यूक्रैन में कई ठिकानों पर रशिया के तीव्र हमलें

- यूक्रैन का आरोप

मास्को/किव – यूक्रैन में कई ठिकानों पर रशिया ने तीव्र हमलें शुरू किए हैं, ऐसा दावा यूक्रैन के रक्षाबल ने किया है। पूर्व यूक्रैन के खार्किव समेत कई शहरों में रशियन सेना ने मोर्चा खोला है और दक्षिण यूक्रैन के ओडेसा और करीबी इलाकों में शुरू अभियान का दायरा भी बढ़ाया हैं। यूक्रैन में युद्ध शुरू होने के दौरान अमरीका और अन्य नाटो सदस्य देशों ने ‘नॉर्थ मैसिडोनिया’ में व्यापक युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस युद्धाभ्यास में १९ देशों के ४,५०० सैनिक शामिल हुए हैं। यह यूद्धाभ्यास रशिया के लिए संदेशा हैं, ऐसा दावा नाटो से संबंधित सूत्र ने किया है।

दूसरें विश्वयुद्ध में रशिया की जीत के प्रतिक ‘विक्टरी डे’ के समारोह में राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने साल १९४५ की तरह ही इस बार भी जीत हमारी ही होगी, यह बयान किया था। पुतिन के इस बयान की पृष्ठभूमि पर रशियन रक्षाबलों ने अपने हमलें अधिक तीव्र किए हैं। पूर्व यूक्रैन के डोन्बास क्षेत्र के पांच शहरों पर एक ही समय पर हमलें शुरू हुए हैं। इनमें लिमन, बाखमत, ऐवडिव्का, कुराखिव और सिविरोडोनेत्स्क शहर का समावेश है। दूसरी ओर खार्किव पर पुरा कब्ज़ा पाने के लिए भी रशियन सेना ने जोर बढ़ाया होने की जानकारी सामने आ रही है। डोन्बास के पोपास्ना और रुबिझ्ने शहर पर रशिया ने कब्ज़ा किया है।

पूर्व यूक्रैन के बाद दक्षिण यूक्रैन पर कब्ज़ा पाकर यूक्रैन का समुद्री क्षेत्र से बना संपर्क पुरी तरह से तोड़ने के लिए रशिया ने ओडेसा और करीबी इलाकों में जोरदार मिसाइल हमलें शुरू किए हैं। इस दौरान ‘हाय प्रिसिजन मिसाइल्स’ एवं हायपरसोनिक मिसाइल का प्रयोग किया जा रहा हैं। लेकिन, ओडेसा पर कब्ज़ा पाने के लिए रशिया को यूक्रैन में अपनी सेना तैनाती में फिर से बदलाव करना होगा, ऐसा दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

इसी बीच, फिनलैण्ड और स्वीडन की संभावित सदस्यता की पृष्ठभूमि पर नाटो ने रशिया के खिलाफ अधिक आक्रामक रवैया अपनाने के संकेत दिए हैं। अगले कुछ दिनों में यूरोपिय देशों में सैन्य एवं युद्धाभ्यास का आयोजन किया जा रहा हैं और इससे रशिया को संदेश देने की कोशिश होने की बात नाटो सूत्र कह रहे है।इनमें से ‘स्विफ्ट रिस्पान्स २२’ नामक युद्धाभ्यास की शुरूआत नॉर्थ मैसिडोनिया में हुई है। इस युद्धाभ्यास के बाद इस्टोनिया-लाटविया की सीमा पर ‘हेजहॉग’ नामक युद्धाभ्यास का आयोजन होगा। इसमें नाटो सदस्य देशों के १८ हज़ार सैनिक शामिल होंगे।

इसी बीच, यूरोपिय महासंघ ने यूक्रैन को ५२ करोड़ डॉलर्स अतिरिक्त रक्षा सहायता प्रदान करने का ऐलान किया हैं।

English     मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info