‘इस पल तीसरा विश्वयुद्ध जारी है। अमरीका को उस युद्ध में घसीट लिया गया है। इस समय सारे सूत्र सर्वोत्तम लष्करी अधिकारी, सर्वोत्तम राजनयिकों के पास सौंपने की अमरीका को ज़रूरत है। आज नहीं तो कल, अमरीका को इस विश्वयुद्ध में बहुत बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। इसलिए अमरिकी प्रशासन द्वारा जनता को भी विश्वास में लिया जाना चाहिए’ ऐसे तीख़े शब्दों में अमरिकी काँग्रेस के पूर्व सदस्य ‘फ़्रँक वुल्फ़’ ने ओबामा प्रशासन को खरी खरी सुनायी है।
‘आखाती देशों के तथा अफ़्रिका के सभी आतंकवादी संगठन एकदूसरे से मिले हुए होकर, उनसे अमरीका की सुरक्षा को सबसे अधिक ख़तरा है, यह अमरिकी काँग्रेस को ज़ाहिर रूप में मानना पड़ेगा। नायजेरिया में क़त्लेआम करानेवाला ‘बोको हराम’, सोमालिया का ‘अल-शबाब’ इनका ‘आयएस’ के साथ ताल्लुक़ होकर, लिबिया में होनेवाला हिंसाचार भी इनसे जुदा नहीं है। साथ ही, फ़्रान्स की राजधानी पॅरिस में हुए आतंकवादी हमलें और अमरीका के ‘सॅन बर्नांडिनो’ शहर में हुआ हमला इनमें भी एक सूत्र है’ ऐसा दावा वुल्फ़ ने किया। इन आतंकवादी संगठनों के हमलें बढ़ रहे होने के बावजूद भी ओबामा प्रशासन और अमरिकी काँग्रेस कुछ ख़ास नहीं कर रही है, ऐसी आलोचना वुल्फ़ ने की।
अमरीका की सरकार ठोंस कदम उठानेवाली न होने का आरोप करते हुए, वुल्फ़ ने ओबामा पर निशाना साधा। रोनाल्ड रीगन या विन्स्टन चर्चिल या जे.एफ़. केनेडी या फिर हॅरी ट्रूमन जैसा दृढ़चित्त एवं मज़बूत राष्ट्राध्यक्ष आज अमरीका के पास नहीं है। आज के जैसे हालात यदि ट्रूमन के कार्यकाल में पैदा हुए होते, तो वे यक़ीनन ही ठोंस कदम उठाकर सख़्त कार्रवाई करते। उसीके साथ, काँग्रेस ने भी सख़्त कदम उठाये होते’ यह कहकर वुल्फ़ ने ओबामा प्रशासन और काँग्रेस को डाँटफ़टकार लगायी है।
‘आतंकवादियों के इस हमले के विरोध में यदि हम कुछ न कहें, कुछ कृति न करें, तो हमें कुछ परवाह ही नहीं है, ऐसा अर्थ उससे ध्वनित होता है’ ऐसा ताना मारकर वुल्फ़ ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष और काँग्रेस को सख़्त कदम उठाने का आवाहन किया। ‘आतंकवादी अमरीका की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। हम तीसरे विश्वयुद्ध में घसीटे जा चुके होकर, राष्ट्राध्यक्ष एवं काँग्रेस यदि जल्द ही कुछ करेंगे नहीं, तो आनेवाले समय में बहुत कुछ बुरा घटित हो सकता है’ ऐसी चेतावनी फ़्रँक वुल्फ़ ने दी।
पिछले हफ़्ते ‘फ़ॅमिली रिसर्च कौन्सिल’ इस अभ्यासगुट के द्वारा आयोजित की गयी एक बैठक में वुल्फ़ ने ये सुस्पष्ट मत ज़ाहिर किये। कुछ समय पहले, ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ़्रान्सिस ने भी ‘तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो चुका है’ ऐसी चेतावनी दी थी। पोप के इस वक्तव्य के साथ मैं सहमत हूँ, ऐसा वुल्फ़ ने इस बैठक में कहा। आतंकवादियों के हमले में बेघर हुए लोगों से काँग्रेस के नेता जा मिलें, आतंकियों के अत्याचार का शिकार बन चुके लोगों की व्यथाएँ काँग्रेस सुनें, ऐसा आवाहन वुल्फ़ ने किया।
साथ ही, आतंकवाद के विरोध में राष्ट्राध्यक्ष ओबामा और उनका प्रशासन ठोंस कदम उठायेंगे, इसपर मुझे विश्वास नहीं है, यह कहकर वुल्फ़ ने, यह प्रशासन अकार्यक्षम होने का दोषारोपण किया। केवल काँग्रेस से थोड़ीबहुत उम्मीद होकर, काँग्रेस सख़्त कदम उठायें, ऐसा वुल्फ़ ने कहा है। इसी दौरान, इस बैठक में उपस्थित रहनेवाले अन्य अधिकारियों ने भी, ओबामा प्रशासन से आतंकवाद के खिलाफ़ ठोंस कार्रवाई की उम्मीद ज़ाहिर की है।
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