बीजिंग : भारत के वायुसेना प्रमुख, चीन में भारत के राजदूत और रक्षामंत्री ने पिछले ३ दिनों में चीन को कड़े इशारे दिए थे। इसके पीछे कारण अब स्पष्ट हो रहा है। पिछले महीनेभर के कालखंड में चीन के लष्करी हेलिकॉप्टर चार बार भारत के हवाई सीमा में घुसने की जानकारी उजागर हुई है। साथ ही डोकलाम अपना ही होने का दावा करके चीन ने यह मुद्दा उपस्थित करने वाले भारत को इस विवाद से सबक सिखाया जाए, ऐसा इशारा दिया है।
महीने भर में चीन के हेलीकॉप्टर ने भारत के हवाई सीमा में लगभग ४ बार प्रवेश किया था। लद्दाख में तीन जगह तो उत्तराखंड में के बारहोटी में एक जगह पर चीन के हेलीकॉप्टर घुसे थे। लद्दाख के ट्रिंग हाइट्स में चीन के हेलीकॉप्टर लगभग १८ किलोमीटर तक अंदर आए थे। यह घटना ८ मार्च के रोज हुई थी, यह दावा किया जा रहा है। इससे पहले भी २७ फरवरी के रोज डेप्सांग व्हैली में चीन के हेलीकॉप्टर ने घुसपैठ की थी। तथा उत्तराखंड से बारहोटी में १० मार्च के रोज चीन के तीन हेलीकॉप्टर और वह ५ मिनट हेलीकॉप्टर इस जगह इर्द-गिर्द घूमते दिखाई दे रहे थे।
चीनी हेलीकॉप्टर की यह घुसपैठ भारत लद्दाख तथा चीन से जुड़ी सीमा भाग में बढ़ रहे रक्षा सिद्धता पर नजर रखने के लिए होने की बात गुप्तचर विभाग ने कही है। इस पृष्ठभूमि पर भारतीय वायुसेना प्रमुख धनोआ ने चीन को कड़े शब्दों में समझाकर पूर्व सीमा पर भारतीय वायुसेना की सज्जता चीन से ज्यादा अधिक होने की बात सूचित की थी।
तथा चीन ने डोकलाम में जैसे थे स्थिति बदलने का प्रयत्न करने से फिर से डोकलाम जैसा विवाद हो सकता है, ऐसा भारत के चीन में उपस्थित राजदूत बंबावले में सूचित किया है। इस पर चीन से प्रतिक्रिया आई है और चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने भारत को चेतावनी देने वाले विधान किए हैं।
डोकलाम हमारा ही अपना ही होने का दावा करके, चुनयिंग डोकलाम में भवन निर्माण करने का चीन का सार्वभौम अधिकार होने का दावा किया है। तथा इस विभाग से भारत योग्य सबक लें, ऐसा चुनयिंग ने कहा है। इसकी वजह से चीन ने भारत के आक्षेपों को प्रत्युत्तर देने की तैयारी रखी है और राजनीतिक स्तर पर चीन इसके बारे में आक्रामक भूमिका लेने वाला है, ऐसा स्पष्ट हो रहा है।
भारत से युद्ध करके पाकिस्तान तबाह और चीन लंगड़ा हो जाएगा
चीन एवं पाकिस्तान के साथ भारत का एक ही समय पर युद्ध हुआ, तो इस युद्ध में भारत पाकिस्तान को पूर्ण रुप से तबाह कर देगा और चीन को लंगड़ा कर देगा, ऐसा दावा भारतीय लष्कर के निवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल जायसवाल ने किया है। पिछले कई दिनों से पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के नियंत्रण रेखा पर भारतीय लष्कर को चुनौती दे रहा है। तथा चीन ने भारत से जुड़े सीमा भाग में लष्कर यह गतिविधियां बढ़ाई है और चीन के हेलीकॉप्टर के घुसपैठ की खबरें सामने आ रही है, इस पृष्ठभूमि पर जसवाल ने यह इशारा दिया है।
लष्कर प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भारत एक ही समय पर चीन और पाकिस्तान का सामना कर सकता है, ऐसा कही महीनों पहले कहा था। तथा भारत के सामने खतरो का विचार करते हुए पाकिस्तान के सामने चीन के संभाव्य आक्रमण का एक ही समय पर विचार करने पर विवश होने के संकेत लष्कर प्रमुख ने उस समय दिए थे। इन दोनों अग्रणी स्तर पर लड़ने की क्षमता भारत के पास है, ऐसा जनरल रावतने उजागर तौर पर कहा था। इस पृष्ठभूमि पर लेफ्टिनेंट जनरल जसवाल ने पाकिस्तान एवं चीन को दिया इशारा प्रसिद्ध हुआ है।
पाकिस्तान भारत को परमाणु युद्ध की धमकियां दे रहा है, किसी के भी विरोध में परमाणु शस्त्र का प्रथम उपयोग नहीं पर परमाणु हमला होने पर भयंकर प्रत्युत्तर देने की धारणा भारत ने स्वीकारी है। इसकी वजह से पाकिस्तान ने भारत पर परमाणु हमला करने का प्रयत्न किया तो भारत को अश्मयुग में भेजने की भारत की तैयारी है। साथ ही भारत के साथ युद्ध मतलब चीन के सामने खड़े होने वाले जागतिक स्तर पर अकेलेपन का संकट ठहरेगा। इसका बहुत बड़ा फटका चीन की वित्त व्यवस्था को लगेगा एवं चीन लंगड़ा हो जाएगा, ऐसा एहसास जसवाल ने बुलाया है।
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