सिरियन लष्कर के ईस्टर्न घौता के हमले में ५९ ढेर

सिरियन लष्कर के ईस्टर्न घौता के हमले में ५९ ढेर

दमास्कस: सीरिया की राजधानी दमास्कस के पास ईस्टर्न घौता मैं सिरियन लष्कर के हवाई हमले में ५९ लोग ढेर हुए हैं| इनमें बच्चों का भी समावेश होकर इस हमले पर सीरिया के सिविल डिफेंस ने कड़ी टीका की है| संयुक्त राष्ट्रसंघ एवं अमरिका के साथ अन्य प्रमुख देश सीरिया ईस्टर्न घौता में हो रहे हमले रोके, ऐसा इशारा दे रहे हैं| संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में सिरियन सल्तनत पर वंशसंहार का आरोप करके उसके विरोध में कार्रवाई का प्रस्ताव अमरिका एवं मित्रों ने प्रस्तुत किया था| रशिया ने उस से इंकार करके सिरियन सल्तनत को फिर एक बार बचाया है| इसकी वजह से महीने भर के कालखंड में १२०० से अधिक लोगों की जान लेने वाले ईस्टर्न घौता में संघर्ष रुकने की आशंका धुसर हो रही है|

ईस्टर्न घौता के दुमा शहर पर मंगलवार को जोरदार रॉकेट हमले किए गए हैं, ऐसी जानकारी स्थानीय यंत्रणा ने दी है| सिरियन लष्कर एवं सहायकों ने शुरू किया यह हमले नहीं रुके हैं और बुधवार सुबह तक हमले शुरू रहने से दोमाहा, हरास्ता और अन्य शहरों में जख्मी को सहायता पहुंचाने में बाधाएं निर्माण हो रही है और बली जाने वाली लोगों की संख्या बढ़ने की जानकारी मानव अधिकार संगठन दे रही है| पिछले दिनों में सिरियन सेना ने ईस्टर्न घौता में कई हमले किये है, ऐसा दावा किया जा रहा है|

 

ईस्टर्न घौता में असाद विरोधी बागियों ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ संघर्ष बंदी की चर्चा शुरू की है| इस चर्चा के बाद यहा हमले की तादात बढी है, ऐसा आरोप बागी कर रहे हैं| ईस्टर्न घौता में संघर्षबंदी जारी करके नागरिकों को बाहर निकालने के मुद्दे पर बागी एवं राष्ट्रसंघ में एकमत होने की बात कही जा रही है| पर सिरियन लष्कर से लगातार शुरू रहे हमलो की वजह से संघर्षबंदी जारी करने के प्रयास विफल हुए है, एसी आलोटना व्हाईट हेलमेट इस संगठन ने की है|

सिरियन सल्तनत से संघर्षबंदी का उल्लंघन शुरू होने का आरोप अमरिका एवं मित्र देश कर रहे हैं| साथ ही सिरियन सल्तनत के रासायनिक हमलो के आरोप तीव्र हो रहे हैं| इस मामले में सुरक्षा परिषद में असाद सल्तनत पर कठोर कार्रवाई करें, ऐसी मांग अमरिका एवं मित्र देश कर रहे हैं| पर सिरियन लष्कर बागियों पर कार्रवाई करने का दावा करके रशिया ने पाश्चात्य देशों के आरोप ठुकराए तथा संघर्ष के समय में लष्करने हजारों नागरिकों को ईस्टर्न घौता में सुरक्षित जगह पहुंचाने का दावा रशिया ने किया है|

दौरान यह संघर्ष भड़कने पर सिरियन राष्ट्राध्यक्ष बशरअलअसाद ने ईस्टर्न घौता में जाकर वहां सिरियन जवानों से मुलाकात करने का वृत्त है| पर सिरियन राष्ट्राध्यक्ष ने इस संघर्ष के घेरे में फंसे हुए नागरिकों की पूछताछ भी नहीं की है, ऐसा टिका स्थानीय लोग कर रहे हैं|

 

(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)

आफ्रिन के बाद तुर्की सीरिया में कार्रवाई तीव्र करेगी

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन

अंकारा: आफ्रिन में कार्रवाई यह तुर्की का सीरिया के मुहिम का स्वल्पविराम था| पर सीरिया में तुर्की के लष्करी मुहिम को पूर्णविराम कब मिलेगा, यह कहा नहीं जा सकता, ऐसे शब्दों में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने सीरिया के लष्करी कार्रवाई तीव्र करने की घोषणा की है| तुर्की के सुरक्षा को चुनौती देनेवाले आतंकवादियों को खत्म करने के लिए तुर्की का लष्कर इराक में घुसकर कार्रवाई करेगा, ऐसी धमकियां राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने दी है|

पिछले महीनों से तुर्की ने सीरिया के उत्तर में आफ्रिन भाग में कुर्दों के विरोध में लष्करी मुहिम खोली है| सीरिया में वायपीजी यह कुर्दों की बागी संघटना और तुर्की में कुर्दों की आतंकीपीकेकेसंगठन में सहायता होने के आरोप जडाकर तुर्की ने लष्करी मुहिम शुरू की है| आफ्रिन की कार्रवाई में ३२९१ कुर्द आतंकवादियों को ढेर करने का दावा तुर्की ने किया था| तथा पिछले हफ्ते में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने आफ्रिन पर अपने लष्कर ने पूर्ण रूपसे नियंत्रण प्राप्त किया है, ऐसी घोषणा की थी|

इस कार्रवाई में तुर्की एवं उन्हें सहायता करनेवाले सिरियन बागियों ने आफ्रिन पर आक्रमण नहीं किया है| तथा वह शहर आतंकवादियों के जाल से मुक्त किया है, ऐसा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा था| इसे दिन हो रहे थे के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने सीरिया की यह कार्रवाई और व्यापक करने की बात घोषित की है|

सीरिया के मनबीज, अयन अल अरब, तेल अबयाद, रास अयन, कामिश्ली इन शहरों में आतंकवादीयों के विरोधी में तुर्की संघर्ष पुकारेगा, यह बात एर्दोगन ने कही है| सीरिया के इन शहरों में शुरू होने वाली लष्करी कार्रवाईया इराक की सीमा में दाखिल हो सकती हैं, ऐसा एर्दोगन ने स्पष्ट किया है|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने कड़ी कार्रवाई की घोषणा किये हुए शहरों में मनबीज जैसे सीरिया के पूर्व के शहरों में अमेरिकन सैनिक तैनात हैं| इसकी वजह से तुर्की के आनेवाले राष्ट्रीय मुहिम पर अमरिका एवं मित्र देशों से प्रतिक्रिया उमड़ने की आशंका है|

 

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