पॅरिस – ईरान के हमले का धोखा बढने की वजह से अमरिका के खाडी क्षेत्र के मित्रदेशों में ‘मिसाईल शिल्ड’ सक्रिय करने के लिए जल्द कदम उठाओ, ऐसी आग्रही भूमिका अमरिकी संसद द्वारा ली गयी है| संसदीय समिती द्वारा रक्षा लागत के लिए तैयार किये गये मसौदे में इसका जिक्र किया है| साथ ही ‘गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल’ और ट्रम्प प्रशासन को आवाहन भी किया है|
अमरिका ने साल २०१२ से, ईरान के आक्रमण को जवाब देने के लिए शुरु की योजना के हिस्से के तहत ‘गल्फ मिसाईल शिल्ड’ की तैय्यारी चालू की थी| तत्कालिन रक्षा मंत्री लिऑन पॅनेट्टा और अमरिका के ‘सेंट्रल कमांड’ के मुख्य जनरल जेम्स मॅटिस ने खाडी देशों से इस बारे में बातचीत की थी| उसके बाद ‘गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल’ का हिस्सा रहे देशों में ‘मिसाईल शिल्ड’ के लिए जरुरी तकनीकी घटक और प्रणालियां खडे करने की तैय्यारी शुरु हुई थी|
कौन्सिल के सदस्य रहें देशों में ‘गल्फ मिसाईल शिल्ड’ का हिस्सा रहे उन्नत रडार प्रणाली तथा ‘इंटरसेप्टर मिसाईल्स’ तैनात हो चुके है| पर इनको साथ जोडनेवाली व्यवस्था अभी तक तैय्यार नही हुई है और इसी वजह से ‘गल्फ मिसाईल शिल्ड’ की तैनाती को विलंब हो रहा है| पिछले कई महिनों से ‘गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल’ के सदस्य रहें कतार को अन्य देशों ने बहिष्कृत किया है| इस वजह से ‘मिसाईल शिल्ड’ जैसी महत्त्वपूर्ण और संवेदनशील परियोजना को फटका लगा है|
अमरिकी संसद के ‘हाऊस आर्मड् सर्व्हिसेस कमिटी’ ने अपने प्राथमिक मसौदे में ‘गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल’ के सदस्यों को ईरान के खिलाफ एकता कायम रखने का आवाहन किया है| ईरान के पास बडे पैमाने पर छोटे और मध्यम पहुँच वाले प्रक्षेपास्त्र है और खाडी देश इन प्रक्षेपास्त्रों के निशाने पर है| इसलिए ‘गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल’ के सदस्य देश राजनीतिक, सुरक्षाविषयक तथा आर्थिक संबंध सामान्य करने के लिए जोर दें और यही बात अमरिका के लिए भी हितकारक होगी, ऐसा मसौदे मे बताया गया है|
खाडी देशों में सौदी अरेबिया और संयुक्त अरब अमिरात ने अमरिका की ‘थाड’ उन्नत प्रक्षेपास्त्रभेदक प्रणाली खरीद ली है और साथ ही कतार में ‘एक्स बँड रडार’ तैनात किये गये है|
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