ब्रुसेल्स: यूरोपीय देशों के कारावास से छूटने वाले कट्टरपंथी एवं आतंकवादी यूरोप की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकते हैं, ऐसा इशारा गुप्तचर यंत्रणा ने दिया है| ब्रिटेन, फ्रान्स, बेल्जियम, स्पेन ऐसे कई यूरोपीय देशों के कारावास से सैकड़ों कट्टरपंथी एवं आतंकवादी आनेवाले समय में छोड़े जाएंगे और उनसे यूरोप में नए आतंकवादी हमले हो सकते हैं, ऐसा गुप्तचर अधिकारी ने सूचित किया है| पिछले हफ्ते में यूरोपीय महासंघ के यूरोप के सुरक्षा यंत्रणा ने भी यूरोप में आतंकवाद के खतरे पर ध्यान केंद्रित किया था|
सन २०१७ में यूरोप में हुए १५ आतंकवादी हमलों में लगभग ८० लोगों की जान गई थी तथा ८०० से अधिक लोग जख्मी हुए थे| यूरोप में आतंकवादी हमले प्रमुख तौर पर आएएस के आतंकवादी संगठन से हो रहे हैं और पिछले वर्ष इराक एवं सीरिया में आईएस से वापसी शुरू हुई है| आईएस के वापसी के पृष्ठभूमि पर इराक एवं सीरिया में आईएस के आतंकवादी यूरोप में दाखिल होकर हमले करेंगे, ऐसे संकेत सुरक्षा यंत्रणा ने दिए थे|
यूरोपिय यंत्रणा इराक एवं सीरिया से दाखिल होने वाले आईएस की आतंकवादियों को रोकने का प्रयत्न कर रही है, इसी दौरान कारावास से छूटने वाले आतंकवादियों के रूप में नई चुनौती सामने खडी होती दिखाई दे रही हैं| फ्रान्स में २००० वर्ष के आसपास लगभग ५०० संदिग्ध आतंकवादी एवं कट्टरपंथियों को कारावास में डाला गया था| यह कट्टरपंथी कैदियों की सन २०२० वर्ष में रिहाई होने की जानकारी फ्रान्स के आतंकवाद विरोधी संगठन के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है|
पिछले कई वर्ष कारावास में होने वाले इन आतंकवादियों के संपर्क में आये लगभग डेढ़ हजार से अधिक कैदी कट्टरपंथी बनने की बात फ्रेंच यंत्रणा के रिपोर्ट से सामने आ रही थी| इस बारे में फ्रेंच यंत्रणा से कई गलतियां हुई है और कारावास मतलब कट्टरपंथियों की स्कूल बनने का इकबालिया बयान फ्रेंच गुप्तचर यंत्रणा के भूतपूर्व वरिष्ठ अधिकारी य्वेस ट्रॉटीग्नन ने दिया है|
ब्रिटेन में लगभग २०० आतंकवादी कारावास में होकर उनमे से अधिक लोग आने वाले समय में छूटने की आशंका है| बेल्जियम में २०१६ वर्ष में हुए आतंकवादी हमले से पहले एवं उसके बाद २०० से अधिक कट्टरपंथियों को आतंकवाद के आरोप से कारावास में डाला गया है| इस से छूटने वाले कैदी नए आतंकवादी हमलों की प्रेरणा लेकर बाहर आते दिखाई दे रहे हैं, ऐसा इशारा आतंकवाद विषयक तज्ञ ने दिया है| आतंकवादियों के मामले हथियानेवाले डच वकील आंद्रे सीब्रिगेटस् ने आतंकवाद के आरोप से कारावास में डाले हुए कट्टरपंथी बाहर आने के बाद फिर से उसी मार्ग की तरफ जा सकते हैं, ऐसा दावा किया है|
गिरफ्तार होने से पहले कट्टरपंथी एवं आतंकवादियों पर बारीकी से नजर रखने वाले यंत्रणा उन्हें कारावास में भेजने के बाद एवं उससे बाहर निकलने के बाद उनपर ध्यान नही दे रही है, यब बात कहीं जा रही है| सन २०१७ में फ्रान्स में हुए चार्ली हेब्दो हमले का प्रमुख आरोपी चेरिफ कौआची को वर्ष २००५ में कारावास में डाला गया था| उसके बाद २००८ में उसकी रिहाई की गई थी| कौआची और उसका भाई सईद ने फ्रेंच यंत्रणा को चकमा देने में सफलता प्राप्त की थी, इस पर अधिकारी ने ध्यान केंद्रित किया है|
सन २०१५ एवं २०१६ वर्ष में यूरोप में हुए हमले के बाद इस प्रकार से नजरअंदाज करना मुमकीन नहीं हो सकता| उसके लिए यूरोपिय यंत्रणा ने कारावास एवं उससे छूटने के बाद आतंकवादियों पर नजर रखने पर जोर दिया है| पर उसके लिए सरकार के पास पर्याप्त मनुष्य बल न होने से यह प्रक्रिया अधूरी रहने के संकेत मिल रहे हैं|
दौरान ‘यूरोप पोल’ की नई रिपोर्ट में पिछले वर्ष आतंकवाद एवं कट्टरवाद के आरोप से लगभग हजार लोगों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी गयी है| उस समय आईएस के साथ अल कायदा एवं लोन वुल्फ के आतंकवादी हमले यूरोप की सुरक्षा के लिए बड़ा झटका होने का इशारा दिया गया है|
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)