशा में कडी कोशिश कर रहे है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बातचीत करने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ है|
ईरान ने अमरिका का ड्रोन गिराने के बाद पर्शियन खाडी और खाडी क्षेत्र की स्थिति काफी विस्फोटक बनी है| अमरिका किसी भी क्षण ईरान पर हमला करेगी, ऐसी स्थिति होते हुए अमरिका के स्पर्धक देश रशिया और चीन ने ईरान के पक्ष में प्रतिक्रिया दर्ज करके अमरिका को संयम बरतने की सलाह दी है| अमरिका ने ईरान पर हमला किया तो उसके बाद बनने वाली स्थिति किसी के भी नियंत्रण में नही रहेगी, ऐसा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने कहा था| अमरिका ने ईरान पर लष्करी कार्रवाई की तो इससे क्या नतीजा निकलेगा, इसका अंदाजा करना मुमकिन नही, ऐसा ‘पँडोराज् बॉक्स’ खुला होगा, यह चीन का कहना है| रशिया और चीन की इस भूमिका की वजह से ईरान को और भी समर्थन प्राप्त होता दिख रहा है और दोनों देशों ने इससे पहले भी ईरान के समर्थन में भूमिका अपनाई थी|
वही, ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी इन परमाणु समझौते में शामिल देशों ने ईरान के सामने संयम बरतने की मांग रखी है और स्थिति और ना बिगडें इसके लिए तेजी से गतिविधियां शुरू की है| रविवार के दिन ब्रिटेन के विदेशमंत्री ईरान पहुंच रहे है| अपनी इस भेंट में वह ईरान और अधिक आक्रामकता से संघर्ष शुरू ना करें, इसके लिए विशेष कोशिश करेंगे| लेकिन, इस संबंधी समाचार प्रसिद्ध हो रहे है तभी, सौदी अरब के विदेशमंत्री ब्रिटेन ईरान संबंधी अपनी भूमिका में बदलाव करें, इस कारण अपने प्रभाव का प्रयोग कर रहे है| फिलहाल ब्रिटेन की यात्रा कर रहे विदेशमंत्री जुबेर ने ईरान पर लष्करी कार्रवाई करने का समर्थन किया है| ईरान ने ईंधन की यातायात कर रहे टैंकर्स पर हमलें करके यह क्षेत्र काफी अस्थिर किया है| इस कारण ईरान पर लष्करी कार्रवाई करना जरूरी है और यह सबक मिले बिना ईरान में सुधार नही होगा, यह दावा सौदी कर रहा है| इसके लिए अल जुबेर ब्रिटेन में ‘लॉबिंग’ कर रहे है, यह जानकारी माध्यमों ने दी है|
इस दौरान, अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बातचीत की| व्हाईट हाउस के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है| दोनों नेताओं ने ईरान से बना खतरा और खाडी क्षेत्र की स्थिरता एवं ईंधन के दामों में हुई बढोतरी के मुद्दे पर बातचीत की है, ऐसा व्हाईट हाउस के प्रवक्ता ने कहा| ईरान ने अमरिका का ड्रोन गिराने के बाद ईंधन के दामों में छह प्रतिशत उछाल दिखाई दिया| अब आगे के दिनों में ईंधन के दामों का विस्फोट होगा, यह चिंता विशेषज्ञ व्यक्त कर रहे है| ऐसा होता है तो इसके डरावने परीमाम सभी देशों के अर्थव्यवस्थाओं को भुगतने होंगे| इस वजह से अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष और सौदी के क्राउन प्रिन्स में हुई बातचीत के दौरान ईंधन के दामों का विषय काफी अहम साबित होता है|
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