वॉशिंग्टन: सऊदी अरेबिया के ‘क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान’ का तीन हफ़्तों का अमरिकी दौरा पूरा होने से पहले ही ट्रम्प प्रशासन ने सऊदी को १.३ अरब डॉलर्स हथियारों की आपूर्ति करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दी है। अमरिका और सऊदी के बीच हुए ११० अरब डॉलर्स के रक्षा अनुबंध का यह एक हिस्सा है, इससे सऊदी का लष्करी सामर्थ्य बढने वाला है, ऐसा दावा अमरिका और सऊदी के लष्करी विश्लेषक कर रहे हैं।
प्रमुख अमरिकी मीडिया ने प्रसिद्ध की जानकारी के अनुसार अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सऊदी के लिए मंजूर किये हथियारों के भंडार में प्रगत टैंक और लष्करी वाहनों का समावेश है। पॅलाडिन श्रेणी के १८० हॉवित्झर टैंक, तोप और लष्करी वाहनों की अद्ययावत आवृत्ति वाले आधुनिक टैंक भी अमरिका सऊदी को देने वाला है। इन टैंकों के लिए अमरिका ने सऊदी को बड़े पैमाने पर तोपों के गोलों की आपूर्ति करने की भी तैयारी की है। अमरिका सऊदी को इस लष्करी सहायता की आपूर्ति तुरंत करने वाला है, ऐसा दावा किया जा रहा है। लेकिन उससे पहले ट्रम्प प्रशासन ने लिए इस निर्णय को अमरिकन कांग्रेस की सहायता मिलना आवश्यक है। अगले ३० दिनों में अमरिकन कांग्रेस इस विषय में निर्णय लेगी।
पिछले दो सालों से सऊदी ने येमेन के हौथी बागियों के साथ शुरू किए संघर्ष की पृष्ठभूमि पर ट्रम्प प्रशासन की घोषणा की तरफ देखा जा रहा है। सऊदी ने येमेन में किए हमलों पर मानवाधिकार संगठनों ने टीका की है। अमरिका के कुछ सिनेटर्स भी येमेन के संघर्ष के लिए सऊदी को जिम्मेदार ठहराकर, इस देश को हथियारों की आपूर्ति न की जाए, ऐसी माँग कर रहे हैं। लेकिन ट्रम्प प्रशासन सऊदी को शस्त्रसज्ज करने पर निश्चित है।
अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प पिछले वर्ष सऊदी अरेबिया के दौरे पर थे तब सऊदी को १०४ अरब डॉलर्स के हथियार और रक्षा विषयक सामग्री की आपूर्ति करने की घोषणा की थी। उसके बाद तीन हफ़्तों पहले सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद ने अपने अमरिकी दौरे की शुरुआत करते समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ हुई मुलाकात में रक्षा सहकार्य पर चर्चा पूरी हुई थी। उस समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सऊदी और खाड़ी में अपने हितसंबंधों को सुरक्षित रखने के लिए अमरिका सऊदी के साथ अपने रक्षा सहकार्य की गति बढ़ाएगा, ऐसा घोषित किया था। शुक्रवार को प्रिंस मोहम्मद का यह बहुचर्चित अमरिका दौरा पूरा हुआ। लेकिन उसके पहले ही ट्रम्प प्रशासन ने सऊदी को करीब सवा अरब डॉलर्स के गोलाबारूद की आपूर्ति करने के लिए मान्यता दी है।
अमरिका और सऊदी के बीच का यह रक्षा सहकार्य अनुबंध १.३ अरब डॉलर्स इतना है, लेकिन आने वाले कुछ दिनों में यह सहकार्य ३५० अरब डॉलर्स तक पहुँचने वाल है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इसमें टैंक, विनाशिकाएं, मिसाइल भेदी यंत्रणा, राडार और साइबर तकनीक से संबंधित सहकार्य का भी समावेश है।
दौरान, हौथी बागियों ने पिछले कुछ दिनों से सऊदी पर हमले बढाए हैं। हौथी बागियों के यह हमले मतलब युद्ध के लिए उकसाने जैसा है, ऐसा आरोप सऊदी के अमरिका के राजदूत ‘प्रिंस खालिद बिन सलमान’ ने किया है। इस वजह से अमरिका की तरफ से सऊदी को दिए जाने वाले गोलाबारूद के निर्णय का महत्व कई गुना बढ़ गया है।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)