वॉशिंग्टन: ‘२३ जुलाई २०१८ तक उत्तर कोरिया अमरिका पर परमाणु हमला करेगा’ ऐसा इशारा ब्रिटन के रक्षा राज्यमंत्री ‘लॉर्ड हाव’ ने, ब्रिटन के संसदीय समिति के सामने दिया है। ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय ने इस खबर की पुष्टि करने की जानकारी ब्रिटन के अख़बार दे रहे हैं। इस वजह से इस इशारे की गंभीरता कई गुना बढ़ गई है। अमरिका पर परमाणु हमला करने की क्षमता अपने पास होने का दावा उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘किम जोंग-उन’ ने किया था। लेकिन इस देश के पास यह क्षमता नहीं है, ऐसा अमरिकी विश्लेषकों का कहना है। लेकिन उत्तर कोरिया अमरिका पर परमाणु हमला करने वाला है यह घोषित करके, हाव ने खलबली मचादी है।
जनवरी महीने में ब्रिटन की संसद में सुरक्षा विषयक समिति के सामने ब्रिटन के रक्षा राज्यमंत्री ‘लॉर्ड हाव’ की सुनवाई पूरी हुई। इस दौरान बोलते समय हाव ने उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सामने रखी। उत्तर कोरिया के पास अपने आसपास के देशों पर परमाणु हमला करने की क्षमता है। इस वजह से दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों को उत्तर कोरिया अपने परमाणु हमले का लक्ष्य बना सकता है। लकिन भले ही उत्तर कोरिया के पास अमरिका पर हमला कर सकते हैं ऐसे मिसाइल हैं, लेकिन उसपर परमाणु विस्फोटक लादने की तकनीक उत्तर कोरिया के पास नहीं है। लेकिन आने वाले छः महीनों में उत्तर कोरिया यह तकनीक संपादन कर सकता है। इसके लिए उत्तर कोरिया जोरदार कोशिश कर रहा है, इसकी जानकारी हाव ने दी है।
उत्तर कोरिया के पास अंतरमहाद्विपीय हमला करने वाले मिसाइल हैं। लेकिन उसपर परमाणु विस्फोटक लादने के लिए आवश्यक तकनीक नहीं है, यह बात अमरिकी विश्लेषकों ने भी घोषित की थी। लेकिन छह महीने के अन्दर उत्तर कोरिया यह तकनीक प्राप्त कर सकता है, यह जानकारी अधिकृत रूपसे घोषित नहीं की गई थी। हाव ने यह जानकारी संसदीय समिति के सामने २३ जनवरी को रखी थी। उस दिन से छः महीने के अन्दर, उत्तर कोरिया मतलब २६ जुलाई तक अमरिका पर परमाणु हमला करने की क्षमता प्राप्त करेगा, हाव ने दुनिया भर में खलबली मचादी है। इस खबर की ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने पुष्टि की है। हमारे रक्षा राज्यमंत्री ने किए विधानों पर हम निश्चित हैं, ऐसा इस प्रवक्ता ने कहा है।
दौरान, किम जोंग-उन अमरिका के साथ चर्चा करने के लिए राजी होने की खबरें प्रसिद्ध हुईं थी। उत्तर कोरिया को अपनी सुरक्षा की गारंटी मिली, तो परमाणु प्रसार छोड़ देंगे, ऐसा आश्वासन उत्तर कोरिया की तरफ से दिया जा रहा है। उसे प्रतिसाद देकर अमरिकी राष्ट्राधयक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने मई महीने में उत्तर कोरिया के तानाशाह के साथ मुलाकात करने की तैयारी दर्शाई थी। इस वजह से दुनिया सामने का उत्तर कोरिया का परमाणु संकट कम होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन वास्तव में यह संकट अधिक तीव्र होने का दावा जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देश कर रहे हैं।
उत्तर कोरिया ने अपनी परमाणु गतिविधियों में थोडा भी बदलाव नहीं किया है, ऐसा दावा दुनिया भर के परमाणु गतिविधियों पर नजर रखने वाली एक संस्था की रिपोर्ट में किया गया है। उसी समय दक्षिण कोरिया को भयानक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने हाल ही में दी थी। जापान ने भी उत्तर कोरिया के तानाशाह पर भरोसा रखने जैसी परिस्थिति नहीं है, ऐसा कहकर इस देश की भूमिका पर आशंका व्यक्त की है। इस पृष्ठभूमि पर हाव ने दिया हुआ यह इशारा भयावह संभावना की तरफ ऊँगली दर्शाता है। परमाणु युद्ध की भयावह संभावना नहुत नजदीक आ गई है, ऐसा ब्रिटन के रक्षा राज्यमंत्री ने अधिकृत स्तरपर दिए हुए इशारे से स्पष्ट होता है।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)