मास्को/वॉशिंग्टन – रशिया की सीमा से मात्र २० किलोमीटर दूरी पर अमरिकी बॉम्बर्स ने परमाणु हमले का युद्धाभ्यास किया, ऐसा आरोप रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने लगाया| चीन के रक्षामंत्री के साथ बैठक के बाद शोईगु ने यह आरोप लगाते हुए यह दावा भी किया कि, यह युद्धाभ्यास परमाणु युद्ध के लिए रशिया की तैयारी की जानकारी लेने के लिए था| अमरीका के बढ़ते खतरों को प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया और चीन एक-दूसरे से रक्षा सहयोग बढ़ा रहे हैं, इस पर रशियन रक्षामंत्री ने ध्यान आकर्षित किया| रशिया के रक्षामंत्री अमरिकी कार्रवाईयों का मुद्दा उपस्थित कर रहे थे तभी रशिया और अमरीका के रक्षाबलप्रमुखों ने फोन पर बातचीत करने के समाचार प्राप्त हुए है|
यूक्रैन एवं बेलारुस के मुद्दे पर रशिया और पश्चिमी देशों के बीच तनाव धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है| रशिया ने बेलारुस को प्रदान किया हुआ समर्थन और बढ़ता रक्षा सहयोग एवं यूक्रैन की सीमा के करीबी इलाके में बढ़ाई सैन्य तैनाती की वजह से अमरीका और यूरोप में चिंता का माहौल है| अमरीका के साथ यूरोप के नाटो सदस्य देशों ने यूक्रैन के करीब अपनी सैन्य गतिविधियों को गति प्रदान की है| अमरीका समेत नाटो के लड़ाकू विमान एवं युद्धपोत लगातार यूक्रैन के करीबी इलाकों में तैनात रहकर युद्धाभ्यास एवं गश्त अभियान चला रहे हैं| अमरीका और नाटो की इन बढ़ती गतिविधियों की वजह से रशिया की नाराज़गी बढ़ रही है, ऐसा कहा जा रहा है|
रक्षामंत्री शोईगु का आरोप इसी का हिस्सा दिखाई दे रहा है| ‘रशिया की सीमा के करीबी इलाके में अमरीका के ‘स्ट्रैटेजिक बॉम्बर’ विमानों की गतिविधियॉं बड़ी मात्रा में बढ़ी हैं| बीते महीने से अमरिकी बॉम्बर विमानों ने रशियन सीमा के करीब लगभग ३० अभियान चलाने की जानकारी सामने आई है| बीते वर्ष की तुलना में इसकी मात्रा ढ़ाई गुना अधिक है| ग्लोबल थंड़र नाम इस युद्धाभ्यास में अमरीका के १० बॉम्बर विमान एक ही समय पर रशिया के पूर्व और पश्चिमी सरहद के करीब थे| यह बॉम्बर्स रशिया के खिलाफ परमाणु हमला करने का अभ्यास कर रहे थे| अमरीका के बॉम्बर्स रशिया की सीमा से मात्र २० किलोमीटर दूरी पर थे’, यह आरोप रशियन रक्षामंत्री लगाया|
अमरिकी बॉम्बर्स का यह युद्धाभ्यास परमाणु युद्ध के लिए रशिया ने कितनी तैयारी की है इसका अनुमान लगाने के लिए था, यह दावा भी शोईगु ने किया है| अमरीका के इस बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर रशिया और चीन एक-दूसरे से रक्षा सहयोग बढ़ा रहे हैं, इस मुद्दे पर रशियन रक्षामंत्री ने ध्यान आकर्षित किया| इससे पहले चीन के रक्षामंत्री वेई फंगहे के साथ हुई चर्चा में रशिया और चीन ने रक्षा सहयोग से संबंधित समझौता करने की बात सामने आयी है| इस समझौते के अनुसार दोनों देश संयुक्त युद्धाभ्यास का दायरा एवं संख्या बढ़ाएँगे| यह समझौता वर्ष २०२१ से २०२५ तक सक्रिय रहेगा, यह जानकारी सूत्रों ने साझा की|
इसी बीच, रशिया के रक्षाबलप्रमुख जनरल वैलरी गेरासिमोव एवं अमरिकी रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले की फोन पर बातचीत होने का वृत्त सामने आया है| मंगलवार के दिन यह बातचीत हुई और इस दौरान रक्षा से जुड़े मुद्दों पर बातचीत होने का निवेदन दोनों देशों ने जारी किया| यूक्रैन के मुद्दे पर तनाव की पृष्ठभूमि पर हुई यह चर्चा ध्यान आकर्षित कर रही है|
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